अभी नहीं खुलेगा शंभू बॉर्डर, दिल्ली कूच पर डटे किसान; सुप्रीम कोर्ट की कमेटी और किसान नेताओं की वार्ता विफल
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी और किसान नेताओं के बीच शंभू बॉर्डर खुलवाने को लेकर हुई बैठक बेनतीजा रही। किसान नेता दिल्ली कूच पर डटे रहे। किसानों ने अपनी 12 मांगें कमेटी के सामने रखीं और कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं उनका संघर्ष जारी रहेगा। बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई। किसानों ने पंजाब की तरफ बॉर्डर पर स्थायी मोर्चा बना लिया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा की सीमा पर स्थित शंभू बॉर्डर खुलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी तथा किसान नेताओं के बीच सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा रही। किसान नेता दिल्ली कूच पर डटे रहे, जिस कारण अभी शंभू बार्डर खोले जाने के कोई आसार नहीं हैं।
दोपहर बाद चली लंबी बैठक में सुप्रीम कोर्ट की समिति के सभी सदस्य शामिल हुए, लेकिन किसानों के धरने का नेतृत्व करने वाले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर तथा जगजीत सिंह डल्लेवाल नहीं आए, जो 12 किसान नेता बैठक में शामिल हुए, वह आंदोलन के प्रमुख चेहरे नहीं थे।
यहां से आवाजाही पूरी तरह बंद
फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर पंजाब के किसान फरवरी से शंभू बॉर्डर पर जमे हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने शंभू बॉर्डर को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था, जिसके बाद किसानों ने पंजाब की तरफ बॉर्डर पर स्थायी मोर्चा बना लिया।ऐसे में यहां से आवाजाही पूरी तरह बंद है। इससे अंबाला के व्यापारियों को परेशानी हो रही है। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई।
कई घंटे चली बैठक
हरियाणा निवास में सोमवार को कई घंटे चली बैठक में जस्टिस नवाब सिंह के अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी पीएस संधू, गुरु नानक यूनिवर्सिटी अमृतसर के प्रोफेसर आरएस घुम्मण, कृषि विशेषज्ञ देवेंद्र शर्मा, कृषि अर्थशास्त्र विशेषज्ञ डॉ. सुखपाल सिंह, हरियाणा कृषि विवि के वाइस चांसलर बीआर कंबोज, कृषि निदेशक जसवंत सिंह, हरियाणा के मुख्य सचिव डा. विवेक जोशी, पंजाब के मुख्य सचिव केएपी सिन्हा, पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव, सेवानिवृत्त आइपीएस जसकरण सिंह, पंजाब के डीजीपी के स्टाफ आफिसर दर्पण अहलूवालिया और हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर शामिल हुए।'जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी संघर्ष जारी रहेगा'
बैठक से कुछ घंटे पहले ही संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता सरवण सिंह पंधेर ने कमेटी का न्योता ठुकरा दिया था। उन्होंने दलील दी कि रास्ता किसानों ने नहीं, बल्कि हरियाणा सरकार ने रोका हुआ है। इसलिए वार्ता का कोई मतलब नहीं है।इसी तरह किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का दावा करते हुए अपने प्रतिनिधियों को बैठक में भेजा। किसानों ने अपनी 12 मांगें कमेटी के सामने रखी। किसानों ने साफ कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती है, तक तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
बैठक के बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि आने वाले लोकसभा सत्र के दौरान भूख हड़ताल शुरू करेंगे। बैठक में किसान नेता इस बात पर भी सहमत नहीं हुए कि अगर शंभू बार्डर खोला जाता है कि वह ट्रैक्टरों और जेसीबी के साथ दिल्ली कूच नहीं करेंगे। मैराथन बैठक में किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बनी।
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