Haryana Election: चुनाव से पहले ही टूट जाएगा इनेलो-बसपा-हलोपा का गठबंधन! अचानक हो गया बड़ा 'खेल'
हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election 2024) से पहले इनेलो-बसपा और हलोपा के बीच हुआ गठबंधन टूटने के कगार पर है। दरअसल बीते रविवार को हलोपा सुप्रीमो गोपाल कांडा ने बयान दिया था कि चुनाव जीतने के बाद गठबंधन भाजपा के साथ सरकार बनाएगा। इस पर इनेलो प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने कहा कि यह बयान उनका निजी है और इससे इनेलो-बसपा का कोई लेना-देना नहीं है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) के अध्यक्ष गोपाल कांडा द्वारा भाजपा की भाषा बोलने के बाद इनेलो-बसपा का हलोपा से गठबंधन टूटने के आसार बन गये हैं। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा ने कहा कि भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने का गोपाल कांडा का बयान उनका निजी बयान हो सकता है।
उनके इस बयान से इनेलो-बसपा का कोई संबंध नहीं है। गोपाल कांडा से इस बारे में जवाब मांगा जाएगा। यदि गोपाल कांडा स्थिति साफ नहीं कर सके तो सिरसा में उन्हें इनेलो-बसपा का समर्थन देने के फैसले पर पुनर्विचार किया जाएगा।
गोपाल कांडा ने दिया था ये बयान
गोपाल कांडा ने रविवार को बयान दिया था कि उनकी पार्टी हलोपा अभी भी एनडीए का हिस्सा है और विधानसभा चुनाव के बाद इनेलो-बसपा-हलोपा मिलकर भाजपा की सरकार बनाएंगे। गोपाल कांडा के इस बयान के बाद सोमवार को भाजपा ने सिरसा विधानसभा सीट से अपने उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा का नामांकन वापस करा दिया है।अब हलोपा उम्मीदवार के रूप में गोपाल कांडा तथा कांग्रेस उम्मीदवार गोकुल सेतिया के बीच सिरसा में आमने-सामने का मुकाबला होगा। गोपाल कांडा को समर्थन देने की वजह से सिरसा सीट पर इनेलो-बसपा गठबंधन ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
इनेलो ने कांडा के बयान को बताया गैर-जिम्मेदाराना
इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा के अनुसार भाजपा व कांग्रेस को सत्ता में आने से रोकने के लिए इनेलो-बसपा ने गठबंधन किया था। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा इनेलो-बसपा गठबंधन के साथ आए थे।उन्होंने कहा कि रविवार को गोपाल कांडा ने बयान दिया है कि तीनों दलों का यह गठबंधन राज्य में भाजपा की सरकार बनाने में मदद करेगा, जो कि पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना बयान है।
माजरा ने कहा कि इनेलो-बसपा की गोपाल कांडा के इस बयान से किसी तरह की सहमति नहीं है। यदि उन्होंने अपने बयान पर गठबंधन के सामने स्थिति साफ नहीं की जो उन्हें समर्थन देने पर पुनर्विचार किया जाएगा।
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