Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

हुड्डा के बेटे दीपेंद्र की टक्कर में खड़े होंगे सुरजेवाला के पुत्र आदित्य, कई दिग्गजों के बेटे-बेटियों ने मारी बाजी

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य की राजनीति में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इस बार के चुनाव में कई दिग्गजों के बेटे-बेटियां और परिजन जीते हैं जिनमें से अधिकतर युवा हैं। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस की ओर से भावी मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट किया जा रहा था।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Tue, 08 Oct 2024 10:59 PM (IST)
Hero Image
हुड्डा के बेटे दीपेंद्र की टक्कर में खड़े होंगे सुरजेवाला के पुत्र आदित्य।

राज्य ब्यूरो, जागरण, चंडीगढ़ गुटबाजी में फंसी हरियाणा कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का अलग खेमा है तो राष्ट्रीय महासचिव और सांसद कुमारी सैलजा तथा रणदीप सुरजेवाला का अलग गुट है।

विधानसभा चुनावों के नतीजों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, जो अभी तक अपने सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा को कांग्रेस की ओर से भावी मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करते रहे हैं। कैथल से रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला चुनाव जीत गए हैं, जो दीपेंद्र हुड्डा के विकल्प के रूप में खड़े होंगे।

विधानसभा चुनाव में इस बार कई दिग्गजों के बेटे-बेटियां और परिजन जीते हैं, जिनमें से अधिकतर युवा हैं। पूर्व मंत्री शमशेर सिंह सुरजेवाला के पौत्र आदित्य कांग्रेस का युवा चेहरा हैं। पहले चुनाव में ही उन्होंने पिछली बार के विधायक लीला राम गुर्जर को धूल चटा दी।

रणदीप सुरजेवाला पिछला विधानसभा चुनाव लीला राम से हार गए थे, लेकिन आदित्य को आगे कर उन्होंने हिसाब चुकता कर दिया। साथ ही संदेश देने में कामयाब रहे कि अब उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए बेटा तैयार है।

पहली बार में ही पहुंच गए विधानसभा

कैथल के कलायत में कांग्रेस सांसद जयप्रकाश जेपी ने बेटे विकास सहारण को पहली बार चुनावी रण में उतारा और शानदार जीत दिलाने में सफल रहे। रोहतक के महम में पूर्व मंत्री आनंद सिंह दांगी के युवा बेटे बलराम सिंह दांगी (कांग्रेस) जीते हैं।

अंबाला के मुलाना में सांसद वरुण चौधरी की पत्नी पूजा चौधरी (कांग्रेस) चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं। विधानसभा चुनावों ने छह सांसदों और तीन पूर्व मंत्रियों के वारिसों का राजनीतिक भविष्य तय कर दिया है, जो पहली बार चुनाव लड़ रहे थे।

बीजेपी उम्मीदवार पर सावित्री जिंदल भारी 

केंद्रीय राज्य मंत्री और गुड़गांव के सांसद राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव (भाजपा) महेंद्रगढ़ के अटेली में जीत दर्ज करने में सफल रहीं। इसी तरह राज्यसभा सदस्य कार्तिकेय शर्मा की माता शक्ति रानी शर्मा (भाजपा) ने कालका में कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी को शिकस्त दी है।

कुरुक्षेत्र के भाजपा सांसद नवीन जिंदल की माता सावित्री जिंदल हिसार में भाजपा के कार्यवाहक मंत्री डॉ. कमल गुप्ता पर भारी पड़ी।

हार गए असीम गायल

हालांकि पूर्व मंत्री चौधरी निर्मल सिंह अंबाला शहर में कार्यवाहक मंत्री असीम गोयल को हराने में सफल रहे, लेकिन अंबाला कैंट में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली उनकी बेटी चित्रा सरवारा पूर्व मंत्री अनिल विज (भाजपा) के साथ कड़े मुकाबले में हार गईं। पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान (भाजपा) दादरी से विधायक बन गए हैं।

यह भी पढ़ें- Haryana Result 2024: बीजेपी की जीत और कांग्रेस की हार के 6 प्रमुख कारण, 10 साल बाद भी क्यों नहीं आ सकी सत्ता में?

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें