शीतकालीन सत्र के बाद हरियाणा भाजपा में होंगे कई बड़े बदलाव , PM मोदी अमित शाह JP नड्डा की मिल चुकी सहमति, जानिए
हरियाणा में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद प्रदेश भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव तय माना जा रहा है। CM मनोहर लाल के साथ चर्चा में नए प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने इसकी रूपरेखा भी तैयार कर लिया है। इस फैसले पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सहमति भी मिल चुकी है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भी हामी है।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद प्रदेश भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव तय है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ चर्चा में नए प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने इसकी रूपरेखा तैयार कर ली है।
पीएम,नड्डा व अमित शाह की भी मिली सहमति
मुख्यमंत्री को भरोसे में लेने के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने जहां अपने संभावित फैसलों पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) की सहमति प्राप्त कर ली है, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(PM Narendra Modi) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित (Amit Shah) शाह का आशीर्वाद भी प्राप्त कर लिया है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) को मुख्यमंत्री मनोहर लाल(CM Manohar Lal) को भरोसे में लेकर संगठन के लिए खुलकर काम करने को कहा है।
निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के कार्यकाल में हालांकि संगठन को काफी हद तक धार मिल चुकी है, लेकिन नए प्रदेश अध्यक्ष ताजपोशी के बाद पार्टी संगठन में अपने विश्वासमंद पदाधिकारियों की टीम तैयार करेंगे।
सीएम मनोहर लाल ने नायब सैनी को सौंपी जिम्मेदारी
भाजपा के राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि प्रदेश अध्यक्ष के पद पर इसलिए बदलाव हुआ, क्योंकि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार और संगठन में तालमेल का अभाव कोई बड़ा नुकसान कर सकता था। इसलिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आग्रह को स्वीकार करते हुए उन्हें उनकी पसंद का प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी के रूप में सौंप दिया है।
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कई दौर की बातचीत के बाद मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष हरियाणा भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव का खाका तैयार कर चुके हैं, जिस पर पार्टी के शीर्ष नेता अपनी सहमति की मुहर लगा चुके हैं। भाजपा की पूरी प्रदेश कमेटी बदले जाने की संभावना है।
तीनों महामंत्री डा. पवन सैनी, मोहन लाल बडौली और वेदपाल एडवोकेट के स्थानों पर नई नियुक्तियां संभव हैं। डा. पवन सैनी और मोहन लाल बडौली पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के प्रति आस्था में बंधे हैं, जबकि वेदपाल एडवोकेट हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की टीम के आदमी हैं, लेकिन महामंत्री के पद पर उनकी दो बार नियुक्ति हो चुकी है। ऐसे में तीन महामंत्रियों का बदला जाना तय है।
हरियाणा में भाजपा के अधिकतर जिलाध्यक्षों में बदलाव तय माना जा रहा है। करीब एक दर्जन जिलाध्यक्ष ऐसे हैं, जिन पर नेता विशेष के नाम की छाप लगी है, जबकि आधा दर्जन जिलाध्यक्षों के कामकाज में सुधार की जरूरत महसूस की जा रही है। पार्टी के जिला प्रभारियों को बदलकर भी नए दायित्व सौंपे जा सकते हैं।
नायब सिंह सैनी ने अपने कार्यकाल की पहली नियुक्ति करते हुए सोशल मीडिया विभाग के लिए अरुण यादव की प्रदेश संयोजक पद पर नियुक्ति की है। भाजपा में अब पूरी प्रदेश मीडिया टीम के बदले जाने की संभावना है।
भाजपा की कोर कमेटी में भी बदलाव संभव
अधिकतर प्रवक्ता व सह प्रवक्ता बदल दिए जाने की चर्चा है, क्योंकि लोकसभा व विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को तेज तर्रार मीडिया टीम व प्रवक्ताओं की जरूरत है, जिनका लक्ष्य भाजपा को तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए काम करने का हो। फील्ड में चुपचाप काम करने वाले नेताओं व कार्यकर्ताओं को पार्टी जिलाध्यक्ष पदों की जिम्मेदारियां सौंप सकती है।
प्रदेश स्तर पर राज्य की कोर कमेटी का गठन भी नए सिरे से किया जा सकता है। कोषाध्यक्ष के पद पर भी बदलाव तय है। ऐसे में लोकसभा और विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद हरियाणा भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।