हरियाणा पछाड़ेगा पंंजाब को, गायों पर बड़ा प्रयोग हुआ सफल और अब बहेगी दूध की धारा
हरियाणा जल्द ही दूध उत्पादन में पंजाब को पछाड़कर देश में नंबर वन बन जाएगा। हरियाणा में गायों पर प्रयोग सफल रहा है और वे अब केवल बछडियों को जन्म देंगी। इससे दूध उत्पादन बढ़ेगा।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sun, 14 Jun 2020 03:06 PM (IST)
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा जल्द ही दूध उत्पादन में पंजाब काे पीदें छोड़ देगा और देश में नंबर वन बन जाएगा। हरियाणा में गायें अब केवल बछडिय़ों को ही जन्म देंगी। इससे न केवल दूध उत्पादन में हरियाणा देश में नंबर वन बन सकेगा, बल्कि लोगों को उत्तम क्वालिटी का दूध भी पीने को मिल सकेगा। केवल बछडिय़ों के पैदा होने से बैल व नंदियों की समस्या से भी हरियाणा को पूरी तरह मुक्ति मिल पाएगी। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पांच सौ गायों पर केवल बछडिय़ों के ही जन्म लेने का ट्रायल सफल हो चुका है। कृत्रिम गर्भ धारण के माध्यम से जन्म लेने वाली बछडिय़ां छह से सात माह की हो चुकी हैं। उनमें किसी तरह का कोई विकार भी नहीं आया है।
हरियाणा में अब गायों देंगी केवल बछडिय़ाें को जन्मदूध उत्पादन के लिहाज से हरियाणा दूसरे और पंजाब पहले नंबर पर है। हरियाणा में इस समय कुल 70 लाख पशुधन हैं, जिसमें ज्यादतर गाय तथा नंदी हैं। प्रदेश में बैलों की मदद से खेती का चलन बंद हो चुका है। ऐसे में गायों द्वारा पैदा किए जाने वाले बछड़े पशुपालकों तथा किसानों के लिए बड़ी समस्या बने हुए हैं।
इन बछड़ों का बैल के रूप में इस्तेमाल नहीं होने से पशुपालकों द्वारा इन्हेंं सड़कों पर छोड़ दिया जाता है, जिससे यह न केवल फसलों का नुकसान करते हैं बल्कि आए दिन सड़क हादसों का कारण भी बनते हैं। अब ढ़ाई लाख गायों के लिए अमेरिका से सीमन मंगवाया गया है, ताकि कृत्रिम गर्भाधान के जरिये बछडिय़ों को पैदा किया जा सके।प्रदेश में पांच सौ गायों पर सफल हुआ ट्रायल, नंदी व बैलों की समस्या होगी खत्म
हरियाणा द्वारा पिछले कई वर्षों से इस बात पर शोध किया जा रहा है कि गायों द्वारा बछड़ों की बजाए केवल बछडिय़ों को ही जन्म दिया जाए। ऐसे में अमेरिका से विदेशी सीमन मंगवाकर देसी, गिर तथा साहीवाल नस्ल की पांच सौ गायों को कृत्रिम गर्भधारण करवाया गया, जिनमें से करीब 95 फीसदी गायों ने बछडिय़ों को ही जन्म दिया है। अमेरिकन सीमन के पहले टीके की कामयाबी दर जहां 30 से 40 प्रतिशत दर्ज की गई, वहीं दूसरे टीके की यह दर 60 से 70 प्रतिशत व तीसरे टीके की दर 70 से 100 प्रतिशत है।
ढाई लाख गायों के लिए मंगवाया अमेरिकन सीमन, गायों से दूध में भी होगी बढ़ोतरीबहुत सी गाय पहले ही टीके में गर्भधारण कर जाती हैं, जबकि ज्यादातर गाय दूसरे से तीसरे टीके में गर्भधारण करती हैं। हरियाणा सरकार द्वारा शुरूआती दौर में इसकी कीमत जहां 800 रुपये रखी गई थी, वहीं अब इस पर 75 फीसदी सब्सिडी देकर महज 200 रुपये में यह पशु पालकों को दिया जा रहा है। हरियाणा के पशु पालकों में इस टीके के प्रति बढ़ रहे रूझान को देखते हुए सरकार ने अमेरिका से सीमन की डोज मंगवाई हैं, जिन्हेंं यहां की गायों पर इस्तेमाल किया जाएगा।
नंदियों के लिए प्रदेश भर में बनेंगी नंदीशालाएंहरियाणा में इस समय 40 हजार नंदी हैं, जिनमें से 20 हजार गोशालाओं में हैं तथा 20 हजार खुले में घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा में पंचायती जमीनों पर नंदीशालाएं बनवाने का ऐलान किया है। इसके लिए समाजसेवी संगठनों (एनजीओ) को एक हजार रुपये प्रति एकड़ की दर पर निर्धारित समय अवधि के लिए पंचायती जमीनें दी जाएंगी। इन नंदीशालाओं में 20 हजार नंदी रहेंगे, जबकि गोशालाओं में रह रहे नंदी अभी वहीं रहेंगे।
-------'कृत्रिम गर्भाधान से पैदा बछडिय़ों में नहीं विकार'
'' हरियाणा में कृत्रिम गर्भाधान के जरिये गायों में बछडिय़ां पैदा करने की योजना के अच्छे रिजल्ट आए हैं। करीब पांच सौ गायों पर ट्रायल सफल हो चुका है। अमेरिकन टीके से कृत्रिम गर्भधारण की सफलता दर 90 से 95 प्रतिशत है। इन गायों से पैदा हुई बछडिय़ों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। अभी तक किसी भी जन्मी बछड़ी में कोई विकास पैदा नहीं हुआ है। अब सरकार द्वारा इस योजना का प्रसार किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक पशुपालक इसे अपनाएं और प्रदेश में बछड़ों की समस्या समाप्त होने के साथ-साथ गोवंश में वृद्धि की जा सके।
- जेपी दलाल, पशुपालन एवं डेयरी विकास तथा कृषि मंत्री, हरियाणा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।यह भी पढ़ें: Rohtak PGI ने पूर्व महिला उपराज्यपाल को जनरल वार्ड में रखा, निजी अस्पताल में मिला इलाज
यह भी पढ़ें: पाक आतंकियों ने पंजाब में तैयार किया नेटवर्क, पठानकोट में एक और लश्कर आतंकी काबू
यह भी पढ़ें: पिता ने 10वीं में फेल होने पर डांटा तो घर से भागे,कई रात भूखे सोए, आज तीन देशों में है कारोबार
यह भी पढ़ें: कोरोना संकट में किसान काे खूब रास आ रही अफ्रीकन तुलसी की खेती, जानें इसकी खूबियां
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें