निजीकरण के विरोध में रेलवे स्टेशन के बाद कर्मचारी व किसानों का धरना प्रदर्शन
जागरण संवाददाता पानीपत निजीकरण की नीतियों के खिलाफ पानीपत रेलवे स्टेशन पर किसान मजदूर
जागरण संवाददाता, पानीपत : निजीकरण की नीतियों के खिलाफ पानीपत रेलवे स्टेशन पर किसान मजदूर कर्मचारी संगठनों ने रोष प्रदर्शन कर धरना दिया। अध्यक्षता भाकियू जिला प्रधान कुलदीप बलाना, डा. सुरेंद्र मलिक, कश्मीर सिंह, दरियाव सिंह, बलवान सिंह ने किया। संचालन किसान मजदूर नेता सुनील दत्त ने किया।
सुनील दत्ता ने कहा कि 15 से 18 मार्च तक बैंक और बीमा कर्मचारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का संयुक्त किसान मोर्चा ने समर्थन किया है। इसी को लेकर रेलवे स्टेशन के सामने धरना प्रदर्शन किया गया। भाकियू जिला प्रधान कुलदीप बलाना ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन व्यापक रूप ले चुका है। यदि किसान खुशहाल होगा तो देश की अर्थव्यवस्था में बढ़ोतरी से विकास की रफ्तार तेज होगी। इस मौके पर राजेंद्र छौक्कर, बिटू मलिक, तेजपाल सिंह, प्रमोद शर्मा, जयकरण कादियान, जितेंद्र सैनी, रामपाल कुंडू, भलेराम शर्मा, सेवा सिंह, नवीन, सुनील, मामचंद, कमलेश, विजेंद्र मौजूद रहे।
सुरक्षा के लिहाज से तैनात रहे कर्मी
किसान व कर्मचारियों द्वारा रेलवे स्टेशन के बाहर धरना प्रदर्शन से रेलवे के साथ स्थानीय प्रशासन भी सतर्क दिखा। धरने की शुरुआत से लेकर खत्म होने तक स्टेशन व उसके आस पास न केवल थाना पुलिस, जीआरपी व आरपीएफ के जवान तैनात रहे, बल्कि एम्बुलेंस व फायर ब्रिगेड तक को खड़ा किया गया। साथ ही ड्यूटी मजिस्ट्रेट को भी लगाया गया था।
मांगों को लेकर बिजली कर्मचारियों का रोष प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, इसराना : इसराना पावर हाउस में आल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन की बैठक हुई। बैठक में कर्मचारियों की स्थानीय समस्याओं पर चर्चा के साथ निगम कर्मचारियों ने एसडीओ के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। अध्यक्षता यूनिट प्रधान दलबीर सिंह ने की। संचालन यूनिट प्रधान मतलौडा राकेश शर्मा ने किया।
इसराना यूनिट प्रधान दलबीर सिंह ने बताया कि कर्मचारियों की अनेक समस्याएं है। लेकिन बार बार मांग करने के बावजूद भी अधिकारी उनकी समस्याओं के समाधान की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसराना सब डिवीजन में 24 शिकायत केंद्र है। जहां 36 कर्मचारी तैनात है। इनमें 21 लाइनमैन और 15 एएलएम है। शिकायत आने पर सिर्फ कच्चे कर्मचारी ही काम को निवारण को लेकर जाते हैं। उनके साथ एक पक्के कर्मचारी को भी भेजा जाए। वहीं पूर्व सर्कल सचिव ईश्वर शर्मा ने अधिकारियों से मिलकर कर्मचारियों को उनकी समस्याओं का समाधान कराने का भरोसा दिलाया। कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक वो लड़ाई लड़ते रहेंगे। इस मौके पर सर्कल सचिव मदन लाल, ईश्वर सिंह, महेंद्र सिंह, शिवकुमार, किरण कुमार, खरेती लाल मौजूद रहे।