हरियाणा वालों को रोजगार के नए अवसर, विदेशों में बढ़ रही प्रदेश के श्रमिकों की मांग; 14000 वर्कर्स का फिर आया बुलावा
हरियाणा के कुशल श्रमिकों की विदेश में मांग बढ़ी है। यूके इजरायल फिनलैंड जापान उज्बेकिस्तान संयुक्त अरब अमीरात सहित सात देशों ने हरियाणा से करीब 14 हजार कुशल श्रमिक मांगे हैं। अभी तक करीब दो हजार श्रमिकों को विदेश भेजा जा चुका है। इजरायल में 10000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की जरूरत है। युवाओं को धोखाधड़ी से बचाने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सुधीर तंवर, चंडीगढ़। देश में रोजगार की योग्यता के मामले में सर्वश्रेष्ठ हरियाणा के युवाओं की विदेश में भी मांग बढ़ी है। यूनाइटेड किंगडम (यूके), इजरायल, फिनलैंड, जापान, उज्बेकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात सहित सात देशों ने हरियाणा से करीब 14 हजार कुशल श्रमिक मांगे हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक करीब दो हजार श्रमिकों को विदेश भेजा जा चुका है, जबकि अन्य युवाओं को विदेश में रोजगार दिलाने के लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
इजरायल में 10000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की जरूरत
विदेश में रोजगार के लिए जाने के इच्छुक युवा कबूतरबाजों के चंगुल में न फंसें, इसके लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड (एचकेआरएनएल) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। विभिन्न पदों के लिए बाकायदा योग्यताएं और वेतन तय किया गया है, ताकि धोखाधड़ी की कोई संभावना न रहे।यूके में 2500 हेल्थ केयर और नर्स, इजरायल में 10 हजार कंस्ट्रक्शन वर्कर्स, उज्बेकिस्तान में 350 और यूएई में 400 कुशल श्रमिक तथा जापान में रेस्टोरेंट स्टाफ के लिए प्रशिक्षित युवाओं की जरूरत है।
यह भी पढ़ें- 'आज भावुक हो गया... खुद को लिखने से रोक न सका', नीरज चोपड़ा की मां को पीएम मोदी की चिट्ठी
विदेश जाने के इच्छुक युवाओं को एचकेआरएनएल खुद विदेश भेजेगा। इस काम में विदेश सहयोग विभाग उसकी मदद करेगा। कॉलेजों में अभी तक करीब 30 हजार छात्र-छात्राओं के निशुल्क पासपोर्ट बनाए जा चुके हैं, ताकि वे वैध रूप से विदेश जाएं और डंकी (अवैध रूप से विदेश जाना) के चक्कर में न फंसें ।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।10 वर्षों में करीब 48 लाख युवाओं को मिला रोजगार
युवाओं की रोजगार दक्षता बढ़ाने में हरियाणा कौशल विकास मिशन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मई 2015 में गठित मिशन द्वारा युवाओं को आर्थिक विकास में भागीदारी के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। निजी क्षेत्र में रोजगार और स्व रोजगार को प्रोत्साहन से पिछले दस वर्षों में करीब 48 लाख युवाओं को रोजगार मिला है।अंत्योदय परिवार उत्थान योजना में 50 हजार लोगों को स्वरोजगार के लिए सहायता दी गई है। एक लाख रुपये वार्षिक से कम आय वाले परिवारों के युवाओं को योग्यता के आधार पर हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। रोजगार मेलों से करीब डेढ़ लाख युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार मिला है। इसके अलावा प्रदेश में 50 हजार नए उद्योग लगे हैं, जिनमें पांच लाख युवाओं को रोजगार मिला है।भर्तियों में पारदर्शिता ने युवाओं को किया प्रेरित
सरकारी विभागों, बोर्ड-निगमों और स्वायत्त संस्थाओं की भर्तियों में पारदर्शिता ने युवाओं को अपनी योग्यता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। कोचिंग सेंटरों और लाइब्रेरी में उमड़ते युवा नए हरियाणा की तस्वीर दिखाते हैं। सरकारी नौकरियों को मिशन मेरिट में बदले जाने के बाद से करीब डेढ़ लाख पदों पर भर्तियां की गई हैं।रोजगार दक्षता बढ़ाने के लिए पहल
- कौशल विकास मिशन के तहत एक लाख से अधिक युवाओं का कौशल विकास किया गया है।
- 10 हजार इंजीनियरिंग डिप्लोमा और डिग्री धारकों को तीन महीने का कौशल प्रशिक्षण शुरू किया गया है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इन युवाओं को एक वर्ष के लिए तीन लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा।
- पंचायती राज विभाग के 25 लाख रुपये तक की सरकारी निविदाओं में आवेदन कर सकते हैं युवा।
- आईटी सक्षम युवा योजना के तहत स्नातक और स्नातकोत्तर युवाओं को आईटी प्रशिक्षण से बढ़ाई जा रही दक्षता। कोडिंग, जावा भाषा, वेब डिजाइनिंग, नेटवर्किंग और डिजिटल मार्केटिंग का प्रशिक्षण।
- ड्रोन दीदी योजना के तहत 5000 युवतियों को ड्रोन संचालन और प्रबंधन का प्रशिक्षण। ड्रोन और अन्य उपकरणों पर खर्च की 80 प्रतिशत राशि सरकार वहन करती है।
- बेरोजगारी भत्ते में बढ़ोतरी से युवाओं को मिला संबल। बारहवीं पास युवाओं का बेरोजगारी भत्ता बढ़ाकर 1200 रुपये, स्नातक का 2000 रुपये और स्नातकोत्तर का 3500 रुपये मासिक कर दिया गया है। दो लाख 61 हजार युवा बेरोजगारी भत्ता ले रहे हैं।