CoronaVirus: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की खास सोच आई सामने, जानें क्यों मेदांता में नहीं हुए भर्ती
हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री अनिल विज अपने खास अंदाज और बयानों के लिए अन्य राजनेताओं से अलग स्थान रखते हैं। उनकी विशेष सोच एक बार सामने आई है। कोरोना वायरस से स्रक्रमित होने के बावजूद वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती नहीं हुए।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Mon, 14 Dec 2020 07:13 AM (IST)
चडीगढ़, जेएनएन। CoronVirus: हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज यूं ही दूसरे राजनेताओं से अलग नहीं हैं। विज की कई खूबियां उन्हें दूसरे नेताओं से पूरी तरह अलग करती हैं। कोरोना संक्रमित होने के बावजूद विज अगर चाहते तो देश के तमाम बड़े नेताओं की तरह गुरुग्राम के मेदांता मेडिसिटी अस्पताल में अपना इलाज करा सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। विज को न केवल अपने सरकारी चिकित्सा संस्थानों पर भरोसा है, बल्कि वह पीजीआइ रोहतक में खुद का इलाज कराकर प्रदेश की जनता को इन संस्थानों में बेहतरीन इलाज के प्रति आश्वस्त भी करना चाहते थे।
अनिल विज अपनी खासियत की वजह से दूसरे नेताओं से अलगहरियाणा में अब तक जितने भी राजनेता कोरोना संक्रमित हुए, उनमें से अधिकतर का इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चला। विधायक तक मेदांता में अपना इलाज कराने गए। देश के बाकी राजनेताओं को भी इलाज के लिए मेदांता ही लाया गया, लेकिन अनिल विज ने मेदांता जाने की बजाय पीजीआइ रोहतक में इलाज कराने को प्राथमिकता दी है।
अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन विज के फेफड़ों में जब संक्रमण की समस्या जब सामने आई तो डाक्टरों ने उन्हें मेदांता जाने की सलाह दी। परिवार के कुछ सदस्यों और उनकी मित्रमंडली के कुछ शुभचिंतकों ने भी विज को किसी तरह का रिस्क नहीं लेने के लिए प्रेरित किया, लेकिन विज पीजीआइ रोहतक में ही अपना ईलाज कराने की जिद पर अ़ड़े रहे।गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा मुझे अपने चिकित्सा संस्थानों व स्वास्थ्य कर्मियों पर पूरा विश्वास
अनिल विज ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा, मुझे अपने चिकित्सा संस्थानों और डाक्टरों पर पूरा भरोसा है। मेदांता में इलाज कराने जाकर मैं न तो अपने चिकित्सा संस्थानों और न ही इनमें काम करने वाले डाक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ के भरोसे पर खरा उतरता। पब्लिक को भी लगता कि शायद राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं अनुकूल नहीं हैं, जबकि राज्य में जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग का महकमा कोरोना संक्रमित लोगों का इलाज करने में जुटा है, वह बेहद काबिल-ए-तारीफ है। प्रदेश की कोरोना संक्रमित मरीजों की स्वास्थ्य दर भी अब बढ़कर 95 प्रतिशत पर पहुंच गई है। निसंदेह यह डाक्टरों व उनके सहयोगियों की ही मेहनत का नतीजा है।
प्रदेश भर में की गई प्रार्थना सभाएं, विज ने कहा जल्द ही ठीक होकर लोगों के बीच लौटूंगाउधर, अनिल विज के उत्तम स्वास्थ्य के लिए रविवार को दिन भर पूरे प्रदेश में कई स्थानों पर हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। हरियाणा योग परिषद के चेयरमैन एवं पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के केंद्रीय योग प्रभारी डा. जयदीप आर्य के अनुसार गुरुग्राम, रोहतक, रेवाड़ी, हिसार और भिवानी में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की उत्तम सेहत के लिए प्रार्थना कायर्क्रमों का आयोजन किया गया तथा हवन-यज्ञ हुए। हरियाणा योग परिषद के सदस्य करनाल के योगाचार्य दिनेश गुलाटी के अनुसार मंत्री विज 18-18 घंटे तक काम करते हैं। कोरोना काल में उन्होंने पूरे मनोयोग से स्वास्थ्य सेवाओं को संचालित किया।
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि अब वह अपनी तबीयत में पहले से काफी सुधार महसूस कर रहे हैं। इन्फेक्शन है, डाक्टर अपने हिसाब से उपचार में लगे हैं। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही वह स्वस्थ होकर लोगों के बीच फिर से काम करते नजर आएंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने अनिल विज के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की है।
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