Haryana News : टाइगर के निशाने पर पुलिस के भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी, संपत्ति होगी अटैच
Haryana News एंटी करप्शन ब्यूरो में रहते हुए प्रदेश के भ्रष्ट और दागदार अधिकारियों को जेल की सलाखों के पीछे भिजवा चुके हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर अब अपने विभाग की गंदगी साफ करेंगे। पूरे प्रदेश के दौरे पर निकले शत्रुजीत कपूर पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पहले सुधरने का मौका दे रहे हैं फिर सीधे कार्रवाई करेंगे।
चंडीगढ़,अनुराग अग्रवाल। एंटी करप्शन ब्यूरो में रहते हुए प्रदेश के भ्रष्ट और दागदार अधिकारियों को जेल की सलाखों के पीछे भिजवा चुके हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर अब अपने विभाग की गंदगी साफ करेंगे। पूरे प्रदेश के दौरे पर निकले शत्रुजीत कपूर पुलिस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को पहले सुधरने का मौका दे रहे हैं, फिर सीधे कार्रवाई करेंगे। एनसीआर के तीन प्रमुख जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद व रोहतक में कपूर ने पुलिस अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली, प्राथमिकताओं तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल व गृह मंत्री अनिल विज की सोच से वाकिफ करा दिया है। कपूर ने स्पष्ट कर दिया कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार स्वीकार नहीं होगा।
एंटी करप्शन ब्यूरो के महानिदेशक रहते हुए सिर्फ पिछले साल में कपूर ने 170 रेड करते हुए 246 मामले दर्ज किए थे, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा हैं। इनमें 27 राजपत्रित अधिकारियों, 166 कर्मचारियों व 27 निजी लोगों को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हर माह औसतन 18 सरकारी कर्मचारी व अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे।
पुलिस महानिदेशक ने सभी पुलिस आयुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को महिलाओं के प्रति अपराध रोकने के साथ ही उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की मुख्यमंत्री की सोच से भी अवगत कराया। पुलिस विभाग में उनकी भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए जीरो टालरेंस पालिसी रहेगी। अच्छे अधिकारियों व कर्मचारियों को अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जबकि भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
भ्रष्टाचार से कमाई गई संपत्ति की रिपोर्ट एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (प्रवर्तन निदेशालय) को भेजी जाएगी, जिसमें भ्रष्टाचार साबित होने पर भ्रष्टाचार से कमाई गई संपत्ति को अटैच किया जाएगा। आम जनता से कहा गया है कि यदि उन्हें पुलिस के प्रति भ्रष्टाचार से जुड़ी कोई भी जानकारी या शिकायत है तो वे इसकी सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर 1800 180 2022 पर दें सकेंगे। पुलिस महानिदेशक के एजेंडे पर महिला सुरक्षा के साथ-साथ नशा तस्कर भी हैं।
रात के समय यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए ओला, उबर और अन्य आटो चालकों का डाटा एकत्रित करने दी दिशा में कपूर गंभीरता से काम कर रहे हैं। इसके लिए राज्य में “सेफ सिटी” परियोजना शुरू होगी, ताकि महिलाएं अपने आपको कार्यस्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक परिवहन में पूरी तरह से सुरक्षित महसूस कर सकें। जो महिलाएं देर रात यात्रा करती हैं, वह 112 नंबर पर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगी, जिससे पुलिस के पास उनका नंबर स्थाई रूप से फीड हो जाएगा। जरूरत पड़ने पर पुलिस उस वाहन चालक या उसमें बैठी महिला से आसानी से संपर्क कर सकती हैं।
आटो चालकों को अपने आटो का नंबर, चालक का नाम व मोबाइल नंबर सहित सारी जानकारी आटो के सामने लगानी होगी। पेट्रोल पंप संचालक और ज्वेलर्स भी 112 पर अपना पंजीकरण करवा सकेंगे। बाक्स महिलाओं की सहायता के लिए अधिक तत्पर रहेगी पुलिस नये पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर का जोर राज्य की पुलिस नफीरी बढ़ाने पर भी है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2015 से 2022 तक पुलिस बल को मजबूत करते हुए 21 हजार 437 महिला एवं पुरुष पुलिस कर्मियों की भर्ती की है। वर्ष 2015 से लेकर आज तक 33 महिला पुलिस स्टेशन और महिलाओं की सहायता के लिए 200 महिला हेल्प डेस्क कार्यरत हैं।
हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य है जिसमें महिलाओं की सहायता के लिए दुर्गा शक्ति ऐप काम कर रही है। इसका अलर्ट का एक बटन दबाते ही संकट के समय में महिलाओं को तुरंत पुलिस सहायता मिलती है। अब इस ऐप को डायल 112 से जोड़ दिया गया है। बाक्स फास्ट ट्रैक कोर्ट में तेजी से निपटेंगे दुष्कर्म के मामले हरियाणा में दुष्कर्म के मामलों का शीघ्र निपटारा करने के लिये छह नई फास्ट ट्रैक कोर्ट फरीदाबाद, गुरुग्राम, पानीपत, सोनीपत व नूंह में शुरु की गई है। शत्रुजीत कपूर इन अदालतों में मामलों की मजबूत पैरवी के पक्षधर हैं।
मानव तस्करी से निपटने के लिए हरियाणा प्रदेश में 22 मानव तस्करी विरोधी इकाइया कार्य कर रही हैं, जिन्होंने 19,496 लापता महिला व बच्चों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर उनके अभिभावकों से मिलवाया है। साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए हरियाणा में 29 साइबर पुलिस स्टेशनों, तीन साइबर फोरेंसिक प्रयोगशाला व साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 को सक्रिय किया जाएगा।