Move to Jagran APP

Haryana Weather Update: बारिश से नदियां उफान पर, भिवानी में फसल जलमग्न, हिसार में पटवारी का बेटा नहर में बहा

Haryana Weather Update बारिश में हरियाणा में नदियां उफान पर हैं। भारी बारिश से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि गर्मी से राहत मिली है।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Fri, 21 Aug 2020 01:06 PM (IST)
Hero Image
Haryana Weather Update: बारिश से नदियां उफान पर, भिवानी में फसल जलमग्न, हिसार में पटवारी का बेटा नहर में बहा
जेएनएन, चंडीगढ़। Haryana Weather Update: पहाड़ों व मैदानी इलाकों में हो रही झमाझम बारिश से हरियाणा में नदियां उफान पर हैं। कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। भिवानी के तोशाम के गांव गारनपुरा के पास गारनपुरा माइनर टूट गई। इससे 25 एकड़ से ज्यादा फसल जलमग्न हो गई। हिसार के हांसी सेक्टर-6 में नहर में नहाने गया एक पटवारी का बेटा डूब गया। हथनीकुंड बैराज पर अधिकतम बहाव 26500 क्यूसेक रहा। यमुना नहर में आठ हजार, पश्चिमी यमुना नहर में 17504 क्यूसेक व पूर्वी यमुना नहर में 1004 क्यूसेक पानी का बहाव रहा। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक नदियों में जलस्तर की स्थिति में उतार-चढ़ाव चल रहा है।

शुक्रवार को अंबाला में लगातार पांच घंटे तक तीस एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इस बारिश ने गर्मी से तो राहत दिला दी, लेकिन सड़कों पर पानी भर गया। सड़कों से आवाजाही बंद हो गई, जबकि इक्का दुक्का वाहन ही आते जाते दिखाई दिए। दूसरी ओर बरसाती नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण अंबाला से गुजरने वाली नदियों में भी उफान देखा जा रहा है। मौसम विभाग अभी और बारिश की संभावनाएं जता रहा है। उल्लेखनीय है कि अफसरों के निर्देशों के बावजूद सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरती गई, जिसका खामियाजा बरसातों में आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

अंबाला में सुबह पांच बजे से ही बरसात शुरू हाे गई थी। हालांकि शुरुआत में रिमझिम बारिश हुई, लेकिन बाद में यह काफी तेज हो गई। सुबह दस बजे तक बरसात होती रही। हालांकि इसके बाद भी रिमझिम बरसात होती रही। इस बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया। आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित रही। अंबाला शहर की कपड़ा मार्केट और शुक्लकुंड पर पानी भर गया। हालात काफी बदतर रहे।

दूसरी ओर पहाड़ों में हाे रही बरसात के कारण अंबाला से गुजरने वाली बरसाती नदियों में भी पानी आ गया है। इनका जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में खतरा बढ़ रहा है। अंबाला से गुजरने वाली टांगरी, मारकंडा, रूण, बेगना, नकटी नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है। यदि इसी तरह से बरसात होती रही ताे नदियों में जलस्तर और बढ़ जाएगा। दूसरी ओर इस बारिश से सब्जियों को तो नुकसान है, जबकि धान उत्पादक खुश हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अंबाला में 27 अगत तक बारिश की संभावनाएं हैं। 22 अगस्त को भी बारिश होगी, जबकि 26 व 27 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी है।

भादो में सावन सा अहसास

यमुनानगर में भादौ में सावन माह के जैसा अहसास है। लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को 35 एमएम बारिश हुई। अल सुबह से शुरू हुई बारिश दोपहर तक चलती रही। दैनिक कार्यों को निपटाने व गंतव्य पर पहुंचने के लिए लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़। गत एक सप्ताह लगातार कभी हल्की तो कभी जोरदार बारिश हो रही है। हालांकि गेहूं व गन्ना की फसल के लिए बारिश फायदेमंद बताई जा रही है, लेकिन सब्जियाें की फसल प्रभावित हो रही है।

