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Nuh Violence: 'प्याज की तरह फोड़ दूंगा, और आपकी लड़ाई मैं लडूंगा'; ये दो बयान बने MLA मामन खान के गले की फांस

Nuh Violence Latest News चंडीगढ़ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी विधायक इंजीनियर मामन खान तथा नूंह हिंसा से पहले भड़काऊ बयान देने के आरोपित मोनू मानेसर की गिरफ्तारी से प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। नूंह हिंसा के एक अन्य आरोपित बिट्टू बजरंगी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है।

By Jagran NewsEdited By: Prince SharmaUpdated: Sat, 16 Sep 2023 05:30 AM (IST)
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Nuh Violence: 'प्याज की तरह फोड़ दूंगा, और आपकी लड़ाई मैं लडूंगा';

चंडीगढ़, अनुराग अग्रवाल। चंडीगढ़ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी विधायक इंजीनियर मामन खान तथा नूंह हिंसा से पहले भड़काऊ बयान देने के आरोपित मोनू मानेसर की गिरफ्तारी से प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। नूंह पुलिस ने मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर जहां राजस्थान पुलिस के हवाले कर दिया, वहीं विधायक मामन खान को गिरफ्तार कर सरकार ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं।

नूहं हिंसा की आग में घी डालने का काम किया

मोनू मानेसर राजस्थान के भरतपुर जिले के घाटिमपुरा के दो भाइयों नासिर व जुनैद हत्याकांड में मुख्य आरोपित भी था। नूंह हिंसा से पहले उसने भडकाऊ बयान दिए थे, जिस कारण दंगा फैला। साथ ही विधायक मामन खान के दो बयानों ने नूंह हिंसा की आग में घी डालने का काम किया। नूंह हिंसा के एक अन्य आरोपित बिट्टू बजरंगी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है।

लारेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में होने की वजह से मोनू मानेसर की असलियत भी उजागर हो गई है। फिरोजपुर झिरका के कांग्रेस विधायक इंजीनियर मामन खान की गिरफ्तारी के पीछे उनके दो विवादित बयान हैं, जो उनके गले की फांस बन गए। पहला बयान उन्होंने हरियाणा विधानसभा में मोनू मानेसर को लेकर दिया था, जबकि दूसरा बयान नूंह हिंसा से ठीक पहले उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट कर दिया था।

मानेसर को दोबारा मेवात आने की चुनौती दी

31 जुलाई को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा फैल गई और बाद में हिंसा भड़काने के आरोप मोनू मानेसर के साथ-साथ कांग्रेस विधायक मामन खान पर भी लगे। करीब छह माह पहले हरियाणा विधानसभा में राजस्थान के जुनैद–नासिर हत्याकांड पर जब हंगामा हुआ था, तब मामन खान ने कहा था कि अब की बार मोनू मानेसर मेवात में आया तो उसको प्याज की तरह फोड़ देंगे। मामन खान ने विधानसभा में मोनू मानेसर को दोबारा मेवात आने की चुनौती दी थी।

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नूंह में हुई हिंसा के बाद मोनू मानेसर ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि मामन खान ने ही लोगों को हिंसा के लिए उकसाया था। ब्रज मंडल यात्रा से दो दिन पहले मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि वो यात्रा में शामिल होने के लिए टीम के साथ नूंह आएगा। इसके जवाब में मामन खान ने फेसबुक पर लिखा था कि किसी भी साथी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैंने विधानसभा में भी आपकी लड़ाई लड़ी थी।

विधानसभा से हटा दिए गए बयान

मेवात में भी आपकी लड़ाई मैं ही लडूंगा। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से जब मामन खाने के विधानसभा में दिए गए बयान को लेकर सवाल पूछे गये तो उन्होंने हर बार यही कहा कि उनके बयानों को विधानसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया है।

इसलिए उस बयान के कोई मायने नहीं है। विधानसभा के बजट सत्र में जब नूंह की हिंसा पर बवाल मचा तो प्रेस कान्फ्रेंस में स्पीकर डा. ज्ञानचंद गुप्ता ने जानकारी दी कि करीब छह माह पहले विधानसभा के बजट सत्र में मामन खान ने जो बात कही थी, उसे कार्यवाही से नहीं हटाया जा सका था और सब कुछ रिकॉर्ड पर है। इसकी कापी भी मामन खान ने विधानसभा सचिवालय से प्राप्त कर ली थी। और तभी से उन्हें लगने लगा था कि अब सरकार शायद उनकी गिरफ्तारी कर सकती है।

हिंसा में 60 से ज्यादा लोग घायल

नल्हड़ स्थित नल्हेश्वर मंदिर से यात्रा निकलने के बाद तिरंगा पार्क के पास पथराव हो गया था। इसके बाद पूरे नूंह ही नहीं, बल्कि पड़ोसी जिलों में भी हिंसा फैल गई थी। हिंसा में होमगार्ड के दो जवानों सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हिंसा भड़काने का आरोप तीन बड़े चेहरों पर लगा था। इनमें गोरक्षक के रूप में पेश किए गए मोनू मानेसर, बिट्टू बजरंगी और कांग्रेस विधायक मामन खान शामिल हैं।

नूंह पुलिस ने सबसे पहले बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया था। अपनी गिरफ्तारी के बाद बिट्टू बजरंगी खूब फूट-फूटकर रोया था। वह फरीदाबाद जिले का रहने वाला है। इसके बाद मामन खान को दो बार नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वे नहीं आए।

तीन दिन पहले पुलिस ने मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया। मोनू की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस पर मामन खान को गिरफ्तार करने का दबाव बना हुआ था। हालांकि मोनू मानेसर पूछताछ के दौरान पुलिस को बता चुका है कि वह लारेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में था।

कौन हैं मामन खान 

मामन खान राजनीति में आने से पहले  इंजीनियर थे, लेकिन वे इस पेशे को आगे नहीं बढ़ा सके। मामन खान को 2019 में हरियाणा की फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस ने टिकट दिया था, जिसके बाद उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को करीब 32 हजार वोटों से हराया था। इससे पहले मामन खान ने 2014 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना पहला चुनाव लड़ा था, जो हार गये थे।

मामन की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों में होती है। नूंह जिले की नूंह सीट से पूर्व मंत्री चौधरी आफताब अहमद और पुन्हाना से पूर्व डिप्टी स्पीकर मोहम्मद इलियास कांग्रेस विधायक हैं।

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