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हुड्डा और मनोहर लाल से ज्यादा पावरफुल नायब सैनी, देखेंगे 12 विभागों का काम; सरकार में कम हुआ अनिल विज का कद

हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पिछले 20 सालों में सबसे अधिक पावरफुल सीएम हैं। उनके पास गृह सीआईडी आबकारी एवं कराधान और वित्त विभागों का कामकाज एक साथ है। इससे पहले अनिल विज के पास गृह मंत्रालय का पदभार था लेकिन इस सरकार में विज के कद को कम किया गया है। बता दें कि सीएम सैनी के पास सबसे अधिक 12 विभाग हैं।

By Anurag Aggarwa Edited By: Rajiv Mishra Updated: Mon, 21 Oct 2024 07:44 PM (IST)
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मुख्यमंत्री नायब सैनी के पास हैं सबसे अधिक 12 विभाग (फाइल फोटो)
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनोहर लाल की अपेक्षा नायब सिंह सैनी पिछले 20 सालों में ऐसे पहले सीएम हैं, जिन्होंने सबसे अधिक पावरफुल विभाग एक साथ अपने पास रखे हैं। पिछले 20 सालों के बाद अब मुख्यमंत्री पहली बार गृह, सीआईडी, आबकारी एवं कराधान और वित्त विभागों का कामकाज एक साथ देखने वाले हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मनोहर लाल ने इन चारों विभागों को कभी एक साथ अपने पास नहीं रखा। इन विभागों को दूसरे मंत्रियों को सौंप दिए जाने के बाद पिछली भाजपा सरकार में कई बार विवाद की स्थिति बनी। इसलिए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इन विभागों को अपने पास रखकर किसी तरह के विवाद को जन्म मिलने से पहले ही खत्म कर दिया है।

सीएम सैनी के पास हैं 12 विभाग

मुख्यमंत्री नायब सैनी के पास सबसे अधिक 12 विभाग हैं। वे उन विभागों का कामकाज भी देखेंगे, जो दूसरे मंत्रियों को आवंटित नहीं हुए हैं। साल 2005 से लेकर 2014 तक राज्य में कांग्रेस की सरकार रही। उस समय के मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के पास कभी भी वित्त और आबकारी विभाग नहीं रहे।

हुड्डा की सरकार में यह दोनों महत्वपूर्ण विभाग दूसरे मंत्रियों के पास थे। साल 2014 से 12 मार्च 2024 तक प्रदेश के सीएम मनोहर लाल रहे। उनके पास पावरफुल विभाग जरूर थे, लेकिन आबकारी एवं वित्त विभाग भी उन्होंने कभी एक साथ नहीं रखे।

वर्ष 2014 से 2019 तक अपनी पहली पारी में मनोहर लाल के पास गृह विभाग तो था, लेकिन वित्त विभाग नहीं था। उस समय वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु हुआ करते थे।

इससे पहले अनिल विज के पास था गृह विभाग

मनोहर लाल की अगुवाई में 2019 में जब दूसरी बार भाजपा की सरकार बनी तो गृह विभाग अनिल विज को दे दिया गया। उस समय सीआईडी को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई, जिस कारण सीआईडी को अलग विभाग के रूप में अधिसूचित कर मनोहर लाल ने इसे अपने पास रख लिया। इस बार गृह और सीआईडी दोनों विभाग मुख्यमंत्री नायब सैनी के पास हैं। सीएम के पास वित्त विभाग होने का सबसे बड़ा फायदा यह होता कि फाइलें निकलने में आसानी रहती है।

सरकार में कम हुआ अनिल विज का कद

सरकार ने इस बार अनिल विज का कद पिछली बार के मुकाबले कम किया है। पिछली बार गृह, स्वास्थ्य और शहरी निकाय विभाग संभालने वाले अनिल विज को इस बार बिजली, परिवहन और श्रम विभाग दिए गए हैं। अब जिस तरह से विभागों का बंटवारा हुआ है, उससे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सबसे पावरफुल हो गए हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल के दूसरे कार्यकाल में उनके पास काफी कम विभाग थे। गठबंधन सरकार होने की वजह से कई बड़े मंत्रालय उस समय डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पास थे।

अनिल विज की बजाय महिपाल ढांडा संसदीय मामले मंत्री

संसदीय कार्य मामले मंत्री की जिम्मेदारी सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री को दी जाती है। नायब सरकार में सबसे वरिष्ठ मंत्री अनिल विज हैं। वे सातवीं बार विधायक बने हैं और मनोहर सरकार के पहले व दूसरे कार्यकाल में भी पावरफुल मंत्री रहे हैं।

मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में उस समय शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा संसदीय कार्य मामले मंत्री थे। दूसरे कार्यकाल में मनोहर लाल सरकार में शिक्षा मंत्री रहे कंवरपाल गुर्जर को संसदीय कार्य मामले मंत्री बनाया गया था।

नायब सरकार के पहले कार्यकाल में भी कंवरपाल गुर्जर के पास ही यह जिम्मा था। अब दूसरे कार्यकाल में पानीपत ग्रामीण से लगातार तीन बार के विधायक महिपाल सिंह ढांडा को संसदीय कार्य मामले मंत्री बनाया गया है। महिपाल ढांडा हरियाणा के शिक्षा (स्कूल एवं हायर एजुकेशन) मंत्री भी होंगे।

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विपुल गोयल, राव नरबीर, अरविंद शर्मा भी पावरफुल

हरियाणा सरकार में विभागों के बंटवारे के हिसाब से विपुल गोयल, राव नरबीर, डॉ. अरविंद शर्मा और रणबीर गंगवा काफी पावरफुल मंत्री बने हैं। विपुल गोयल को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मिलने से सभी जिलों के डीसी, शहरी निकाय विभाग मिलने से सभी जिलों के नगर आयुक्त उनके अधीन आ गए हैं।

सहकारिता विभाग काफी बड़ा है, जिसके मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा होंगे। राव नरबीर को उद्योग एवं वाणिज्य के साथ पर्यावरण और विदेश सहयोग विभाग देकर पावरफुल बनाया गया है। रणबीर गंगवा के पास पीडब्ल्यूडी विभाग और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग काफी बड़े विभाग हैं।

भाजपा सरकार में नये चेहरों पर सबसे ज्यादा भरोसा

भाजपा सरकार में इस बार विभागों के बंटवारे में नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा दिखाया गया है। इनमें आरती राव, विपुल गोयल, कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर और रणबीर गंगवा तो शामिल हैं ही, साथ ही गौरव गौतम व श्रुति चौधरी व श्याम सिंह राणा भी शामिल हैं।

नये चेहरों में आरती राव को स्वास्थ्य विभाग सौंपा गया है। महिपाल ढांडा को स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा जैसा महत्वपूर्ण विभाग देकर उन पर भरोसा जताया गया है। श्रुति चौधरी को सिंचाई एवं जल संसाधान जैसा अहम विभाग सौंपा गया है। नये चेहरों में डॉ. अरविंद शर्मा को जेल, चुनाव व पर्यटन विभागों की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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