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    हरियाणा में शहरों की स्वच्छता रैंकिंग शुरू, CM सैनी ने किया वित्तीय संस्थान का लोकार्पण

    हरियाणा में केंद्र के स्वच्छ सर्वेक्षण की तर्ज पर शहरों की स्वच्छता रैंकिंग शुरू होगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला में स्वर्ण जयंती हरियाणा वित्तीय प्रबंधन संस्थान का लोकार्पण किया। 24 अगस्त से 11 सप्ताह का स्वच्छता अभियान चलेगा। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा मनाया जाएगा। सिरसा में लंबित परियोजनाओं की समीक्षा की गई और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

    By Jagran News Edited By: Suprabha Saxena Updated: Sun, 24 Aug 2025 02:03 PM (IST)
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    हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। केंद्र के स्वच्छ सर्वेक्षण की तर्ज पर हरियाणा के सभी शहरों की स्वच्छता रैंकिंग शुरू की जाएगी। स्वच्छता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले शहरों को सम्मानित किया जाएगा।

    शहरी स्थानीय विभाग द्वारा प्रदेश भर में 24 अगस्त से 11 सप्ताह का स्वच्छता अभियान आरंभ किया जा रहा है। इसके तहत शहरी स्थानीय निकाय के भवनों, सड़कों, अस्पतालों और अन्य प्रतिष्ठानों में साफ-सफाई की जाएगी। इसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक प्रदेश भर में सेवा पखवाड़ा मनाया जाएगा।

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    पंचकूला में शनिवार को नवनिर्मित स्वर्ण जयंती हरियाणा वित्तीय प्रबंधन संस्थान का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्वच्छता को लेकर सभी जिलों के अतिरिक्त उपायुक्त, नगर निगम आयुक्त, जिला नगर आयुक्त, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) व प्रधान चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) के साथ बैठक की। इस दौरान शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल, लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री आरती सिंह राव भी उपस्थित थे, जबकि सभी जिलों के उपायुक्त वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

    पंचकूला में 50 करोड़ रुपये की लागत से तैयार स्वर्ण जयंती हरियाणा वित्तीय प्रबंधन संस्थान के भवन का लोकार्पण कर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान उच्च गुणवत्ता वाले थिंक टैंक की भूमिका निभाएगा। संस्थान प्रदेश सरकार को अत्याधुनिक नीति सलाह, डेटा-आधारित और नवाचारी समाधान प्रदान करेगा और वित्तीय निर्णयों की रीढ़ बनेगा। संस्थान का विजन सातवें राज्य वित्त आयोग की सिफारिशों और वर्ष 2030 तक के सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के प्रति हरियाणा की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।