Haryana News: बस एक नंबर डायल करें और पाएं तुरंत मदद… हरियाणा सरकार की यह पहल करेगी सभी संकटों का निपटारा
Haryana News हरियाणा के लोग अब किसी भी अपराध आगजनी प्राकृतिक आपदा अथवा दुर्घटना की जानकारी एक ही नंबर 112 पर देकर मदद प्राप्त कर सकते हैं। यह ऐसी सुरक्षा प्रणाली है जिसमें अब तक की सभी आपातकालीन सेवाओं को एक ही नंबर से जोड़ दिया गया है। प्रदेश सरकार ने इसे ऑल इन वन सुरक्षा प्रणाली का नाम दिया है।
By Jagran NewsEdited By: Prince SharmaUpdated: Fri, 15 Sep 2023 05:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के लोग अब किसी भी अपराध, आगजनी, प्राकृतिक आपदा अथवा दुर्घटना की जानकारी एक ही नंबर 112 पर देकर मदद प्राप्त कर सकते हैं। नागरिकों को तत्काल आपातकालीन सहायता प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए सरकार ने डायल-112 सुरक्षा प्रणाली शुरू कर रखी है। यह ऐसी सुरक्षा प्रणाली है, जिसमें अब तक की सभी आपातकालीन सेवाओं को एक ही नंबर से जोड़ दिया गया है।
एक नंबर से होगा समस्याओं का समाधान
प्रदेश सरकार ने इसे ऑल इन वन सुरक्षा प्रणाली का नाम दिया है। डायल 112 नंबर के साथ राज्य सरकार ने 100, 101 और 108 नंबरों पर दी जाने वाली सेवाएं भी शामिल कर दी हैं। हरियाणा सरकार ने पुलिस की कार्यप्रणाली में दक्षता व सुधार लाने तथा आपात स्थिति में नागरिकों को त्वरित सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से जुलाई 2021 में डायल 112 सेवा आरंभ की थी।
इस इमरजेंसी सेवा के प्रति लोग भी निरंतर जागरूक हो रहे हैं, जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक इस प्रणाली पर 86 लाख से भी अधिक काल प्राप्त हुई हैं। डायल 112 सेवा के संचालन हेतु स्टाफ के अलावा 630 वाहन पूरे प्रदेश में तैनात किए गए हैं, जिनमें ऐसे उपकरण लगाये गये हैं, जिनकी किसी भी इमरजेंसी के समय जरूरत पड़ती है।
संकट के समय मिलेगी तुरंत मदद
ये वाहन वायरलेस और जीपीएस युक्त हैं, ताकि घटना की जगह के रास्ते तलाश करने में आसानी रहे। किसी भी आपातकालीन सूचना के प्राप्त होने पर यह वाहन औसतन 8 मिनट तक घटनास्थल पर पहुंचने का दावा करते हैं। हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने बताया कि डायल 112 का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को संकट के समय त्वरित मदद प्रदान करना है।नूंह में तीन कालोनियों में अवैध रूप से बनी दुकानों पर चला प्रशासन का बुलडोजर, भारी पुलिसबल रही तैनातहरियाणा में इस नंबर से प्रदेश की अढ़ाई करोड़ से ज्यादा जनसंख्या 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं प्राप्त कर सकती है। कोई भी नागरिक संकट के समय 112 प्रणाली से तुरंत जुड़कर मदद की मांग कर सकता है। वर्ष 2018 में गुवाहाटी में आयोजित डीजीपी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मार्ट पुलिस की अवधारणा की जरूरत बताई थी।
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