हरियाणा में डिप्टी CM के फॉर्मूले पर क्यों नहीं बनी सरकार? सावित्री जिंदल सहित 3 निर्दलियों को भी नहीं मिला मंत्रीपद
हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने दूसरी बार शपथ ग्रहण की। उनके शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि थे। कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल हुए। नायब सैनी ने पीएम मोदी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। अधिकांश मंत्रियों ने हिंदी में शपथ ली लेकिन श्रुति चौधरी ने अंग्रेजी में शपथ ली।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। गुरुवार को नायब सिंह सैनी ने दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली। उनके शपथ समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल है। पीएम मोदी के अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी नायब सैनी के शपथ ग्रहण में शामिल हुए।
पीएम मोदी के पांव छूकर लिया नायब सैनी ने आशीर्वाद
भाजपा ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा राजनीतिक संदेश देते हुए शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उपमुख्यमंत्रियों के अलावा कई राज्यों के राज्यपाल व उप-राज्यपालों भी आमंत्रित किया था।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट के सीएम एकनाथ शिंदे, मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत 18 राज्यों के मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए। शपथ ग्रहण करने के बाद नायब सिंह सैनी ने पीएम नरेन्द्र मोदी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
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नहीं बनाया गया डिप्टी सीएम
भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश की तर्ज पर हरियाणा में डिप्टी सीएम बनाने का प्रविधान नहीं किया है। भाजपा ने अपने दूसरे कार्यकाल में जननायक जनता पार्टी से समर्थन लिया हुआ था, जिस कारण उसे अपने सहयोगी दल को एडजेस्ट करने के लिए डिप्टी सीएम के पद का प्रविधान करना पड़ा था।
इस बार राज्य की 15वीं 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 48 सीटें मिली हैं, जो कि बहुमत के आंकड़े 46 से दो अधिक हैं। यही वजह है कि इस बार भाजपा ने डिप्टी सीएम नहीं बनाया है।
निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल, राजेश जून और देवेंद्र कादियान ने भी भाजपा को समर्थन दिया है, जिसके चलते भाजपा के पास 51 विधायकों का समर्थन है। तीनों निर्दलीय विधायकों में किसी को मंत्री नहीं बनाया गया है।
श्रुति चौधरी को छोड़कर सभी मंत्रियों ने ली हिंदी में शपथ
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत उनके मंत्रिमंडल के अधिकतर मंत्रियों ने हिंदी में शपथ ग्रहण की। कैबिनेट मंत्री श्रुति चौधरी एकमात्र ऐसी नेता हैं, जिन्होंने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण की हैं। उनकी माता किरण चौधरी भी पूर्व में अंग्रेजी में शपथ लेती रही हैं।
चौटाला के बाद नायब तीन सीटों से जीतने वाले दूसरे सीएम
पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के बाद नायब सिंह सैनी हरियाणा के ऐसे दूसरे मुख्यमंत्री बन गए, जो प्रदेश के तीन अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव जीते हैं। नायब सिंह सैनी ने पहला चुनाव अंबाला जिले की नारायणगढ़ विधानसभा सीट से जीता था।
दूसरा चुनाव उन्होंने करनाल विधानसभा सीट से जीता, जबकि अब तीसरा चुनाव कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा विधानसभा सीट से जीता है। ओमप्रकाश चौटाला प्रदेश की पांच अलग-अलग विधानसभा सीटों से चुनाव जीते हैं।
नायब मंत्रिमंडल में छह पुराने और छह नए चेहरे
नायब सिंह सैनी पद के हिसाब से हरियाणा के 25वें मुख्यमंत्री हैं, जबकि व्यक्ति के हिसाब से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने वाले 11वें नेता हैं। नए बनाए मंत्रियों में अनिल विज, कृष्णलाल पंवार, राव नरबीर, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल और कृष्ण बेदी पहले भी भाजपा सरकारों में मंत्री रह चुके हैं।
इसके अलावा रणबीर गंगवा पिछली सरकार में डिप्टी स्पीकर थे। नए चेहरों में डॉ. अरविंद शर्मा, श्याम सिंह राणा, आरती राव, राजेश नागर, श्रुति चौधरी और गौरव गौतम पहली बार मंत्री बने हैं।
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