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Haryana Group D Exam: हरियाणा ग्रुप डी परीक्षा हुई संपन्न, 5.26 लाख ने छोड़ा एग्जाम, धरे गए 25 मुन्ना भाई

हरियाणा ग्रुप डी परीक्षा (Haryana Group D Exam) संपन्न हो गई रविवार को दो पालियों में हुई परीक्षा में 13 संदिग्ध पकड़े गए। वहीं शनिवार को 12 को दबोचा था। इस परीक्षा को देने वाले अभ्यर्थियों का कुल प्रतिशत 61.89 रहा। वहीं इस परीक्षा का रिजल्ट एक महीने बाद आएगा। परीक्षा के दौरान सीएम मनोहर लाल लगातार नजर बनाए रखे।

By Anurag AggarwaEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 22 Oct 2023 10:58 PM (IST)
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हरियाणा ग्रुप डी परीक्षा हुई संपन्न, 5.26 लाख ने छोड़ी परीक्षा (प्रतीकात्मक इमेज)।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में चतुर्थ श्रेणी परीक्षा के दूसरे दिन राज्य के 18 जिलों में बनाए गए 798 परीक्षा केंद्रों में 6 लाख 87 हजार पंजीकृत युवाओं में से 4 लाख 3 हजार युवाओं ने परीक्षा दी। यह 62.59 प्रतिशत थे, जबकि पहले दिन शनिवार को 61.96 प्रतिशत युवाओं ने परीक्षा दी थी। वहीं, रविवार को दो पालियों में हुई परीक्षा में 13 संदिग्ध पकड़े गए।

दो दिन आयोजित संयुक्त पात्रता परीक्षा (सीइटी) में 13 हजार 536 पदों के लिए 8 लाख 51 हजार आवेदक बैठे। इस परीक्षा के लिए 13 लाख 76 हजार 183 युवाओं ने आवेदन किया था, लेकिन अलग-अलग कारणों से 5 लाख 25 हजार 183 युवा परीक्षा देने नहीं आए।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के अंतर्गत संयुक्त पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा के दोनों दिन 61.89 प्रतिशत युवाओं ने परीक्षा दी है। रविवार को दो पालियों में आयोजित परीक्षा में 13 संदिग्ध परीक्षार्थी पकड़े गए हैं, जबकि शनिवार को 12 संदिग्ध परीक्षार्थी पकड़े गए थे।

पकड़े गए 25 मुन्ना भाई 

दो दिन चार पालियों में हुई परीक्षा में पकड़े गए सभी संदिग्ध 25 परीक्षार्थियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पुलिस इन संदिग्ध आरोपितों से पूछताछ कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर उन्हें एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंप दिया जाएगा।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह ने बताया कि रविवार को आयोजित परीक्षा में हिसार व पलवल से तीन-तीन, सिरसा, फरीदाबाद, चंडीगढ़, फतेहाबाद, करनाल, रेवाड़ी और कैथल से एक-एक संदिग्ध परीक्षार्थी पकड़े गए हैं। परीक्षा के लिए 8 लाख 48 हजार 216 पुरुष और 5 लाख 27 हजार 967 महिला अभ्यर्थियों ने स्वयं को पंजीकृत कराया गया था।

लगातार हो रही परीक्षाओं के क्रम में यह बड़ी परीक्षा थी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। 13 लाख 76 हजार 337 उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया था। 10 लाख 86 हजार 706 आवेदकों ने अपना एडमिट कार्ड आयोग की वेबसाइट से डाउनलोड किया और दो दिन की चार शिफ्टों में 8.51 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी।

13 हजार 309 दिव्यांगों ने भी किया था रजिस्ट्रेशन

चेयरमैन ने बताया कि रोहतक, झज्जर, नूंह, चरखी दादरी और जींद जिलों में परीक्षा केंद्र नहीं बनाए गए थे। कर्मचारी चयन आयोग और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी का पूरा प्रयास रहा कि उम्मीदवारों को नजदीकी जिलों में ही परीक्षा के लिए भेजा जाए। महिलाओं और दिव्यांग परीक्षार्थियों को गृह जिला या नजदीकी जिलों में ही भेजने का प्रयास किया गया। इस बार परीक्षा के लिए 13 हजार 309 दिव्यांग अभ्यर्थियों ने स्वयं को पंजीकृत कराया था।

जिन जिलों में उम्मीदवार अधिक थे, उन्हें 50 किलोमीटर के दायरे से बाहर भी जाना पड़ा, क्योंकि भिवानी, हिसार, रोहतक, जींद और सोनीपत जिलों के उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने कारण दूसरे जिलों में भेजना आयोग की मजबूरी थी।

एक माह बाद आएगा परीक्षार्थियों का रिजल्ट

भोपाल सिंह खदरी ने बताया कि परीक्षार्थियों का रिजल्ट लगभग एक महीने बाद आएगा। प्रशासन की सख्ती के चलते दूसरे दिन की परीक्षा में एक दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वाली घटनाओं में काफी कमी आई और दूसरे दिन ऐसे केस काफी कम देखने को मिले। आयोग के चेयरमैन और सचिव स्वयं अपने कार्यालय में बने नियंत्रण कक्ष से सभी जिलों और केंद्रों की गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए थे। जहां कोई कमी दिखाई देती थी, तुरंत अपनी टीम से संपर्क कर उस कमी को दूर किया जा रहा था।

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल लेते रहे पल-पल की जानकारी

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चतुर्थ श्रेणी के पदों के लिए राज्य भर में हुई इस परीक्षा के बारे में पल-पल की जानकारी प्राप्त करने के लिए स्वयं ही मोर्चा संभाला हुआ था।

प्रदेश के मुख्य सचिव संजीव कौशल से लेकर डीजीपी शत्रुजीत कपूर और सीआइडी चीफ आलोक कुमार मित्तल समेत सभी उच्चाधिकारी जिलों की गतिविधियों की मानीटरिंग कर रहे थे। चेयरमैन भोपाल सिंह ने बताया कि जिन उम्मीदवारों को संदिग्ध की सूची में रखा गया है, उनकी वास्तविकता की जांच की जा रही है। आयोग ने हरियाणा सरकार विशेषकर प्रदेश के मुख्यमंत्री का भी धन्यवाद किया कि उन्होंने अभ्यार्थियों के लिए मुफ्त यात्रा का प्रबंध करवाया तथा परीक्षार्थियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाई।

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