महिला आरक्षण बिल के लिए ओपी धनखड़ ने जताया PM Modi का आभार, पंजाबी फिल्म 'गोडे-गोडे चा' का जिक्र कर कही ये बात
केंद्र सरकार ने मंगलवार को संसद में महिला आरक्षण बिल पेश किया। प्रधानमंत्री मोदी ने बिल की पुरजोर वकालत की। बीजेपी के तमाम नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया है। हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा कि कुछ लोग इसका क्रेडिट ले रहे हैं। लेकिन बिल को सिर चढ़ाना पीएम मोदी के अलावा किसी के बस की बात नहीं है।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। OP Dhankar On Women Reservation Bill संसद और विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण के लिए केंद्र सरकार ने लोकसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल-2023 पेश कर दिया है। यह बिल पारित होते ही हरियाणा विधानसभा में 30 और लोकसभा की तीन सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी। केंद्र सरकार के इस कदम की बीजेपी नेता खूब सराहना कर रहे हैं। ओपी धनखड़ ने एक पंजाबी फिल्म का जिक्र कर महिलाओं को बधाई दी है।
हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा, "एक पंजाबी फिल्म है, जिसका नाम गोडे-गोडे चा है, इसकी थीम है कि महिलाओं को बारात में जाने की इजाजत नहीं है। लेकिन वह जाने के लिए संघर्ष करती हैं। वे सफल होती हैं। पुराने जमाने में देश के कई हिस्सों में इस तरह की परंपरा रही है।"
'आधी आबादी के लिए यह एक क्रांति है'
बीजेपी के प्रदेश प्रधान ने कहा कि महिलाओं को अपने हर हक के लिए लड़ना पड़ा है। वर्षों तक योग्य अधिकारों के लिए इंतजार करना पड़ा है। आज देश की संसद व विधानसभा में एक तिहाई महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिल रहा तो समझा जा सकता है कि कितना बड़ा बदलाव है। आधी आबादी के लिए यह एक क्रांति है।
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'अभिनंदन मोदी जी, बधाई नारी शक्ति'
ओपी धनखड़ ने आगे कहा कि ये खुशी गोडे-गोडे चा से कम नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह बिल सिरे चढ़ रहा है। कुछ लोग इसका शुरुआत करने का श्रेय ले रहे हैं। शुरुआत तो कई बार हुई, मगर सिरे चढ़ाना पीएम मोदी के सिवाए किसी के बस की बात नहीं है। अभिनंदन मोदी जी, बधाई नारी शक्ति।
महिला आरक्षण बिल का हरियाणा पर असर?
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में महिलाओं को पंचायतों में पहले ही 50 प्रतिशत आरक्षण मिला हुआ है। लोकसभा और विधानसभा सीटों के लिए परिसीमन वर्ष 2026 में होना है। वर्तमान में हरियाणा में लोकसभा की 10 और विधानसभा की 90 सीटें हैं। परिसीमन में आबादी के अनुसार लोकसभा की तीन सीटें बढ़ती हैं तो कुल 13 लोकसभा सीटें हो जाएंगी जिनमें चार महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इस स्थिति में विधानसभा में सीटें बढ़कर 117 हो जाएंगी जिनमें 39 सीटें महिलाओं की होंगी।
परिसीमन में लोकसभा की चार सीटें बढ़ती हैं तो लोकसभा की 14 सीटें हो जाएंगी जिनमें पांच सीटें महिलाओं की होंगी। इसी तरह विधानसभा में 126 विधायक होंगे जिनमें से 42 महिला विधायक होंगी। लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं की संख्या बढ़ने से राजनीति की दशा और दिशा बदलना भी तय है।
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