हरियाणा में लोकसभा चुनाव 2024 (Haryana Lok Sabha Result 2024) का चुनाव काफी अहम रहा। यहां बीजेपी ने जहां साल 2019 में सभी सीटों पर जीत का डंका बजाया था वहीं इस बार महज पांच सीटों पर ही रह गई। यहां कई हारी हुई सीटों पर बड़े दिग्गज नेताओं अपने क्षेत्र में ही वोट दिलवाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा सरकार में शामिल करीब एक दर्जन मंत्रियों का लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के विधानसभा क्षेत्र नारायणगढ़ समेत आधा दर्जन मंत्रियों को विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों को करारी हार का सामना करना पड़ा।
आधा दर्जन मंत्री ऐसे हैं, जिनके विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की जीत का अंतर या तो घटा है या फिर बहुत अधिक कम हुआ है। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अनिल विज और डा. बनवारी लाल को छोड़कर सभी मंत्री चुनाव हार गए थे, जबकि दो मंत्रियों विपुल गोयल और राव नरबीर को पार्टी ने टिकट नहीं दिए थे।
बीजेपी को हुआ पांच सीटों का नुकसान
इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को पांच सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा और पांच सीटों पर जीत हासिल हुई है। भाजपा ने करनाल, गुड़गांव, भिवानी-महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और फरीदाबाद लोकसभा सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस ने अंबाला, रोहतक, सिरसा, सोनीपत और हिसार लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा के लिए यह चुनाव नतीजे किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं।
प्रदेश में इसी साल अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पांच लोकसभा सीटों का नुकसान और उसमें भी राज्य सरकार के मंत्रियों की परफारमेंस को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
नायब सैनी, असीम गोयल और कंवरपाल गुर्जर का प्रदर्शन निराशाजनक
अंबाला लोकसभा सीट पर भाजपा की बंतो कटारिया चुनाव हार गई। यहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की नारायणगढ़ विधानसभा सीट पड़ती है, जहां से भाजपा 20 हजार 762 मतों के अंतर से पराजित हुई है। इसी लोकसभा की अंबाला शहरी विधानसभा सीट से भाजपा को 4046 मतों को नुकसान हुआ है, जहां से परिवहन मंत्री असीम गोयल विधायक हैं।
संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर की जगाधरी विधानसभा सीट से भाजपा को 15 हजार 446 मतों का नुकसान हुआ है। पूर्व गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अंबाला छावनी हलके से भाजपा को 2997 मतों की लीड मिल पाई है। पंचकूला के विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डा. ज्ञानचंद गुप्ता के हलके से भाजपा को 22 हजार 921 मतों से जीत मिली है।
मूलचंद शर्मा, महिपाल ढांडा और सुधा ने बचाई लाज
भाजपा सरकार में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा के विधानसभा क्षेत्र थानेसर से भाजपा के नवीन जिंदल को 18 हजार 533 मतों की लीड मिली है। हालांकि लीड का यह अंतर उम्मीद से काफी कम है। मंत्रियों में सबसे अच्छा प्रदर्शन उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा का माना जा रहा है।
मूलचंद शर्मा के बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को 42 हजार 755 मतों की लीड हासिल हुई है। दूसरे नंबर पर विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री महिपाल ढांडा रहे हैं, जिनके पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से करनाल के सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को 42 हजार 76 मतों से जीत हासिल हुई है।
रणजीत चौटाला न स्वयं जीते और न तंवर को जिताया
हरियाणा की शिक्षा राज्य मंत्री सीमा त्रिखा के निर्वाचन क्षेत्र बड़खल में भाजपा का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। बड़खल में भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को 34 हजार 274 मतों की बढ़त हासिल हुई है। बिजली मंत्री के रूप में रणजीत चौटाला स्वयं अपने रानियां विधानसभा क्षेत्र से सिरसा के भाजपा उम्मीदवार डॉ. अशोक तंवर को जीत की ओर अग्रसर नहीं करा पाए हैं। रणजीत चौटाला के विधानसभा क्षेत्र रानियां में भाजपा 27 हजार 61 मतों के अंतर से बुरी तरह पराजित हुई है।
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सुभाष बराला, जेपी दलाल और अभय यादव का प्रदर्शन अच्छा नहीं
प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री विशंभर वाल्मीकि के विधानसभा क्षेत्र बवानीखेड़ा में हिसार के भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को हार का सामना करना पड़ा है। यहां भाजपा 282 मतों के अंतर से चुनाव हारी है, जबकि राज्यसभा सदस्य तथा लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के चेयरमैन सुभाष बराला के टोहाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा चुनाव नहीं जीत पाई है।
टोहाना से पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा को जिताने में कामयाब रहे हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में भाजपा सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह को वित्त एवं नगर आयोजना विभाग के मंत्री जयप्रकाश दलाल के निर्वाचन क्षेत्र लोहारू में 8319 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा है। प्रदेश के सिंचाई मंत्री डा. अभय सिंह यादव नांगल-चौधरी से भाजपा विधायक हैं। उनके हलके से भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह मात्र 2472 मतों से ही चुनाव जीत पाए हैं।
डॉ. बनवारी लाल और संजय सिंह का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं
गुड़गांव से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत को भी इस चुनाव में तगड़ा झटका लगा है। हालांकि वह प्रदेश के एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो छठी बार संसद में पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कांग्रेस के राज बब्बर ने कड़ी चुनौती दी। राव इंद्रजीत के प्रभाव की बदौलत भिवानी में चौधरी धर्मबीर सिंह की जीत बताई जा रही है। कांग्रेस के राज बब्बर के मुकाबले राव इंद्रजीत सिंह 75 हजार 79 मतों से चुनाव जीत पाए हैं।
पीडब्ल्यूडी मंत्री डा. बनवारी लाल बावल से विधायक हैं। उनके यहां राव इंद्रजीत सिंह को इस बार केवल 22 हजार 249 मतों से जीत हासिल हो पाई। है। सोहना से विधायक संजय सिंह नायब सरकार में पर्यावरण तथा वन एवं वन्य प्राणी राज्य मंत्री हैं। उनके यहां इंद्रजीत सिंह को मात्र 6 हजार 109 मतों की लीड हासिल हुई।
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