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Chandigarh News: नौ लाख की क्रिप्टो ठगी में तीन गिरफ्तार, बैंक कर्मचारी के साथ मिलकर ऐसे करते थे साइबर ठगी

हरियाणा के हिसार में साइबर ठगी (Cyber Fraud in Haryana) का मामला सामने आया है। इसमें बैंक कर्मचारी के साथ मिलकर नौ लाख रुपये की क्रिप्टो ठगी को अंजाम देते थे। इस मामले में पुलिस ने हरियाणा के दो और पंजाब के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस मामले में निजी बैंक का एक कर्मचारी भी संलिप्त पाया गया।

By Sudhir Tanwar Edited By: Deepak Saxena Updated: Sat, 06 Jul 2024 04:56 PM (IST)
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नौ लाख की क्रिप्टो ठगी में तीन गिरफ्तार (फाइल फोटो)।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। बैंक कर्मचारी के साथ मिलकर नौ लाख रुपये की क्रिप्टो ठगी करने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो आरोपितों को हरियाणा और तीसरे आरोपित को पंजाब से पकड़ा गया।

हिसार निवासी बजरंग को साइबर ठगों ने अपने जाल में फंसाया और 11 जून को निवेश के नाम पर करीब नौ लाख रुपये ठग लिए। ठगी का एहसास होते ही उसने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई। चूंकि शिकायत गोल्डन टाइम पीरियड में की गई थी, स्टेट नोडल साइबर थाना और हरियाणा साइबर अपराध समन्वय केंद्र की ऑपरेशन टीम ने काम करते हुए साइबर ठगों को दबोच लिया।

क्रिप्टो में निवेश करवाकर करते थे धोखाधड़ी

मामले में आरोपित चिराग पुत्र वेद निवासी हिसार और एक निजी बैंक कर्मी साहिल पुत्र सतीश निवासी हिसार को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा मोहित पुत्र मोहन निवासी फाजिल्का पंजाब को गिरफ्तार किया गया। मोहित के दोस्त ने चीन में टेलीग्राम से कैप्टन अमेरिका (टेलीग्राम आईडी) नामक व्यक्ति से जान पहचान करवाई थी, जो भारत में लोगों के साथ क्रिप्टो में निवेश करवाकर मुनाफा कमाने का लालच देकर धोखाधड़ी करते थे।

आरोपित साहिल एक निजी बैंक में कार्यरत है। साहिल ने कस्टमर के नाम पर फर्जी खाता खुलवाकर आरोपित चिराग को 25 हजार रुपये में बेच दिया था। बैंक खाते के साथ इन जालसाजों का मोबाइल नंबर रजिस्टर किया गया था।

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ऐसे करवाई ट्रांजेक्शन

जांच में पता चला कि शिकायतकर्ता बजरंग से ठगी गई राशि अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवाई गई थी। सभी फर्जी ट्रांजेक्शन आरोपित चिराग के फर्जी खाते में भेजी गई थी। आरोपित फंस न जाएं, इसके लिए चिराग ने हिसार से चंडीगढ़ आकर सेक्टर 39 डी और सेक्टर 22 बी में स्थित एटीएम से पैसे निकलवाए, जबकि बाकी का कैश अलग-अलग पेट्रोल पंपों के कर्मचारियों को ऑनलाइन पेमेंट करके कैश ले लिया गया।

कैश निकलवाने के बाद चिराग ने अपना पांच प्रतिशत कमीशन रखकर नकद राशि मोहित को दे दी थी। मोहित द्वारा ट्रस्ट वॉलेट के माध्यम से यूएस डॉलर खरीदकर कैप्टन अमेरिका को भेजी गई।

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