राज्य ब्यूरो, जागरण। चंडीगढ़ हरियाणा की 90 सदस्यीय 15वीं विधानसभा में इस बार यंग ब्लड (जोशीले युवाओं) की संख्या अधिक रहने वाली है। विधानसभा में इस बार 40 युवा चेहरे चुनाव जीतकर आए हैं। इनमें भाजपा के 23 और कांग्रेस के 13 विधायक पहली बार बने हैं।
बाकी 50 विधायकों में कई चेहरे ऐसे हैं, जो दो से सातवीं बार तक विधायक बने हैं। सात बार विधायक बनने वाले दो विधायक इस बार चुनकर आए हैं। इनमें अंबाला छावनी के भाजपा विधायक अनिल विज और बेरी से कांग्रेस के विधायक डॉ. रघुबीर सिंह कादियान शामिल हैं।
आदित्य सुरजेवाला सबसे युवा विधायक
अनिल विज हरियाणा के गृह मंत्री रह चुके हैं, जबकि रघुबीर कादियान विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं। विधानसभा की 90 सीटों में इस बार भाजपा ने 48, कांग्रेस ने 37, इनेलो ने दो पर जीत हासिल की है। तीन निर्दलीय विधायक चुने गए हैं। 14वीं विधानसभा में 43 विधायक पहली बार चुने गए थे।
कैथल से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने आदित्य सुरजेवाला इस विधानसभा के सबसे युवा विधायक होंगे। उनकी उम्र 25 साल हैं। सबसे उम्रदराज यानी 80 वर्ष के डॉ. रघुबीर सिंह कादियान हैं। रघुबीर सिंह कादियान ने बेरी हलके से लगातार सातवीं बार जीत हासिल की है।
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21 विधायक दूसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे
इसी तरह 21 विधायक दूसरी बार चुनाव जीतकर आए हैं, जबकि 14 विधायक तीसरी बार, चार विधायक चौथी बार, पांच विधायक पांचवीं बार और एक विधायक छठी बार विधानसभा में चुनकर पहुंचा है। डॉ. रघुबीर कादियान के अलावा छह और ऐसे विधायक हैं, जिनकी उम्र 70 साल से अधिक है।इनमें सफीदों से भाजपा के रामकुमार गौतम 78, गढ़ी-सांपला-किलोई से कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा 77, हिसार से निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल 74 तथा राई से भाजपा की कृष्णा गहलावत 73, इंद्री से भाजपा के रामकुमार कश्यप और अंबाला कैंट से भाजपा के अनिल विज 71 वर्ष के हैं।
विधानसभा जाएंगे 5 वकील और 3 डॉक्टर
इनेलो के टिकट पर डबवाली से चुनाव जीते आदित्य देवीलाल चौटाला व रानियां से अर्जुन चौटाला पहली बार सदन में दस्तक देंगे। दो निर्दलीय विधायक गन्नौर से देवेंद्र सिंह कादियान और बहादुरगढ़ से राजेश जून पहली बार चुने गए हैं।मुख्यमंत्री सहित पांच वकील, तीन डॉक्टर और 53 विधायक स्नातक विधानसभा के चुनाव में इस बार 20 पूर्व विधायकों ने भी जीत हासिल की है। नई विधानसभा में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित पांच वकील, तीन डॉक्टर और 53 ग्रेजुएट विधायक हैं।
13 विधायकों ने केवल 10वीं तक की है पढ़ाई
सिविल इंजीनियर, पोस्ट ग्रेजुएट के अलावा आठ विधायक 12वीं पास हैं। एक विधायक पांचवीं पास है, जबकि 13 ने दसवीं तक की ही पढ़ाई की हुई है। चार पूर्व विधायकों की पत्नियां विधानसभा में पहुंची विधानसभा में हरियाणा के चार पूर्व विधायकों की पत्नियां भी इस बार विधानसभा पहुंचने में कामयाब रही हैं।पूर्व केंद्रीय मंत्री व अंबाला सिटी से विधायक रहे विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा कालका से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीती हैं। पूर्व मुख्य संसदीय सचिव व कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष रामकिशन गुर्जर की पत्नी शैली चौधरी नारायणगढ़ हलके से लगातार दूसरी बार विधायक बनी हैं।
अंबाला से कांग्रेस सांसद वरुण चौधरी की पत्नी पूजा चौधरी मुलाना हलके से पहली बार चुनी गई हैं। इसी तरह नांगल-चौधरी हलके से पूर्व विधायक चौधरी मूलाराम की पत्नी मंजू चौधरी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं।
पिछली बार संदीप सिंह, इस बार विनेश फोगाट सदन में
राज्य की 14वीं विधानसभा की तरह इस बार भी एक खिलाड़ी विधानसभा में नजर आएगा। 2019 में पिहोवा हलके से भाजपा टिकट पर हॉकी टीम के कप्तान सरदार संदीप सिंह चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।
संदीप सिंह राज्य की मनोहर सरकार में खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री भी रहे। वहीं, इस बार कांग्रेस टिकट पर जुलाना हलके से ओलिंपियन विनेश फोगाट चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं।
भव्य बिश्नोई दूसरी बार किसी आईएएस से चुनाव हारे
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई दूसरी बार किसी आईएएस अधिकारी से चुनाव हारे हैं। कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में सेवानिवृत आईएएस चंद्रप्रकाश ने भाजपा के भव्य बिश्नोई को 1268 वोटों से शिकस्त दी।
चंद्र प्रकाश को 65 हजार 371 वोट मिले। भव्य बिश्नोई के हिस्से में 64 हजार 103 वोट आए। इस इलाके में दोनों पार्टियों के बीच आमने-सामने की टक्कर हुई। इससे पहले कांग्रेस की टिकट पर 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले भव्य बिश्नोई को सरकारी नौकरी से वीआरएस लेने वाले आईएएस बृजेंद्र सिंह ने हराया था।
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