रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से कांग्रेसियों की दूरी पर बोले Anil Vij, कहा- 'कांग्रेस चाहती तो पहले ही बन जाता मंदिर'
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से दूरी बना रहे कांग्रेसियों को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि सभी जगह आजादी हैं लेकिन 80 फीसदी भारतीयों की आस्था को आजादी नहीं थी। अब अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। कांग्रेस चाहती तो पहले ही मंदिर बनवा देती लेकिन उन्होंने नहीं बनवाया। राहुल गांधी को न्याय यात्रा की जगह प्रायश्चित यात्रा निकालनी चाहिए।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अयोध्या में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बना रहे कांग्रेसियों पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि देश 1947 में आजाद हो गया था, लेकिन 80 प्रतिशत लोगों की आस्था को आजादी अब मिलेगी। हम आस्था के साथ रामलला के दर्शन करने जा रहे हैं, जबकि कांग्रेसी वोट गिनने में लगे हैं।
कांग्रेस चाहती तो मंदिर पहले ही बनवा देती: विज
मंगलवार को मीडिया से बातचीत में विज ने कहा कि वेटिकन सिटी में आजादी है, मक्का में आजादी है, लेकिन 80 प्रतिशत भारतीयों की आस्था को आजादी नहीं थी। अब अयोध्या में राममंदिर बन रहा है। हम सौभाग्यशाली हैं कि यह सब हमारे जीवनकाल में हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती तो मंदिर पहले ही बनवा देती लेकिन नहीं बनवाया। उन्होंने आमजन का आह्वान किया कि 22 जनवरी तक अपने-अपने देवालय व मंदिर में सफाई करें और सात्विक भोजन करें।
ये भी पढ़ें: Haryana: किसानों के उत्पादों के निर्यात में मदद करेगी हरियाणा सरकार, आय बढ़ाने के मामले पर भी चर्चा करेंगे सीएम मनोहर लाल
विज ने उन्नाव जेल में काटे 10-12 दिन
अपने पिछले अयोध्या प्रवास के संस्मरणों को साझा करते हुए अनिल विज ने बताया कि 'मै दोनों बार साल 1990 और 1992 में अयोध्या गया था। 1990 में रास्ते में पुलिस लोगों को गाड़ियों से उतारकर गिरफ्तार कर रही थी, लेकिन हम लखनऊ तक पहुंच गए थे। वहां से हमें उन्नाव जेल ले जाया गया, जहां 10-12 दिन तक रहे। इसी तरह छह दिसंबर 1992 का घटनाक्रम साझा करते हुए कहा कि सब कुछ हमारी आंखों के सामने हुआन्याय यात्रा की जगह प्रायश्चित यात्रा निकालें राहुल
विज ने कहा कि राहुल गांधी को न्याय यात्रा की बजाय प्रायश्चित यात्रा निकालनी चाहिए। कांग्रेस ने हिंदुस्तान का धर्म के आधार पर बंटवारा करवा दिया और दस लाख लोगों को मरवा दिया। इमरजेंसी लगाकर एक लाख से ज्यादा लोग आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (मीसा) में बंद कर दिए। कई बार चुनी हुई सरकारों को गिराया और 1984 में सिखों का कत्लेआम करवाया। इस सबके लिए उन्हें प्रायश्चित करना चाहिए।
ये भी पढ़ें: Haryana: ईडी केस में INLD के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह और कुलविंदर सिंह की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने बढ़ाई सात दिनों की और रिमांड
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।