नहर में नहाने गया पटवारी का बेटा पानी बहा, 24 घंटे बाद मिला शव

जागरण संवाददाता, हिसार : हांसी सेक्टर 6 निवासी सतेंद्र पटवारी के पुत्र नवदीप सेक्टर निवासी अपने तीन-चार दोस्तों के साथ गुरुवार दोपहर बाद दिल्ली पुल पर स्थित पेटवाड़ माइनर में नहाने के लिए गया था। मगर वह पानी में डूब गया। नवदीप के बहने पर उसके दोस्तों ने उसे बचाने का प्रयास भी किया लेकिन असफल होने पर उन्होंने उसके पिता सतेंद्र को इसकी सूचना दी। सूचना के बाद दमकल विभाग, सिंचाई विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और नवदीप की नहर में गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू कर दी। शुक्रवार को नवदीप का शव पेटवाड़ माइनर में मिला है। वीरवार दोपहर से गोताखोर नवदीप की तलाश में जुटे हुए थे। नवदीप वीरवार को अपने दोस्तों के साथ दिल्ली पुल पर नहर में नहाने गया था जहां डूबने से उसकी मौत हो गई थी। 

कुरुक्षेत्र में 20 एमएम बरसात

धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में शुक्रवार सुबह जमकर बरसात हुई। जिले में औसत 20 एमएम बरसात दर्ज की गई है। इसमें भी सबसे ज्यादा 50 एमएम बरसात बाबैन में हुई तो सबसे कम सात एमएम इस्माईलाबाद में हुई है। ऐसे में तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहा और हवा में नमी स्तर 83 फीसद तक पहुंच गया। बरसात से शहर भर की सड़कें पानी से जलमग्न हो गई। रेलवे रोड, नंगली वाली कुटिया, सेक्टर 17 और कुरुक्षेत्र पैनोरमा एवं विज्ञान केंद्र के सामने सड़क पर देर तक बरसात का पानी जमा रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी दो-तीन दिन तक बरसात हो सकती है।

झमाझम बरसात से कालोनियों में जलभराव की समस्या

कैथल में शुक्रवार सुबह जिलेभर में तेज बरसात हुई। बरसात होने से जहां गांवों और शहर की कालोनियों में पानी भर गया। इससे लोगों की आवाजाही प्रभावित रही। वहीं धान के किसानों के लिए यह बरसात काफी फायदेमंद साबित हुई। वहीं कपास की फसल के लिए हानिकारक रही। मौसम विज्ञानी रमेश चंद्र ने बताया कि बरसात से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन कई कालोनियों में बरसात का पानी जमा होने के कारण लोगों के लिए परेशानी भी बन गई है। शहर के शक्ति नगर, करनाल रोड, अर्जुन नगर, ढांड रोड, अंबाला रोड सहित कई कालोनियों में बरसात का पानी जमा होने के कारण लोगों को आवाजाही के लिए दिक्कत आई, वहीं खाली प्लाटों में बरसात का पानी जमा हो गया है। लघु सचिवालय के मुख्य रास्ते पर भी पानी भर गया है।

निचली बस्ती भी पानी से लबालब

शहर की तरह निचली कालोनी भी बरसात से लबालब नजर आई। लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सब्जी मंडी, अनाज मंडी,रेलवे स्टेशन, बैंक कालोनी, शिव नगर, देवीगढ़ रोड, बालाजी कालोनी, सुभाष नगर, बलराज नगर, पटेल नगर सहित पूरे शहर में पानी ही पानी दिखाई दिया।

25 एकड़ में लगी फसल जलमग्न

भिवानी स्थित तोशाम के गांव गारनपुरा के पास गांव गारन पुरा माइनर टूटने से किसानों की 25 एकड़ में लगी फसल जलमग्न हो गई। माइनर दो और तीन नंबर पंप हाउस के बीच रात को टूट गई। माइनर के टूटने की खबर जैसे ही किसानों को लगी उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इसके बारे में सूचना दी। सुबह तक विभाग के अधिकारी माइनर को पाटने के लिए पर नहीं पहुंचे थे। किसान खुद ही ठीक करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन माइनर में पानी अभी भी चल रहा था। किसानों का कहना था कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को टूटी माइनर के हालात के बारे में बताने के बाद भी अभी तक यहां पर कोई नहीं पहुंचा है।जल्द ही इसे ठीक नहीं किया गया तो फसलों में जलभराव बढ़ता जाएगा और इसका नुकसान किसानों को झेलना पड़ेगा।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।