Haryana News: मेधावी छात्राओं के नाम पर स्कूलों में लगेंगे पौधे; 15 अगस्त में विशेष मेहमान होंगी इस साल जन्मी बेटियां
हरियाणा में इस बार नई पहल की शुरुआत की जा रही है। इस बार स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर सभी सरकारी स्कूलों में दसवीं और बाहरवीं की टॉपर छात्राएं स्कूल में ध्वजारोहण करेंगी। इसके साथ ही उनके नाम के पौधे स्कूल में लगाए जाएंगे। इसके साथ ही इस साल जन्मी बच्चियों को विशेष मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में स्वतंत्रता दिवस पर सभी सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में टॉपर रही बेटियां ध्वजारोहण करेंगी। इन छात्राओं के नाम पर सभी स्कूलों में पौधे लगाए जाएंगे। इस साल जन्मी बेटियां कार्यक्रम में विशेष अतिथि होंगी, जिन्हें उनकी माताओं के साथ सबसे अगली पंक्ति में बैठाया जाएगा।
स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक ने सभी स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही कार्यक्रमों के लिए स्कूलों को एक करोड़ 42 लाख रुपये का बजट जारी किया गया है। मेरा पहला स्वतंत्रता दिवस थीम के तहत पिछले साल अगस्त से अब तक गांव में जन्मी सभी बेटियों को कार्यक्रम में बुलाया जाएगा। स्कूल के एसएमसी रजिस्टर में इनका रिकॉर्ड भी रखा जाएगा।
बेटियों की ध्वजारोहण करते हुए इंटरनेट पर शेयर होगी तस्वीर
एसएमसी प्रधान एवं स्कूल मुखिया खुद स्टाफ के साथ जाकर माता-पिता या परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य को निमंत्रण पत्र सौंपेंगे तथा कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध करेंगे। इन बेटियों की ध्वजारोहण करने वाली बेटी (मुख्य अतिथि) के साथ समूह फोटो भी ली जाएगी, जिसे फेसबुक तथा इंटरनेट मीडिया पर अपलोड किया जाएगा।
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ध्वजारोहण के लिए छात्राओं को भेजा जाएगा निमंत्रण
ध्वजारोहण करने वाली बालिकाओं को लिखित में ससम्मान निमंत्रण दिया जाएगा और उन्हें सपरिवार आने हेतु कहा जाएगा। इन बालिकाओं के नाम एसएमसी सात अगस्त को फाइनल कर देगी। इनके नाम का उल्लेख विद्यालय के ब्लैक बोर्ड पर लिखा जाएगा।
SMC कार्यवाही रजिस्टर में हस्ताक्षर के साथ होगी दर्ज
क्लस्टर प्रभारी सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक विद्यालय में कार्यक्रम हो। एसएमसी कार्यवाही रजिस्टर में सब कुछ दर्ज हो तथा हस्ताक्षर भी हों। किसी भी विवाद के मामले में खंड शिक्षा अधिकारी और खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी सक्षम प्राधिकारी होंगे। कार्यक्रम के बाद जिला परियोजना संयोजक अपने खंडों की रिपोर्ट तैयार कर 30 अगस्त तक परिषद में भिजवाएंगे।
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