राशन पानी लेकर डटे किसान
क्योंकि अंबाला से लगते राजपुरा में बड़ी तादाद में किसान अपने ट्रैक्टरों में राशन पानी लेकर रात से ही डटे हुए थे, जिसको लेकर पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर तमाम इंतजाम कर रखे थे। पिछले किसान आंदोलन में किसानों ने सिंधु बॉर्डर को धरना स्थल बनाया हुआ था, लेकिन इस बार हालात देखकर लग रहा है कि किसान शंभू बॉर्डर को अपना धरना स्थल बना सकते हैं।
ट्रैक्टरों से आने वाले किसानों को नहीं मिलेगी अनुमती
किसानों के दिल्ली चलो प्रोटेस्ट पर अंबाला रेंज के आईजी सिबाश कबिराज ने कहा है कि हम पंजाब से आने वाले किसानों का स्वागत करते हैं, लेकिन अगर वे ट्रैक्टरों पर यात्रा करते हैं तो इससे लोगों के लिए समस्याएं पैदा होंगी। वे बसों, ट्रेनों या पैदल यात्रा कर सकते हैं। अगर वे ट्रैक्टरों से आते हैं तो हम उन्हें अनुमति नहीं देंगे। वहीं पूरे इलाके में धारा 144 भी लागू कर दी गई है।
शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले छोड़े
बता दें कि बीते रोज पुलिस द्वारा शंभू बॉर्डर पर मॉक ड्रिल की गई थी कि कैसे किसानों को रोका जा सकता है। वहीं इसके बाद कल रात कुछ लोगों द्वारा शंभू बॉर्डर पर लगाए पत्थरों को भी हटाया जा रहा था। इसपर पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे।
वहीं अमृतसर - दिल्ली हाई वे से भी पंजाब के किसान शंभू बॉर्डर पर आ रहे हैं। इसको लेकर भी पुलिस द्वारा राजपूरा से ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं जीरकपुर से दप्पड़ टोल प्लाजा पर भी ट्रैफिक को बदल दिया गया है। यातायात डायवर्ट के चलते यमुनानगर से वाहनों को भेजा जा रहा है।
शंभू बॉर्डर पर पुलिस द्वारा वाटर कैनन में रंग बिरंगा पानी भर दिया गया है, जिससे प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा सके। जानकारी ये भी थी कि इन रंग बिरंगे पानी में कुछ केमिकल भी मिलाया गया है, जो त्वचा पर लगते ही जलन पैदा करेगा।
वहीं पुलिस द्वारा हर 100 से 200 मीटर पर बैरीगेटिंग की गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने भी अपनी सेफटी को देखते हुए बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए हैं। यहां भी सिक्योरिटी फोर्सेज द्वारा पांच लेयर के साथ सिक्योरिटी तैनात की गई है।
हरियाणा पुलिस द्वारा कल ही इस बात की जानकारी दे दी गई थी कि प्रदेश भर में 114 कंपनियों को तैनात कर दिया गया है। इनमें से 64 कंपनियां अर्धसैनिक बलों की हैं तो वहीं 50 अर्ध सैनिक बलों की।