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हरियाणा में मतांतरण विवाद, हंगामा, डीएसपी के सामने नारेबाजी, जानिए पूरा मामला

यमुनानगर में मतांतरण मामले में जमकर हंगामा हुआ। विवाद सुलझाने को बुलाई बैठक में डीएसपी के सामने हंगामा हुआ। पांच घंटे में लिखित आश्वासन पर बनी बात। पास्टरों ने लिखित में दिया कि वह किसी को क्रिश्चियन नहीं बनाएंगे।

By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Sat, 18 Dec 2021 05:41 PM (IST)
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डीएसपी के सामने हंगामा करते हिंदू संगठन के लोग।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। बैंक कालोनी में मतांतरण के मामले को सुलझाने के लिए गांधीनगर थाना में बुलाई गई बैठक में हंगामा हो गया। डीएसपी प्रमोद कुमार के सामने ही दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए। विरोध में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जगाधरी रोड पर जाम लगा दिया। जिससे राहगीरों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि हिंदुओं को बरगलाकर व पैसे का लालच देकर मतांतरण कराया जा रहा है। वहीं ईसाई मत के लोगों का कहना था कि किसी को कोई लालच नहीं दिया गया। स्वेच्छा से उन्हें कोई प्रार्थना के लिए बुलाएगा, तो वह जाएंगे। सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक हंगामा होता रहा। दोनों पक्षों को कई बार बातचीत के लिए बुलाया गया। जहां लिखित आश्वासन पर बात बनी।

शनिवार को पुलिस ने दोनों पक्षों को आपसी बातचीत के लिए बुलाया था। यहां पर हिंदू संगठनों की ओर से राष्ट्रीय जागरूक ब्राहमण महासंघ के मनोज त्यागी, धर्म जागरण समन्वय से पंडित उदयवीर शास्त्री समेत परिक्षित त्यागी, अजय त्यागी, अंकित, अमित शर्मा, रमन चौहान, भाजयुमो से विक्रम राणा, बचन सिंह बिष्ट, मनीष शर्मा अमर पहलवान, राकेश पहलवान समेत काफी लोग पहुंचे थे। वहीं ईसाई मत के पक्ष से पास्टर सुच्चा मसीह, वीरपाल सिंह, कुरियन वर्गीश, सालातीन मसीह, चरणदास आदि समेत काफी लोग पहुंचे हुए थे। डीएसपी प्रमोद कुमार की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच बातचीत होनी थी। हालांकि हिंदू संगठन के लोगों ने पहले गांधीनगर थाना के सामने दरी डालकर धरना दिया।

इस दौरान पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। आरोप था कि पुलिस आरोपितों पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है। करीब एक घंटे तक धरनास्थल पर नारेबाजी होती रही। बाद में पुलिस ने पहले हिंदू संंगठनों के कार्यकर्ताओं को बातचीत के लिए बुलाया। यहां पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि पहले भी बैंक कालोनी के एक स्कूल में इस तरह का मामला सामने आया था। उसमें भी पुलिस ने गंभीरता से जांच नहीं की।

थाना प्रभारी जसबीर सिंह ने कहा कि जांच पूरी हो चुकी है। कोर्ट चालान पेश किया जाना है। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि ईसाई मत वाले लोग मूर्ति पूजा को गलत बताकर हिंदुओं को बहलाते हैं। मौके से बरामद लैपटाप व अन्य सामग्रियों पर भी यही लिखा है कि मूर्ति पूजा करोगे, तो नर्क में जाओगे। यह गलत है। हिंदुओं की आस्था मूर्ति पूजा में है। जबकि यह लाेग इसे आंडबर बताकर आस्था को चोट पहुंचा रहे हैं।

