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Haryana News: हरियाणा सरकार में हो चुकी एक लाख से ऊपर सरकारी भर्तियां, पर्ची-खर्ची के दाग मिटाने में लगे CM मनोहर लाल

Government Jobs in Haryana हरियाणा में बीजेपी सरकार के 9 साल पूरे होने पर मनोहर लाल ने बताया कि बीजेपी सरकार के शासन काल में सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में पर्ची खर्ची का खेल भी खत्म हुआ है। साथ ही निजी सेक्टर में 47.4 लाख युवाओं को रोजगार मिला है।

By Anurag AggarwaEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 22 Oct 2023 04:23 PM (IST)
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हरियाणा सरकार में हो चुकी एक लाख से ऊपर सरकारी भर्तियां (फाइल फोटो)।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा की बीजेपी सरकार के 9 साल के कार्यकाल में सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। अक्टूबर 2014 में सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का फैसला किया था, जिससे प्रदेश के दामन पर लगे पर्ची-खर्ची के दाग को मिटाकर व्यवस्था में मैरिट के आधार पर नौकरियां मिलने का विश्वास बहाल किया जा सके।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी सरकार के नौ साल के कार्यकाल 2014 से 2023 के बीच 1 लाख 14 हजार 210 सरकारी नौकरियां दी हैं, जबकि 41 हजार 217 सरकारी भर्तियों की प्रक्रिया चल ही है। साल 1999 से 2005 के बीच ओमप्रकाश चौटाला मुख्यमंत्री थे, जिनकी सरकार ने 15 हजार 125 भर्तियां की। साल 2005 से 2014 तक 10 साल के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री के रूप में हरियाणा की बागडोर संभाली। इस अवधि में 86 हजार 67 सरकारी भर्तियां हुई हैं।

भाजपा सरकार 26 अक्टूबर को नौ वर्ष पूरे कर रही है। इन नौ साल के कार्यकाल में सरकारी नौकरियां देने को लेकर प्रदेश सरकार ने जनता के सामने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। हरियाणा जैसे राज्य में सरकारी नौकरियां बड़ा मुद्दा हैं। इन नौकरियों को प्राप्त करने के लिए हमेशा से सिफारिश यानी पर्ची और खर्ची यानी पैसे की जरूरत पड़ती रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दावा है कि अब पूरी व्यवस्था ही ऐसी पारदर्शी और जिम्मेदार-जवाबदेह बना दी गई है कि प्रतिभावान युवाओं को शिक्षा से लेकर रोजगार तक, लक्ष्य-केंद्रित मेहनत के अलावा कुछ और करने की जरूरत नहीं है।

ग्रुप सी और डी की भर्तियों में खत्म किया साक्षात्कार

भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए ही सरकार ने ग्रुप 'सी' और 'डी' की भर्तियों में साक्षात्कार प्रक्रिया समाप्त की है। बेरोजगार युवाओं को नौकरी के लिए बार-बार आवेदन करने और फीस भरने की जरूरत नहीं है। बार-बार पात्रता परीक्षा से राहत दिलाने के लिए कामन पात्रता परीक्षा का भी सरकार ने प्रविधान किया है। प्रदेश सरकार ने रेवाड़ी, करनाल, हिसार और पंचकूला में विद्यार्थियों के लिए विशेष कोचिंग की व्यवस्था की है, जिसे प्राप्त कर 287 विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस तथा एनईईटी और आइआइटी एडवांस की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की है।

सुपर-100 की तर्ज पर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए सुपर-एनडीए कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसमें प्रति वर्ष 100 विद्यार्थियों को एनडीए और एसएसबी परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है।

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निजी सेक्टर में 47.4 लाख युवाओं को मिला रोजगार

अक्टूबर 2014 से अब तक विभिन्न योजनाओं में निजी क्षेत्र में 47 लाख 40 हजार 145 युवाओं को रोजगार मिला है। राज्य में 15 नए राजकीय बहुतकनीकी संस्थानों की स्थापना हुई, जिससे छात्रों की प्रवेश क्षमता में 3278 की वृद्धि हुई है। नौकरी मिलने तक सक्षम युवा योजना के तहत स्नातकोत्तर बेरोजगारों को तीन हजार, स्नातक बेरोजगारों को डेढ़ हजार और 102 पास बेरोजगारों को 900 रुपये बेरोजगारी भत्ता तथा 100 घंटे काम करने की एवज में छह हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय देने की व्यवस्था है।

अब तक चार लाख सक्षम युवाओं के आवेदन अनुमोदित हुए तथा 1559 करोड़ रुपये बेरोजगारी भत्ता व 945 करोड़ रुपये मानदेय के रूप में वितरित किए जा चुके हैं।

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