India Skills Report: रोजगार की योग्यता में छा गए हरियाणवी, बेटों से अधिक योग्य हैं बेटियां
हरियाणा के युवाओं ने इंडिया स्किल्स रिपोर्ट में शानदार प्रदर्शन किया है। रोजगार योग्यता के मामले में हरियाणवी युवाओं का कोई सानी नहीं है। लड़कियां भी लड़कों से आगे हैं। इस उपलब्धि के पीछे कई कारण हैं जैसे आईटीआई और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा और गुणवत्तापरक शिक्षा पर फोकस इत्यादि। हरियाणा में शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए ‘सक्षम युवा योजना चलाई जा रही है।
सुधीर तंवर, चंडीगढ़। हरियाणवियों के लिए गर्व की अनुभूति लेकर आई है इंडिया स्किल्स रिपोर्ट। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) और डॉक्टर-इंजीनियर की प्रतियोगी परीक्षाओं में दूसरे राज्यों को पछाड़ रहे हमारे युवाओं में राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार की सर्वाधिक योग्यता है। इसमें भी लड़कियां लड़कों पर भारी हैं, जिनमें रोजगार की अधिक योग्यता है।
रोजगार की योग्यता के मामले में हरियाणवी युवा बेजोड़
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, भारतीय उद्योग परिसंघ और भारतीय विश्वविद्यालय संघ सहित विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से तैयार रिपोर्ट बताती है कि रोजगार की योग्यता के मामले में हरियाणवी युवा बेजोड़ हैं। यहां के 76.47 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने व्हीबाक्स नेशनल एंप्लायबिलिटी टेस्ट में 60 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
हरियाणा ने अचानक ही इस मुकाम को हासिल नहीं किया है। किशोरों और युवाओं में कौशल बढ़ाने के लिए आइटीआई और तकनीकी शिक्षा को प्रोत्साहन के साथ ही जिस तरह स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों का नेटवर्क बढ़ाया गया, उसके सकारात्मक परिणाम आए हैं।
नारी शक्ति के सपने को दी नई उड़ान
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान से लोगों की बदली सोच से न केवल लिंगानुपात बढ़ा, बल्कि स्नातक तक छात्राओं को मुफ्त शिक्षा और परिवहन की सुविधा तथा उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता से लड़कियों में रोजगार की योग्यता बढ़ी है। स्वयं सहायता समूहों ने नारी शक्ति के सपने को नई उड़ान दी है।
सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित हैं। ऐसे में प्रत्येक युवा को सरकारी नौकरी देना असंभव है। इससे निपटने के लिए प्रयास शुरू किए गए कि युवाओं को कौशल विकास व गुणवत्तापरक शिक्षा देकर इतना सशक्त बनाया जाए कि वे नौकरी मांगने वाले की अपेक्षा नौकरी देने वाले बनें।
दो लाख बेरोजगारों को दिया जाएगा कौशल प्रशिक्षण
इसी कड़ी में इस साल दो लाख बेरोजगार युवाओं को राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे के लिए कौशल प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके लिए हरियाणा कौशल विकास मिशन के माध्यम से विशिष्ट प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
अभी तक 90 हजार युवाओं को कौशल प्रदान किया जा चुका है। उद्योगों को ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जो नवीनतम तकनीक के अनुसार उनकी मांगों को पूरा कर सकें। इसके लिए अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण पर फोकस किया गया है।
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