Move to Jagran APP

Haryana Election 2024: जेल अधीक्षक का पद छोड़ सुनील सांगवान ने की राजनीति में एंट्री, भाजपा में हुए शामिल

भौंडसी जेल अधीक्षक के पद पर कार्यरत सुनील सांगवान (Sunil Sangwan) आज भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने जेल अधीक्षक के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) लेकर राजनीति में एंट्री लिया हैं। सुनील सांगवान के भाजपा में शामिल होने को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि इससे पार्टी मजबूत होती है।

By Anurag Aggarwa Edited By: Rajiv Mishra Updated: Mon, 02 Sep 2024 02:21 PM (IST)
Hero Image
आज भाजपा में शामिल हुए सुनील सांगवान (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के पूर्व राजस्व एवं सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान के बेटे सुनील सांगवान अब उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाएंगे। भौंडसी (गुरुग्राम) जेल अधीक्षक के पद पर कार्यरत सुनील सांगवान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

उन्होंने सरकारी सेवाओं से वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने के लिए गृह व जेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को पत्र भेजा है। उनका इस्तीफा जल्दी मंजूर होने की उम्मीद है। जेल विभाग में साढ़े 22 वर्षों की सेवाओं के बाद सुनील सांगवान अपने पिता की तरह राजनीति में कर लिया है। सुनील सांगवान भाजपा में शामिल हुए। उनको हरियाणा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और बिप्लब देब ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।

पहली पोस्टिंग भी भौंडसी जेल में ही हुई थी

दो जनवरी, 2002 को सुनील सांगवान ने जेल विभाग में बतौर डिप्टी सुपरिटेंडेंट शुरूआत की थी। उनकी पहली पोस्टिंग गुरुग्राम की भौंडसी जेल में ही हुई थी। उन्होंने अब जेल के सुपरिटेंडेंट रहते हुए ही इस्तीफा दिया है।

यह भी पढ़ें- Haryana Election: आज भाजपा में शामिल होंगे JJP विधायक देवेंद्र बबली, मनोहर लाल ने साफ किया एंट्री का रास्ता

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने दिया ये बयान

सुनील सांगवान के पार्टी में शामिल होने पर हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि कोई भी बड़ा नेता जॉइन करता है तो मजबूती मिलती है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी को टिकट की शर्त पर शामिल नहीं करती है। आज दिल्ली में किसी तरह की कोई बैठक नहीं है। हम कांग्रेस की लिस्ट का इंतजार नहीं कर रहे है।

यह भी पढ़ें- Haryana Election: हरियाणा से पहले भी इन राज्यों में बदल चुकी है चुनाव की तारीख, पढ़िए क्या थी वजह

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।