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ताऊ देवीलाल की जयंती के बहाने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में इनेलो, खरगे-सोनिया के साथ केजरीवाल को भी न्योता

Abhay Singh Chautala ताऊ देवीलाल की जयंती के बहाने इनेलो शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुटी है। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला अब 18 से 22 सितंबर तक दिल्ली में डेरा डालेंगे और तमाम बड़े नेताओं से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्हें कैथल में मंच साझा करने का न्योता देंगे। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल से हमें कोई परहेज नहीं है।

By Sudhir TanwarEdited By: M IslamUpdated: Sat, 16 Sep 2023 10:30 PM (IST)
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ताऊ देवीलाल की जयंती के बहाने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में इनेलो

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो: ताऊ देवीलाल की 110वीं जयंती के बहाने इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुट गया है। 25 सितंबर को कैथल में होने वाली सम्मान दिवस रैली के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी के साथ ही आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आइएनडीआइए में शामिल सभी बड़े नेताओं को न्योता भेजा गया है।

इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला अब 18 से 22 सितंबर तक दिल्ली में डेरा डालेंगे और तमाम बड़े नेताओं से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्हें कैथल में मंच साझा करने का न्योता देंगे। इनेलो की रणनीति पूर्व उपप्रधानमंत्री स्वर्गीय देवी लाल और इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के सभी पुराने साथियों को एक मंच पर लाकर राजनीतिक संदेश देने की है।

गैर भाजपावाद की नींव रखने वाली जमीन का नाम हरियाणा

जदयू के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता एवं आइएनडीआइए की रिसर्च टीम के सदस्य केसी त्यागी और इनेलो विधायक अभय चौटाला ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पहले गैर कांग्रेसवाद और अब गैर भाजपावाद की नींव रखने वाली जमीन का नाम हरियाणा है। अभय चौटाला ने कहा कि सम्मान दिवस रैली में अगर कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भेजती है तो उनका भी स्वागत करेंगे।

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हुड्डा पर सवाल दागा

साथ ही सभी दस लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का बयान देने वाले हुड्डा पर सवाल दागा कि अगर ऐसा करने में सक्षम हैं तो पिछले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस सभी सीटें क्यों हार गई। दोनों बाप-बेटा लोकसभा चुनाव क्यों हार गए? उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देकर हुड्डा सीधे-सीधे भाजपा को लाभ पहुंचाना चाहते हैं। केसी त्यागी ने कहा कि 1987 में अगर चौ. देवीलाल के प्रयासों से जनता दल का गठन नहीं होता तो 422 सीटों वाली कांग्रेस को सत्ता से बाहर नहीं किया जा सकता था। पिछले साल फतेहाबाद में सम्मान दिवस रैली में आइएनडीआइए की नींव पड़ी थी।

देवीलाल के नेतृत्व में काम किया

आइएनडीआइए में जितने भी दल शामिल हैं, लगभग सभी ने चौ. देवीलाल के नेतृत्व में काम किया है। हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में लोकसभा की सारी सीटें भाजपा के पास हैं और भाजपा जैसी मजबूत और ताकतवर पार्टी को अगर हराना है तो उतने ही बड़े दिल से उतना ही बड़ा गठबंधन हमें बनाना पड़ेगा। हरियाणा में इनेलो, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को इकट्ठा होना पड़ेगा क्योंकि छोटे मन से बड़े काम नहीं होते। भाजपा को अगर सत्ता से बाहर करना है तो हम सबको स्वार्थ की राजनीति को छोड़ कर संगठित होना पड़ेगा।

कई बड़े नेताओं ने भरी हामी

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल से हमें कोई परहेज नहीं है। वे स्वयं केजरीवाल और कांग्रेस अध्यक्ष से बात करेंगे और उन्हें निजी तौर पर मिलकर निमंत्रण देंगे। उसके बाद वो आएंगे या नहीं आएंगे, यह उनका फैसला है। उन्होंने बताया कि अभी तक नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, लालू यादव, सुखबीर बादल, फारुख अब्दुल्ला, शरद पंवार, सतपाल मलिक, तेजस्वी यादव, सीता राम येचुरी, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और चौधरी बीरेंद्र सिंह सम्मान दिवस रैली में आने की स्वीकृति दे चुके हैं।

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