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छोटे को बचाने दौड़ा बड़ा भाई, ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत; दीवाली मनाने आया था घर, मातम में बदलीं खुशियां

पानीपत-रोहतक रेल लाइन पर रविवार शाम को एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें दो सगे भाइयों की मौत हो गई। दोनों भाई भैया दूज पर बहन से तिलक कराने के बाद घूमने निकले थे। हादसे में मनीष और आशीष की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। दोनों ही ट्रेन की चपेट में आ गए।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Mon, 04 Nov 2024 10:32 PM (IST)
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छोटे को बचाने दौड़ा बड़ा भाई, ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पानीपत-रोहतक रेल लाइन पर एनएफएल के पास रविवार देर सायं नौ बजे ट्रेन की चपेट में आने से दो भाइयों की मौत हो गई। इनकी पहचान राजनगर निवासी 28 वर्षीय मनीष व 25 वर्षीय आशीष के रूप में हुई है।

दोनों भैया दूज पर बहन से तिलक कराने के बाद घूमने निकले थे। जीआरपी ने शवों का पोस्टमार्टम करा शव स्वजन को सौंप दिए। मनीष मुजफ्फरनगर में कपड़े की दुकान चलाता था और वहीं परिवार के साथ रहता था। वह यहां परिवार के साथ दीवाली मनाने आया था।

आशीष पानीपत में राज ओवरसीज में नौकरी करता था। रविवार को भैयादूज पर दोनों अपनी बहन से तिलक करा स्कूटी पर सवार हो घर से निकले थे। रेल लाइन के पास स्कूटी खड़ी कर आशीष ट्रैक के पास ही लघु शंका करने लगा। इसी दौरान तेज गति से आ रही एकता एक्सप्रेस को आशीष ने नहीं देखा। उसे लाइन से हटाने के लिए मनीष दौड़ा। दोनों ही ट्रेन की चपेट में आ गए।

मौके पर हो गई दोनों भाई की मौत

दीवाली पर्व पर खुशियां मनाने के लिए एकत्रित हुए परिवार की खुशियां उस समय मातम में बदल गईं, जब दोनों भाइयों की ट्रेन की चपेट में आने की सूचना मिली। राजकीय रेलवे पुलिस की सूचना पर स्वजन मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।

पिता दिनेश कुमार बोले- कुछ दिन पहले मनीष का फोन आया था, कह रहा था पापा इस बार दीवाली साथ ही मनाएंगे। परिवार राजनगर की गली नंबर दो में रहता है। पिता दिनेश कुमार रेडक्रास में कर्मचारी हैं।

दो घंटे पहले कराया था मंगल तिलक

मनीष व आशीष ने हादसे के करीब दो से घंटे पहले ही छोटी बहन साक्षी से भैयादूज पर मंगल तिलक कराया था। इसके बाद उन्होंने खाना खाया और स्कूटी पर सवार हो निकले थे।

चार मासूम बच्चों के सिरे से उठा पिता का साया

मनीष अपने पीछे पत्नी के साथ करीब आठ वर्षीय लड़का मंदीप व चार वर्षीय रिया को पीछे छोड़ गया। वहीं आशीष अपने पीछे पत्नी के साथ तीन वर्षीय बेटी दिशानी व डेढ़ वर्षीय बेटे वीरेन को छोड़ गया। चार मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। पिता दिनेश बार-बार बेटों के गम में बेहोश हो रहे हैं।

रविवार शाम एनएफएल के पास पानीपत-रोहतक रेल लाइन पर हुए इस हादसे की सूचना मिली थी। दोनों भाई राजनगर के रहने वाले हैं। ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी।

-ऋषिपाल, जांच अधिकारी, रेलवे पुलिस, पानीपत।

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