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Haryana Politics: भाजपा के बागियों की वापसी के दरवाजे बंद, पार्टी उम्मीदवारों का विरोध करने वालों को नहीं मिलेगी जिम्मेदारी

हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं की वापसी पर रोक लगा दी गई है। भाजपा ने ऐसे नेताओं को पार्टी में वापस नहीं लेने का फैसला किया है। पार्टी ने चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवारों का विरोध करने वाले नेताओं को भी चिह्नित किया है। ऐसे नेताओं को सरकार और संगठन में कोई जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 24 Nov 2024 07:07 PM (IST)
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बागियों की पार्टी में वापसी पर मोहन लाल बड़ोली सख्त।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़कर गये नेताओं की भाजपा में वापसी की कोई संभावना नहीं है। जरूरत पड़ने पर पीठ दिखाकर भागकर कांग्रेस में शामिल होने वाले तमाम नेताओं की भाजपा ने वापसी के रास्ते बंद कर दिये हैं।

इसके अलावा पार्टी में रहकर पार्टी उम्मीदवारों का विरोध करने तथा उनके चुनाव को खराब करने वाले नेताओं को भी चिह्नित कर लिया है। ऐसे नेताओं को भी सरकार और संगठन में भाजपा न तो महत्व देगी और न ही किसी पद पर कोई जिम्मेदारी प्रदान करेगी।

इस फैसले से भाजपा के समर्पित कार्यकर्ताओं व नेताओं का हौसला बढ़ेगा। भाजपा का मानना है कि इसी साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी को जिम्मेदार नेताओं और कार्यकर्ताओं की सख्त जरूरत थी, लेकिन कुछ नेता यह मानते हुए कि राज्य में तीसरी बार भाजपा की सरकार नहीं बनेगी तथा आने वाला समय कांग्रेस का हो सकता है, वे भाजपा को छोड़कर चले गये थे।

इन नेताओं ने ऐसा इसलिए किया था, क्योंकि उन्हें टिकट नहीं मिले थे अथवा वे पार्टी के आंतरिक सर्वे में टिकट के लिए उपयुक्त नहीं बैठ रहे थे। इससे नाराज होकर पार्टी के कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस का रुख कर लिया था।

बागी को फिलहाल पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा

अब राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद यह नेता पार्टी में वापसी का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बागियों और भितरघातियों की जिला स्तर पर विधानसभावार बना ली है। चुनाव के समय में भाजपा उम्मीदवारों को हराने में कांग्रेस का सहयोग करने वाले अधिकारियों की भी सूची तैयार की जा चुकी है।

इनमें से कई अधिकारियों को बदला जा चुका है तो कई से महत्वपूर्ण पदों की पोस्टिंग वापस लेकर सहयोग करने वाले अधिकारियों को प्रदान की जा रही है।

भाजपा की संगठनात्मक बैठकों में इस बात पर आम सहमति बन चुकी है कि किसी भी बागी को फिलहाल पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा और किसी भी भितरघाती को सरकार अथवा संगठन में महत्वपूर्ण पद पर कोई जिम्मेदारी नहीं प्रदान की जाएगी।

'बागियों और भितरघातियों का पूरा रिकॉर्ड हमारे पास'

भाजपा ने ऐसे कार्यकर्ताओं व नेताओं को सरकार व संगठन में अहम पदों पर जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया है, जिन्होंने संकट व जरूरत के समय पार्टी उम्मीदवारों का साथ दिया और आखिर तक वे चुनाव में पूरी मजबूती के साथ खड़े रहे।

अभी भाजपा का सदस्यता अभियान चल रहा है, जिसके पूरा होने के बाद संगठन में कई नियुक्तियां की जानी हैं। सरकार में बोर्ड व निगमों में अहम नियुक्तियां होनी हैं, जिनमें पार्टी के समर्पित नेताओं व कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

बागियों और भितरघातियों का पूरा रिकॉर्ड हमारे पास बहुत सारे ऐसे नेता हैं, जो चुनाव से पहले कांग्रेस में चले गये थे, राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद दोबारा से वापस आने के प्रयास में हैं, लेकिन अभी हमारे संगठन का सदस्यता अभियान चला हुआ है। पटका डालकर हम पूरे हरियाणा प्रदेश में कहीं भी कोई नई ज्वाइनिंग नहीं करवा रहे हैं। साधारण सदस्यता का अभियान पूरा होने के बाद सक्रिय सदस्यता का अभियान चलेगा।

फिर हमारे संगठन की संरचना में जिम्मेदारियां देने का काम होगा। जब संगठन की पूरी संरचना हो जाएगी। उसके बाद पार्टी विचार करेगी। जब तक जो जहां है, वहीं रहेगा। बागियों और भितरघातियों के लिए फिलहाल भाजपा में कोई जगह नहीं है।

जिन लोगों ने पार्टी में रहकर भितरघात किया है, उन नेताओं को भी संगठन अथवा सरकार में किसी तरह की जिम्मेदारी न मिले, इस प्रकार की योजना बनाई गई है। ऐसी सूची भी बनी है, जिन्होंने पार्टी में रहते हुए पार्टी प्रत्याशी की मदद नहीं की और पार्टी के विरोध में काम किया। संगठन में चुनाव लड़े प्रत्याशियों, संगठन के पदाधिकारियों और सामाजिक संगठनों से फीडबैक लिया जा चुका है।

- मोहन लाल बड़ौली, अध्यक्ष, हरियाणा भाजपा

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