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अब सीधे सीएम कार्यालय पहुंचेंगी भ्रष्टाचार की शिकायत

हरियाणा में भ्रष्टाचार की जानकारी अब सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचेंगी शिकायतें।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 10 Dec 2019 06:15 AM (IST)
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अब सीधे सीएम कार्यालय पहुंचेंगी भ्रष्टाचार की शिकायत

जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा में भ्रष्टाचार की जानकारी अब सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचेंगी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जनता के लिए वॅाट्सएप नंबर 9417891064 सार्वजनिक किया। साथ ही उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 1064 तथा टोल फ्री नंबर 18001802022 भी जारी किया। मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल पर भी सीधा संदेश भेजा जा सकता है, इसके लिए ऑडियो, वीडियो क्लिप भी शिकायतकर्ता को भेजनी होगी। भ्रष्टाचार निरोधक प्रकोष्ट द्वारा जांच की जाएगी, यदि शिकायत सही निकलती है तो उसके निदान की जानकारी भी उसको मुख्यमंत्री कार्यालय से भेजी जाएगी। एक साल में तीन सही शिकायतें प्रमाणित की जाती हैं तो उस शिकायतकर्ता को सार्वजनिक समारोह में या उसके घर पर सम्मानित किया जाएगा। शिकायतकर्ता ईमेल से भी एसवीबीडॉटएनआइसीडॉटजीओवीडॉटइन पर भी सर्तकता ब्यूरो को भेज सकता है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार उन्मूलन दिवस पर पंचकूला के सेक्टर-1 स्थित लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करने के अवसर पर यह नंबर जारी किया। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय में शीघ्र ही एक अलग से भ्रष्टाचार विरोधी प्रकोष्ट स्थापित करने की घोषणा की है। इसके लिए अलग से प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्ति होगी। मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया कि भविष्य में जो भी जांच हर विभाग के अधिकारी चाहे व पुलिस विभाग का है, आबकारी एवं कराधान विभाग है या खनन विभाग का है, किसी भी परिसर चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट प्रॉपर्टी दुकान या घर जांच के लिए जाएगा तो उसे अपने बटन के पास गुप्त कैमरा अनिवार्य रूप से लगाना होगा। मनोहर लाल ने बताया कि 25 दिसंबर 2014 में सुशासन दिवस के अवसर पर सर्वप्रथम उन्होंने तहसीलों में भ्रष्टाचार खत्म करने लिये ई-स्टेंपिग व ई-रजिस्ट्री की शुरुआत की थी। 17 कर्मचारी बिना मुख्यमंत्री के सिफारिश के एचसीएस बन पाए

इसी प्रकार उन्होंने भूमि उपयोग परिवर्तन (सीएलयू) की पावर भी एक नवंबर 2016 को निर्देशक नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग के निर्देशक को लौटा दी थी, जो पहले मुख्यमंत्री के अधीन होती थी, परंतु इसके पीछे की कहानी भ्रष्टाचार में गोलमोल करना ही होता था। जैसे की पहले की सरकारों में होता रहा। इसी प्रकार एक अन्य पहल ग्रुप सी से हरियाणा सिविल सेवा के लिए रजिस्टर दो से नामित किए जाने वाले कर्मचारियों की है, जो मुख्यमंत्री की सिफारिशों से एचसीएस बनाए जाते थे। इस बार हमने सभी पात्र कर्मचारियों के लिए हरियाणा लोक सेवा आयोग के माध्यम से लिखित परीक्षा का आयोजन करवाया और पहली बार एक साथ 17 कर्मचारी बिना मुख्यमंत्री के सिफारिश के एचसीएस बन पाए हैं। हरियाणा के मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने बताया कि आज 38 विभागों की 234 अंत्योदय तथा छह हजार से अधिक अटल सेवा केंद्र के माध्यम से ई-सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं। मेरी फसल मेरा बीमा योजना के तहत 3400 करोड़ रुपये की राशि किसानों के खाते में डाली गई है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भी ई-सिस्टम लागू किया गया है। प्रदर्शनी का भी किया गया अवलोकन

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भ्रष्टाचार उन्मूलन के खिलाफ अब तक के चलाए गए अभियान की लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया तथा एक साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। इस रैली में लगभग 150 स्कूली विद्यार्थी थे जो पंचकूला के विभिन्न प्रमुख चैराहों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का संदेश लोगों तक पहुंचाएंगे। यह रहे मौजूद

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. के पी सिंह, हरियाणा राज्य प्रशासनिक सुधार के चेयरमैन प्रो. प्रमोद कुमार, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, पंचकूला उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा भी उपस्थित रहे।

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