Women Reservation Bill: महिला आरक्षण की विपक्ष ने भी की सराहना, जानिए हरियाणा में किस नेता का क्या रहा रिएक्शन
Women Reservation Bill केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा राजनीति में महिलाओं को दिये गये 33 प्रतिशत आरक्षण की चारों तरफ तारीफ हो रही है। सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता भी महिलाओं को आरक्षण देने का समर्थन कर रहे हैं। विपक्ष की हालांकि मांग है कि इसे इसी बार के चुनाव से लागू किया जाए लेकिन भाजपा का कहना है कि यह संभव नहीं है।
बड़े बदलाव के लिए बड़ी इच्छा शक्ति की जरूरत थी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी देश की आधी आबादी यानी महिलाओं को राजनीति में आरक्षण के रूप में बड़ा तोहफा दिया है। पिछले 27 सालों से इस आरक्षण बिल को दबाये रखा गया, लेकिन किसी भी काम को करने के लिए अच्छी सोच और साफ नीयत का होना जरूरी है, जो कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर दिखाया है।
बड़े बदलाव लाने के लिए बड़ी इच्छा शक्ति की जरूरत होती है। अब देश की संसद और विधानसभाओं में हमारी बहन-बेटियां देश और प्रदेश को चलाने का काम करेंगी। अपने हिसाब से देश व प्रदेश के कल्याण के लिए नये-नये कानून और योजनाएं बनाएंगी। इसके लिए पूरे देश व प्रदेश की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को साधुवाद। यह पहला फैसला नहीं है, बल्कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने अभूतपूर्व फैसले लेकर दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। - मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा
बिना देरी जल्दी अमल में लाया जाए बिल 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' के नाम से आए महिला आरक्षण बिल का स्वागत है और यह महिला सशक्तीकरण की दिशा में अच्छा कदम हैं। केंद्र सरकार द्वारा इस ओर संसद में बड़ा कदम उठाने के लिए देश के प्रधानमंत्री मोदी बधाई के पात्र हैं। इससे पहले हरियाणा सरकार ने भी महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में 50 प्रतिशत आरक्षण देकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाया था। महिलाओं के हित में इस बिल को बिना देरी जल्द अमल में लाना चाहिए।
ऐसी व्यवस्था लागू होने से संसद, विधानसभाओं में महिलाओं को अपनी बात रखने की ज्यादा जगह मिलेगी और देश-प्रदेश के बदलावों में उनकी हिस्सेदारी होगी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बाद कांग्रेस की तीन बार पूरे कार्यकाल की सरकार रही थी, वे भी इस बिल को ला सकते थे। -दुष्यंत चौटाला, उप मुख्यमंत्री
राजीव गांधी का अधूरा सपना पूरा होगा लोकसभा व विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण दिलाना पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का सपना था। महिलाओं को राजनीति में लाने की उनकी सोच के कारण ही कांग्रेस ने स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रविधान किया। अब भाजपा की केंद्र सरकार को बिना किसी देरी के महिला आरक्षण को तुरंत लागू कराना चाहिए।
वह खुद इस बात के लिए गौरवान्वित महसूस करती हैं कि राजीव गांधी की सोच के चलते पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने जब स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रविधान किया तो वह खुद उस मंत्रिमंडल और सदन का हिस्सा थीं। उस समय बने कानून के कारण ही आज देशभर के स्थानीय निकायों में 15 लाख महिलाएं नेतृत्व संभाल रही हैं। 2008 में कांग्रेस सरकार ने लोकसभा व विधानसभाओं में महिला आरक्षण विधेयक का राज्यसभा में पास भी करवा लिया था, लेकिन किन्हीं कारणों से अटक गया। महिलाओं को आरक्षण मिलने से राजीव गांधी का अधूरा रहा सपना पूरा हो जाएगा। -कुमारी सैलजा, महासचिव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी
यह साहस सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी ही कर सकते थे राजनीति में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फैसला ऐतिहासिक है। इस फैसले से राजनीति में पिछले पायदान पर खड़ी महिलाओं को आगे आने का मौका मिलेगा।
राजनीति में सिर्फ पुरुषों का वर्चस्व और एकाधिकार खत्म होगा। महिलाओं को राजनीति में आकर देश, प्रदेश और समाज को बदलने वाले अहम फैसले लेने का अधिकार मिलेगा। राजनीति में जब महिलाएं आगे आएंगी तो वह महिला उत्थान के कार्यक्रमों व योजनाओं को प्रोत्साहित करेंगी। महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा चुनाव में आरक्षण देने का इतना बड़ा फैसला लेने का साहस सिर्फ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही कर सकते थे। - सुषमा गुप्ता, वाइस चेयरपर्सन, इंडियन रेडक्रास सोसायटी, हरियाणा
भाजपा और मोदी है तो सब कुछ संभव है नारी शक्ति वंदन विधेयक पर कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि यह तो कांग्रेस के कार्यकाल का बिल है और कांग्रेस के समय की सोच थी अथवा कांग्रेस ने ही इसकी मांग की थी। मेरा कहना है कि कांग्रेस वालों ने देश पर 49 सालों तक राज किया।
अपने इस सपने या मांग को कांग्रेस वालों ने अपने ही राज में क्यों पूरा नहीं किया। अगर कांग्रेस की मांगें या कांग्रेस की सोच कांग्रेस के राज में पूरा ना होकर भाजपा राज में पूरी हो रही हैं तो फिर सभी कांग्रेस नेताओं को अपने-अपने पदों से त्यागपत्र देकर भाजपा को और मजबूत करने में लग जाना चाहिए, क्योंकि भाजपा है तो सब कुछ मुमकिन है। मोदी है तो सब कुछ संभव है।- अनिल विज, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री, हरियाणा सरकार