डीएसपी ने ईसाई मत वाले लोगों को बुलाया और इस बारे में बात की। यहां पर ईसाई मत वाले लोगों ने कहा कि वह किसी पर कोई दबाव नहीं बनाते। ईसाई मत में मूर्ति पूजा की अनुमति नहीं है। वह केवल इसे ही फालो कर रहे हैं। इस बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई। दोनों पक्ष एक दूसरे काे देख लेने की भी धमकी देने लगे। बाद में डीएसपी ने किसी तरह से मामला संभाला। इसके बाद हिंदू संगठनों के लोगों ने जगाधरी रोड पर जाम लगा दिया। आने जाने वाले राहगीरों का भी रास्ता रोक दिया। रोडवेज की बसों को पीछे ही खाली करना पड़ा। महाराणा प्रताप चौक से कन्हैया चौक तक लंबा जाम लगा रहा।

लिखित में हुआ फैसला

हिंदू संगठनों की ओर से पंडित उदयवीर शास्त्री ने बताया कि कई घटनाएं इस तरह की हो चुकी है, लेकिन प्रशासन का सहयोग नहीं मिल रहा है। शनिवार काे लिखित में आश्वासन मिला है। यदि आगे कोई ऐसी घटना होती है, तो इस बारे में पास्टरों से भी पूछा जाएगा। वहीं पास्टर सुच्चा सिंह ने बताया कि उनके बेटे पास्टर सालातीन मसीह को प्रार्थना कराते हुए रोका गया। उसके साथ मारपीट की गई। दूसरा पक्ष बेवजह गलत आरोप लगा रहा है। किसी पर मतांतरण का कोई दबाव नहीं बनाया गया। यदि पैसे देकर मतांतरण कराया जाता, तो हम अपने क्रिश्चियन भाईयों की मदद करेंगे, क्योंकि काफी क्रिश्चियन गरीब हैं। हमारे पास कोई फंडिग भी नहीं हो रही है। मतांतरण का आरोप गलत है। जिस परिवार के यहां प्रार्थना कराई जा रही थी। वह तीन साल पहले से प्रभु यीशू को अपना चुके हैं। अब हमारा फैसला हो चुका है।

उधर, डीएसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि एक पक्ष की ओर से मामला दर्ज है। दूसरे पक्ष की भी शिकायत आई है। इसी मामले में दोनों पक्षों को बुलाया गया था। यहां पर लिखित में ईसाई मत वालों ने आगे से किसी को क्रिश्चियन ने बनाने के बारे में दिया है। जिस पर दूसरा पक्ष तैयार है।

यह हुआ था मामला 

पुलिस को दी शिकायत में बैंक कालोनी निवासी सूरज प्रकाश शर्मा ने बताया कि कालोनी के कर्ण नाम के युवक ने ईसाई मत अपना लिया है।। इसके बाद से ही वह हिंदू धर्म के बारे में लोगों को भड़का रहा था और ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार कर रहा था। उसकी बेटी को भी ईसाई मत में शामिल करा लिया है। आरोपित के घर पर ही रात काे पास्टर सालातीन मसीह प्रार्थना करा रहा था। हिंदूओं को लालच देकर ईसाई मत अपनाने को मजबूर कर रहा था। आरोप है कि जब उसे रोका, तो धक्का मुक्की करने लगा। धमकी दी कि उसे ईसाई धर्म का प्रचार करने से नहीं रोका जा सकता। इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया था। मौके से पास्टर सालातीन मसीह को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि उसे बाद में शामिल तफ्तीश कर छोड़ दिया गया था। उधर, पास्टर सालातीन की ओर से भी मामले की शिकायत दी गई है। जिसमें कहा गया कि वह 15 दिसंबर को अमरजीत के घर पर प्रार्थना करा रहा था। प्रार्थना चल रही थी। इसी दौरान कुछ लोग वहां पर पहुंच गए और प्रार्थना में विघ्न डाला। पास्टर सालातीन के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट की। बाद में पुलिस पहुंची और उसे यहां से निकालकर थाने ले गई थी।

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