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हरियाणा चुनाव की तल्खियों पर मातूराम की 'जलेबियों' की मिठास, राहुल गांधी से लेकर PM मोदी तक कर चुके जिक्र

हरियाणा के चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों ने गोहाना की प्रसिद्ध जलेबी का जिक्र किया। यह जलेबी इतनी प्रसिद्ध है कि कई नेता चुनाव प्रचार के दौरान इसका स्वाद लेना नहीं भूलते और इसे अपने परिजनों के लिए भी ले जाते हैं। यह एक दिलचस्प तथ्य है जो राजनीतिक मतभेदों के बीच एक मीठा संयोग बिठाता है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 04 Oct 2024 11:14 PM (IST)
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हरियाणा के चुनाव की तल्खियों पर मातूराम की 'जलेबियों'

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana Election 2024: हरियाणा के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भले ही एक दूसरे पर राजनीतिक वार किये, लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान दोनों ही नेता गोहाना की जंबो साइज जलेबी का जिक्र करना नहीं भूले। राहुल गांधी ने तो इस जलेबी का स्वाद तक चखा।

चुनाव प्रचार अभियान में जुटे तमाम नेता समय निकालकर गोहाना की जलेबी का स्वाद लेना नहीं भूलते और वापस घर जाते हुए इसे पैक कराकर अपने रिश्तेदारों व परिजनों के लिए लेकर जाते हैं।

पीएम नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी दोनों ने ही अपने हरियाणा दौरे के दौरान भाषणों में जलेबी के पुराने निर्माता मातूराम का जिक्र किया। मातू राम के परिजनों को पिछले दिनों फिरौती के लिए कॉल आई थी।

चुनाव के दौरान पार्टियां भले ही एक-दूसरे के खिलाफ तीखे अभियान चलाती हों, लेकिन उनके नेताओं के भाषणों में मीठी 'जलेबी' का जिक्र राजनीतिक तापमान को कम करने में मदद करता है।

शुक्रवार को खत्म हुआ चुनाव प्रचार

हरियाणा में शनिवार को मतदान है और चुनाव प्रचार शुक्रवार को समाप्त हो चुका है। हरियाणा के सोनीपत जिले में स्थित गोहाना जाट बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र है, जहां की जलेबी का जिक्र इस बार के चुनाव प्रचार अभियान के दौरान खूब हुआ है।

मातूराम के पोते रमन गुप्ता के अनुसार जंबो साइज की यह जलेबी 1958 में उनके दिवंगत दादा मातूराम ने गोहाना में बनानी शुरू की थी। अब रमन और उनका भाई नीरज यह दुकान चलाते हैं। जंबो साइज की यह जलेबी शुद्ध देसी घी से बनती है। कुरकुरी और मुलायम दोनों स्वाद इस जलेबी में हैं।

प्रत्येक जलेबी का वजन 250 ग्राम

प्रत्येक जलेबी का वजन 250 ग्राम होता है। एक किलो वजन वाले चार पीस के डिब्बे की कीमत 320 रुपये है। मिठाई की शेल्फ लाइफ एक सप्ताह है। मंगलवार को गोहाना में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रसिद्ध जलेबी निर्माता मातूराम 'हलवाई' का डिब्बा दिखाया और इस बात पर जोर दिया कि उनकी जलेबी पूरे देश में बिकनी चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि जलेबियों का निर्यात भी किया जाना चाहिए, जिससे अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे पहले गोहाना में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधने के लिए "मातूराम की जलेबी" का जिक्र किया था।

देवीलाल भी रह चुक हैं जलेबी के दीवाने

विपक्षी दलों पर हमला करते हुए मोदी ने तब कहा था कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो उनके पास पांच साल में पांच प्रधानमंत्री बनाने का फॉर्मूला है।

उनसे पूछिए कि क्या प्रधानमंत्री का पद हमारी मातूराम की जलेबी है। जलेबी की दुकान के मालिक रमन गुप्ता के अनुसार पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल भी मातूराम की जलेबियों के शौकीन थे। हरियाणा में चल रहे चुनावों में मुख्यमंत्री नायब सैनी और कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा कुछ देर के लिए दुकान पर रुके थे।

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