Move to Jagran APP

Haryana Politics: लोकसभा की सीट दस, कांग्रेस से आए 362 आवेदन; हुड्डा-SRK गुट के चुनाव न लड़ने की ये बड़ी वजह आई सामने

Loksabha Election 2024 जैसे-जैसे लेकसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं। ठीक वैसे-वैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी तैयारियों में तेजी ला रहे हैं। इसी को देखते हुए हरियाणा कांग्रेस से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 362 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। जबकि सीटों की संख्या मात्र 10 है। यानी हर एक सीट के लिए करीब 37 आवेदन आए हैं।

By Monu Kumar JhaEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Thu, 08 Feb 2024 02:13 PM (IST)
Hero Image
Haryana Politics: लोकसभा की सीट दस, कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए आवेदन 362। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़।  Loksabha Election 2024 जैसे-जैसे लेकसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं। ठीक वैसे-वैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी तैयारियों में तेजी ला रहे हैं। इसी को देखते हुए हरियाणा कांग्रेस से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 362 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है।

हर सीट पर आए करीब 37 आवेदन

जबकि सीटों की संख्या मात्र 10 है। यानी अब अगर गणित के फॉमूले के हिसाब से बात करें तो हर एक सीट के लिए करीब 37 आवेदन आए हैं। भविष्य में कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती हर सीट पर सही उम्मीदवार का चयन करना होगा ताकि भाजपा(Haryana BJP) या विपक्षी उम्मीदवार के सामने एक अच्छी फाइट हो पाए।

न पूर्व सीएम हुड्डा और न ही  SRK गुट ने किया आवेदन

हैरानी तो तब हुई जब इन आवेदनों में कांग्रेस के कई दिग्गजों के नाम तक शामिल नहीं थे। बता दें हरियाणा राजनीति में कांग्रेस खेमे में SRK के नाम से प्रसिद्ध जिनमें कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, किरण चौधरी(Kumari Selja Randeep Singh Surjewala Kiran Chaudhary) शामिल हैं।

उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव से खुद को किनारा किया। इतना ही नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा( Bhupinder Singh Hudda)ने भी लोकसभा चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई है। इस बार कांग्रेस के इन दिग्गजों ने चुनाव से किनारा किया है। इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं आइये उस पर चर्चा करते हैं।

यह भी पढ़ें: Haryana: बजट सत्र को लेकर स्पीकर ने CM और पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा से की चर्चा, अविश्वास प्रस्ताव का ये है फॉर्मूला

कांग्रेसी दिग्गज नेताओं के चुनाव न लड़ने की ये बड़ी वजह

सबसे पहले अगर हरियाणा में कांग्रेस(Haryana Congress) के बड़े चेहरों की बात करें तो पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम आता है। इनके लोकसभा चुनाव न लड़ने की सबसे बड़ी वजह इसी साल हरियाणा में होने वाला राज्य विधानसभा चुनाव है।

बता दें हुड्डा ने पहले ही मीडिया में कहा है कि ये उनका आखिरी विधानसभा चुनाव होगा। इसलिए हो सकता है उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए अपना आवेदन न दिया हो। मगर इससे पहले 2019 में उन्हें सोनीपत से लोकसभा चुनाव लड़ाया गया था, लेकिन उनकी करारी हार हुई थी।

अंबाला और हिसार से सैलजा की थी दावेदारी की बात

अब बात करते हैं कांग्रेस में SRK गुट की पहली वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय सामाजिक न्याय और पर्यटन मंत्री कुमारी सैलजा की तो उन्होंने गृहमंत्री अनिल विज के शहर अंबाला और हिसार में पार्टी को फिर से खड़ा करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

इनके बारे में भी ऐसा माना भी जा रहा था कि वह इन दोनों सीट में से किसी एक से अपनी दावेदारी ठोक सकती हैं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसका बड़ा कारण कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित कई जनसभाओं में उनका यह कहना कि वह विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं। जिसकी कुमारी सैलजा ने इच्छा भी जताई।

कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से सुरजेवाला को लड़ाना चाहती है पार्टी

SRK गुट के दूसरे बड़े नेता पूर्व विधायक और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला फिलहाल मध्य प्रदेश के साथ कर्नाटक में पार्टी प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कांग्रेस उन्हें इस बार कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाना चाहती थी।

लेकिन अभी तक उन्होंने इसके लिए कोई आवेदन नहीं किया है। ऐसे में राजनैतिक गलियारों में माना जा रहा है कि वह भी SRK गुट में रहते हुए लोकसभा की बजाय होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी का ताल ठोक सकते हैं।

किरण चौधरी के बारे में भी जानिए

इस गुट की आखिरी नेता और तोशाम से विधायक किरण चौधरी आती हैं। जो पूर्व हरियाणा के मुख्यमंत्री बंशीलाल के परिवार से संबंध भी रखती हैं। बीते कुछ दिनों तक उनकी भी लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा थी। लेकिन पार्टी में हुए आवेदन में उन्होंने ने भी अभी तक कोई रूचि नहीं दिखाई है। ऐसे में कह सकते हैं कि वह भी विधानसभा चुनाव लड़ेंगी।

यह भी पढ़ें: Haryana: भिवानी में खुल रहे पांच हजार साल पुराने रहस्य, बीते साल से चल रही खुदाई; अभी तक मिली ये कीमती चीजें

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।