पंचकूला के सेक्टर 20/21 में लगेंगी सेंसर आधारित ट्रैफिक लाइट्स, अंतरराष्ट्रीय मानकों पर बनेंगे पार्क
पंचकूला को स्वच्छ और स्मार्ट बनाने के लिए नगर प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। पीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. मकरंद पांडुरंग ने शहर की सड़कों चौकों और पार्कों का निरीक्षण किया। उन्होंने सड़कों की सफाई झाड़ियों की कटाई और वृक्षारोपण पर जोर दिया। सेक्टर-20 और 21 में सेंसर आधारित ट्रैफिक लाइटें लगाने की स्वीकृति दी गई।
जागरण संवाददाता, पंचकूला। पंचकूला को स्वच्छ, व्यवस्थित एवं स्मार्ट बनाने की दिशा में नगर प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में पंचकूला मेट्रोपोलिटन डेवलेपमेंट अथॉरिटी (पीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. मकरंद पांडुरंग ने अधिकारियों के साथ पंचकूला शहर की सभी मुख्य सड़कों, चौकों और प्रमुख पार्कों का निरीक्षण किया।
उन्होंने ट्रैफिक पुलिस की मांग पर सेक्टर-20/ 21 की डिवाइडिंग रोड पर सेंसर आधारित दो ट्रैफिक लाइट लगाने की भी स्वीकृति दी और पंचकूला के पार्कों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने हर्बल पार्कों का निरीक्षण करते हुए अतिरिक्त शौचालयों का निर्माण एवं मौजूदा शौचालयों के नवीनीकरण के भी निर्देश दिए।
पांडुरंग ने कान्ट्रैक्ट एजेंसी को सख्त आदेश दिए कि आवंटित सभी सिविल कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर उच्च गुणवत्ता मानकों के साथ पूरे किए जाएं। उन्होंने एचएसवीपी के साथ विकसित किए जा रहे मल्टी स्पेशलिस्ट पार्क का भी दौरा किया। इस पार्क के कार्य में धीमी प्रगति पर नाराज़गी जताई और मुख्य अभियंता, एचएसवीपी को निर्देश दिए कि इस पार्क का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए।
उन्होंने मुख्य अभियंता, एचएसवीपी को यह भी निर्देश दिए कि गोल्फ क्लब के पास पुल पर क्षतिग्रस्त
‘मैस्टिक अस्फॉल्ट’ को भी तुरंत दुरुस्त किया जाए, ताकि आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सभी पार्कों में म्यूजिक सिस्टम और लाइट व्यवस्था को सुचारू करने के निर्देश दिए।
पंचकूला के कैक्टस गार्डन का निरीक्षण करते हुए के मकरंद पांडुरंग ने संबंधित अधिकारियों को इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित करने के निर्देश दिए। वहीं टाउन पार्क का निरीक्षण कर पार्क में बच्चों के लिए बोटिंग के लिए वाटर बाडी विकसित करने और आकर्षक म्यूजिकल फाउंटेन स्थापित करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त उन्होंने बोनसाई गार्डन और मेडिटेशन गार्डन को विशेषज्ञ एजेंसियों की सलाह से आधुनिक स्वरूप में विकसित करने के भी निर्देश दिए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उन्हें आवंटित पार्कों का प्रतिदिन दौरा करें और उसकी रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करें, ताकि कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता की सतत निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
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