Haryana Election: केजरीवाल की गारंटियों में शामिल नहीं है SYL का मुद्दा, CM मान के दौरे को लेकर मुश्किल में पार्टी
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी हरियाणा में अपनी गारंटियों का कार्ड कभी भी जारी कर सकती है। आप के चुनावी गारंटी में सतलुज- यमुना लिंक नहर का मुद्दा शामिल नहीं है। वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान के हरियाणा दौरे को लेकर भी पार्टी मुश्किल में है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। पार्टी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कमी खल रही है, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने पूरे चुनाव की बागडोर संभाली हुई है। आप के राज्यसभा सदस्य डॉ. संदीप पाठक और संजय सिंह उनका सहयोग कर रहे हैं।
28 अगस्त के बाद जारी होगा आप का गारंटी कार्ड
सुनीता केजरीवाल और भगवंत मान पूरी टीम के साथ राज्य के लोगों के लिए अरविंद केजरीवाल की पांच गारंटियों का गारंटी कार्ड 28 अगस्त के बाद कभी भी जारी कर सकते हैं।
सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर का पानी इन गारंटियों में शामिल नहीं है। आम आदमी पार्टी 90 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 45 रैलियों का आयोजन कर चुकी है। आप के संगठन मंत्री डॉ. संदीप पाठक अब लोकसभा स्तर की रैलियों को अंतिम रूप देने जा रहे हैं।
हरियाणा आते ही एसवाईएल के मुद्दे पर चुप्पी साध लेते हैं मान
पार्टी को सबसे अधिक दिक्कत पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के हरियाणा दौरे को लेकर आ रही है। भगवंत मान जब हरियाणा आते हैं तो एसवाईएल के पानी पर कोई बात नहीं करते।
पंजाब में रहते हुए भगवंत मान ने कई बार बयान दिए हैं कि उनके पास हरियाणा को देने के लिए पानी की एक बूंद नहीं है, लेकिन हरियाणा में आकर लोग अथवा मीडिया उनसे जब इस बारे में बात करते हैं तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते।
भगवंत मान के इस रुख से हरियाणा के लोगों को केजरीवाल की पांच गारंटियों पर भरोसा नहीं टिक रहा है। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में प्रचार करना भगवंत मान के लिए दोधारी तलवार पर चलने जैसा हो रहा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।मान के लिए प्रचार करना दोधारी तलवार पर चलने जैसा
भाजपा हरियाणा में सतलुज-यमुना लिंक नहर और दिल्ली-हरियाणा के बीच यमुना जल बंटवारे को लेकर आम आदमी पार्टी की भ्रामक एवं दोमुंही नीति को लगातार मुद्दा बना रही है।पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल की तरह भगवंत मान भी भले ही हरियाणा में इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहें या गोलमोल बात करें, किंतु प्रदेश की जनता आम आदमी पार्टी के नेताओं से पानी के मुद्दे पर स्पष्ट नीति की अपेक्षा कर रही है।57 साल में क्यों नहीं हुआ हल- ढांडा
आप हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता और वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा का कहना है कि पार्टी का एजेंडा स्पष्ट है। हरियाणा के हितों को लेकर समझौता नहीं किया जाएगा।ढांडा का कहना है कि 57 साल से कोई पार्टी एसवाईएल विवाद का हल क्यों नहीं कर पाई। हरियाणा सरकार बताए कि जो पानी हरियाणा में है उसका डिस्ट्रिब्यूशन सही से क्यों नहीं करती। जिस दिन आम आदमी पार्टी को मौका मिलेगा उस दिन बातचीत से इन समस्याओं का समाधान निकाल देंगे। यह भी पढ़ें- Haryana Election: क्या अपने ‘एक परिवार-एक टिकट’ की नीति पर कायम रह पाएगी भाजपा? दिग्गजों से निपटना सबसे बड़ी चुनौतीकेजरीवाल की पांच गारंटी
- हरियाणा के लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली दी जाएगी।
- सबको अच्छा और मुफ्त इलाज lसरकारी स्कूलों में अच्छी-मुफ्त शिक्षा।
- सभी माताओं-बहनों को हर महीने 1,000 रुपये की सम्मान राशि।
- हर युवा को मिलेगा रोजगार।
- अगस्त के बाद कभी भी जारी किया जा सकता है गारंटी कार्ड।