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भारत-पाक युद्ध 1965 में पाक जहाजों ने चर्च पर की थी बमबारी, 164 साल पुरानी बाइबल अभी भी मौजूद

भारत-पाक युद्ध 1965 में पाक लड़ाकू जहाजों ने चर्च पर की थी बमबारी यहां रखे क्रास पर भी पड़ गए थे निशान। 164 साल पुरानी बाइबल भी इस चर्च में है जबकि ब्रिटिशकालीन बैल्ल भी यहां है मौजूद।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 18 Dec 2021 11:32 AM (IST)Updated: Sat, 18 Dec 2021 11:32 AM (IST)
हरियाणा के अंबाला कैंट की सेंट पाल चर्च।

अंबाला, जागरण संवाददाता। अंग्रेजों के जमाने में बनी अंबाला कैंट की सेंट पाल चर्च भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1965 में हुए युद्ध की निशानी तो है, लेकिन यह अपने आप में इतिहास समेटे हुए है। बीते 56 सालों से यह चर्च जर्जर हालत में है, जबकि इसकी कायाकल्प आज तक नहीं हो पाई है। इतना ही नहीं आर्कियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया (एएसआइ) ने इसके जीर्णोद्धार के लिए तैयारी की, लेकिन यह सिरे नहीं चढ़ पाई। आज भी यह चर्च जर्जर हालत में ही है, जबकि इसके साथ ही एक और चर्च स्थापित किया गया है। उत्तर भारत के चुनिंदा चर्च में यह शुमार था

यह है चर्च का इतिहास

अंबाला कैंट में जब अंग्रेजों ने अपनी छावनी बनाई, तो उसके बाद चर्च बनाने का काम शुरू हुआ। इसके चलते जनवरी 1857 में सेंट पाल चर्च का निर्माण कराया गया था। यहां पर काफी संख्या में श्रद्धालु प्रार्थना के लिए इकठ्ठा होते थे। चर्च में ब्रिटिश काल में क्वीन विक्टोरिया की दूसरी बरसी पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। ब्रिटिश काल में अस्तित्व में आई यह चर्च उत्तर भारत के चुनिंदा चर्च में शामिल थी। सेंट पाल चर्च में 1857 की बाइबल भी मौजूद है। इस चर्च के अब एयरफोर्स स्कूल चलाया जा रहा है।

पाकिस्तान के एयर अटैक में हुआ था क्षतिग्रस्त

सेंट पाल चर्च भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1965 में हुए युद्ध में यह चर्च क्षतिग्रस्त हो गया था। पाक लड़ाकू जहाज अंबाला एयरबेस पर अटैक करने आए थे, लेकिन सेंट पाल चर्च पर बम गिरा दिए। इसी हमले में उत्तर भारत का यह बेहतरीन चर्च जर्जर हो गया, जो आज भी उसी हालत में खड़ा है।


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