बाप रे बैंक में चोरी की ऐसी प्लॉनिंग! पहले कैमरे पर लगाया डब्बा, तोड़ने लगे दीवार और फिर...
पानीपत के पट्टीकल्याणा स्थित गांधी आश्रम में यूको बैंक (UCO Bank) की शाखा में दो नकाबपोश बदमाशों ने सेंधमारी की कोशिश की। बदमाशों ने एक घंटे तक कैश रूम के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पाए। बैंक में रखा 15 लाख रुपये कैश सुरक्षित मिला है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पट्टी कल्याणा स्थित गांधी आश्रम की जमीन में चल रहे यूको बैंक की शाखा में शुक्रवार रात दो नकाबपोश बदमाशों ने सेंधमारी की, लेकिन वारदात में सफल नहीं हो पाए। बदमाशों ने एक घंटे तक कैश रूम के दरवाजे को तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन कैश रूम के गेट का हैंडल टूट गया, जिस वजह से ताले का ऑटोमैटिक लीवर लॉक हो गया। वारदात में विफल होने पर बदमाश फरार हो गए।
सुरक्षित मिला बैंक में रखा 15 लाख कैश
शनिवार सुबह स्टाफ बैंक पहुंचा तो वारदात का पता चला। रविवार को इंजीनियर व मैकेनिक आने पर बैंक में करीब 15 लाख रुपये कैश सुरक्षित मिला, इसके बाद शाखा मैनेजर ने मामले की शिकायत समालखा थाना पुलिस को दी, जिस पर पुलिस ने केस दर्ज किया और कार्रवाई शुरू की।
यूको बैंक के शाखा प्रबंधक सतपाल ने बताया कि यह शाखा गांधी आश्रम सन 1991 से है। शुक्रवार को बैंक खुला था। शाम साढ़े छह बजे वह बैंक बंद कर चले गए थे। शनिवार सुबह बैंक पहुंचे तो बैंक में सेंधमारी हुई मिली। कैश रूम के दरवाजे का हैंडल टूटा मिला।
सीसीटीवी में कैद हुआ बदमाश
उन्होंने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की तो उसमें शुक्रवार रात करीब दो बजे दो नकाबपोश दिखे। बदमाशों के हाथों में हथौडा और छेनी थी। बैंक में घुसते ही वे कैश रूम के दरवाजे को तोड़ने लगे।
जब दरवाजा नहीं टूटा तो उन्होंने कैश रूम की दीवार को भी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन किसी कारण वे सफल न हो सके।
उसके बाद बदमाशों ने कैश रूम के दरवाजे के हैंडल को तोड़ दिया। जिस वजह ऑटोमैटिक लीवर अंदर से लॉक हो गया और दरवाजा नहीं खुला और बदमाश फरार हो गए।यह भी पढ़ें- कार में आग लगने से दो बेटियों संग जिंदा जले चंडीगढ़ विवि के प्रोफेसर, दीवाली मनाने घर जा रहा था परिवार
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।विश्वकर्मा दिवस पर नहीं मिल पाए मैकेनिक
सतपाल ने बताया कि शनिवार को विश्वकर्मा दिवस था। इस वजह उन्हें कोई मैकेनिक व टेक्नीशियन नहीं मिल पाया। रविवार को मैकेनिक आने पर उन्होंने कैश रूम को चेक किया तो उसमें कैश व सामान सुरक्षित मिला। इसके बाद टूटी हुई दीवार की मरम्मत कराई।