हरियाणा में 526.29 करोड़ से भूजल प्रबंधन, तालाब परियोजनाओं को पूरा करने का समय तय; देखें पूरी रिपोर्ट
Haryana News हरियाणा सरकार ने 526.29 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन उपयोगिता योजना को मंजूरी दी है। कौशल ने कहा कि हरियाणा सरकार इस पहल के माध्यम से राज्य में स्थायी और सुरक्षित जल भविष्य सुनिश्चित करने और जल संसाधनों का प्रबंधन करने के लिए प्रतिबद्ध है। सभी तालाब परियोजनाओं को भी 31 मार्च 2024 तक पूरा करने को कहा है।
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में हुई अटल भूजल योजना के लिए गठित राज्य स्तरीय अंतर विभागीय संचालन समिति की बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 526.29 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन उपयोगिता योजना को मंजूरी दी गई। यह योजना भूजल संबंधी समस्याओं को दूर करने और राज्य में स्थायी जल प्रबंधन को बढ़ावा देने की दिशा में कारगर साबित होगी।
जल संसाधनों का प्रबंधन करने के लिए प्रतिबद्ध
कौशल ने कहा कि हरियाणा सरकार इस पहल के माध्यम से राज्य में स्थायी और सुरक्षित जल भविष्य सुनिश्चित करने और जल संसाधनों का प्रबंधन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने अधिकारियों को बड़े पैमाने पर सिंचाई और अन्य कार्यो में उपचारित अपशिष्ट जल के उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए, ताकि ट्यूबवेल के पानी के उपयोग को कम किया जा सके और जल संकट वाले ब्लाकों में जल स्तर को गिरने से रोकने में मदद मिले। उन्होंने अटल भूजल योजना के तहत क्रियान्वित की जा रही परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी तालाब परियोजनाओं को भी 31 मार्च 2024 तक पूरा करने को कहा है।
वार्षिक कार्य योजना को दी मंजूरी
समिति ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 307.98 करोड़ रुपये की वार्षिक कार्य योजना को भी मंजूरी दी। समिति ने जुलाई 2023 से जून 2024 की अवधि के लिए वार्षिक कार्य योजना को स्वीकृति दी। सिंचाई और जल संसाधन विभाग द्वारा महेंद्रगढ़ जिले के लिए आरसीसी पाइपलाइनों के निर्माण और संबंधित गतिविधियों के तहत नदियों और तालाबों के पुनर्भरण से भूजल बढ़ाने के लिए 27 परियोजनाएं शुरू की गई हैं।
पाइपलाइनों से जोड़ने के लिए तीन परियोजनाएं शुरू की गई
जिले की नौ परियोजनाओं का लक्ष्य भूजल की स्थिति में सुधार करना और भूजल को बढ़ाने के लिए विभिन्न गांव के तालाबों को पाइपलाइनों से जोड़ने के लिए तीन परियोजनाएं शुरू की गई है। 40 परियोजनाएं गांव के तालाबों को आरसीसी पाइपलाइन बिछाकर जोड़ने के लिए हैं। सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के माध्यम से सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए महेंद्रगढ़ जिले में नौ नहरी जल भंडारण टैंकों का निर्माण भी शामिल है।
भूजल स्तर में सुधार के लिए 16 परियोजनाएं संचालित की गई
कृत्रिम संरचनाओं के निर्माण से महेंद्रगढ़ जिले में भूजल स्तर में सुधार के लिए 16 परियोजनाएं संचालित की गई हैं। जिले में नांगल काठा से कुकसी तक कच्चा चैनल खोदकर, गांव खेड़की में तालाब की खुदाई कर और आरसीसी पाइपलाइन बिछाकर तथा कुकसी माइनर के अंतिम छोर को नदी से जोड़कर दोहान नदी को रिचार्ज करने के लिए भी एक व्यापक परियोजना तैयार की गई है। बैठक में फतेहाबाद जिले में भूजल की स्थिति में सुधार के लिए 40 रिचार्ज बोरवेल को मंजूरी दी गई है।
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तालाबों का निर्माण किया जाना भूजल योजना में शामिल
हरियाणा पंचायती राज विभाग द्वारा अटल भूजल योजना के तहत यमुनानगर जिले के गांव नवागांव और भोलीवाला में चेक बांधों को मजबूत करने और मरम्मत करने का कार्य किया जा रहा है। पलवल जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों में 732 रूफटाप रेनवाटर हार्वेस्टिंग संरचनाओं का निर्माण करने तथा जिला सिरसा के ब्लाक रानिया और ऐलनाबाद के गांवों के सरकारी भवनों में वर्षा जल संरक्षण के लिए 50 रिचार्ज बोरवेल का निर्माण तथा भूजल पुनर्भरण को बढ़ावा देने के लिए तालाबों का निर्माण किया जाना भूजल योजना में शामिल है।