Haryana elections: हरियाणा के चुनाव में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा, भाजपा ने किया डेढ़ लाख सरकारी नौकरियां देने का दावा
भाजपा ने अपने कार्यकाल में डेढ़ लाख सरकारी भर्तियों के अलावा करीब 35 लाख लोगों को रोजगार देने का दावा किया है लेकिन कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने लोकसभा व राज्यसभा में सरकार के इस दावे को खारिज करते हुए सवाल उठाए हैं। प्रदेश में इस समय 37.4 प्रतिशत के साथ भारत में सबसे अधिक बेरोजगारी दर्ज की गई है।
अनुराग अग्रवाल, जागरण चंडीगढ़। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है। भाजपा सरकार ने अपने 10 साल के कार्यकाल में हालांकि करीब डेढ़ लाख युवाओं को योग्यता व मेरिट के आधार पर सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं, लेकिन सिर्फ सरकारी नौकरियों से राज्य की बेरोजगारी दर को कम करने में मदद नहीं मिल पाई है।
भारत में हरियाणा बेरोजगारी के मामले में सबसे ऊपर
प्रदेश में इस समय 37.4 प्रतिशत के साथ भारत में सबसे अधिक बेरोजगारी दर्ज की गई है, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है। हरियाणा सरकार सेंटर फार मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी के इन आंकड़ों को मानने के लिए तैयार नहीं है। भाजपा सरकार की अपनी दलील है। उसका कहना है कि न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश में बेरोजगारी दर कभी स्थिर नहीं रहती। यह हर माह घटती-बढ़ती रहती है।
प्रदेश में लगभग छह प्रतिशत बेरोजगारी दर
सरकार की नजर में प्रदेश में लगभग छह प्रतिशत बेरोजगारी दर है, जो कि सामान्य स्तर पर है। ऐसे में राज्य में बढ़ती बेरोजगारी के दावों को लेकर भाजपा बिल्कुल भी चिंतित दिखाई नहीं दे रही है, जबकि कांग्रेस इस मुद्दे पर बड़े ही आक्रामक ढंग से विधानसभा के चुनावी समर में ताल ठोकती दिखाई पड़ रही है। जननायक जनता पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल और आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस के सुर में सुर मिलाते नजर आ रहे हैं। बता दें कि हरियाणा में 2.1 करोड़ मतदाता हैं।सरकारी कर्मचारियों की संख्या चार लाख के आसपास है। इनमें पौने तीन लाख कर्मचारी नियमित और करीब सवा लाख कर्मचारी अनुबंध पर काम कर रहे हैं। हर साल करीब 10 हजार कर्मचारी सेवानिवृत्त होते हैं, लेकिन रिटायरमेंट के अनुपात में भर्ती होने वाले नियमित कर्मचारियों की संख्या काफी कम है। पिछली कांग्रेस और इनेलो की सरकारों के कार्यकाल से अगर सरकारी भर्तियों की तुलना की जाए तो भाजपा ने सबसे अधिक भर्तियां अपनी सरकार में की हैं।
भाजपा का 35 लाख लोगों को रोजगार देने का दावा
भाजपा ने अपने कार्यकाल में डेढ़ लाख सरकारी भर्तियों के अलावा करीब 35 लाख लोगों को रोजगार देने का दावा किया है, लेकिन कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने लोकसभा व राज्यसभा में सरकार के इस दावे को खारिज करते हुए सवाल उठाए हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंजीकृत बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी अथवा प्राइवेट सेक्टर में रोजगार मिलने तक उनका बेरोजगारी भत्ता बढ़ा दिया है। मगर, सवाल यह है कि जब तक राज्य में बेरोजगारी दूर करने की सर्व स्वीकार्य पालिसी नहीं बनेगी, तब तक युवा रोजगार के लिए लाइनों में खड़ा नजर आता रहेगा।43.2 प्रतिशत बेरोजगारी तक पहुंच गई थी बेरोजगारी
हरियाणा इस समय 37.4 प्रतिशश बेरोजगारी दर के साथ टाप पर है। पिछले पांच साल में यह बेरोजगारी दर अब तक की दूसरी सबसे ज्यादा है। इसके पहले कोरोना की पहली लहर के दौरान लगे लाकडाउन के समय अप्रैल 2020 में बेरोजगारी दर 43.2 प्रतिशत पर पहुंच गई थी, जो अब तक की सर्वाधिक थी।
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