कंडेला खाप की महापंचायत में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत, तस्वीरों में देखें किसानों को हुजूम
जींद के कंडेला गांव में किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे। महापंचायत में काफी ज्यादा भीड़ हो गई थी। तस्वीरों में देखिए मंच तक पहुंचने में भारतीय किसान यूनियन (अराजनीति) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को मशक्कत करनी पड़ी।
By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Wed, 03 Feb 2021 04:54 PM (IST)
पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद के कंडेला गांव में महापंचायत के लिए भारतीय किसान यूनियन (अराजनीति) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे। यहां भारी संख्या में किसानों की भीड़ थी। महापंचायत के दौरान कई बार हड़कंप की स्थिति बन गई। हालांकि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। किसान नेता राकेश टिकैत को सुनने के लिए किसानों में उत्साह था। तस्वीरों में देखे किसानों का हुजूम।
राजीव गांधी खेल स्टेडियम में महापंचायत हुई। इसमें 50 से ज्यादा खापों के हजारों किसानों ने भाग लिया। सुबह से ही किसान स्टेडियम में जुटना शुरू हो गए थे। खेल स्टेडियम में आयोजित किसान महापंचायत में राकेश टिकैत और अन्य नेताओं की मौजूदगी में काफी देर तक चर्चा होती रही।
किसान आंदोलन का बड़ा चेहरा बन चुके भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को सुबह दस बजे आना था। लेकिन वह करीब दो बजे महापंचायत में पहुंचे।
टिकैत का गाजीपुर बॉर्डर पर 28 जनवरी की भावुक होने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद किसान आंदोलन में नई जान आ गई है। इसके बाद से कंडेला गांव से समर्थन मिलना शुरू हो गया।
कंडेला में टिकैत का स्वागत किया गया। भारी संख्या में मौजूद भीड़ में महापंचायत को लेकर काफी उत्साह था।राकेश टिकैत के अलावा राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह, पंजाब किसान यूनियन नेता बलबीर सिंह राजेवाल, हरियाणा भाकियू नेता गुरनाम सिह चढूनी, रतन सिंह मान, चौ. जोगेन्द्र मान आदि संयुक्त किसान मोर्चा के नेता भी पहुंचे।
महापंचायत में पहुंचने से पहले दादा खेड़ा में किसान नेता राकेश टिकैत ने नमन किया। उनके साथ काफी संख्या में किसान भी वहां पहुंच गए। कंडेला ने सभी खाप पंचायत, तपा, बारहा सहित प्रदेशभर के लोग किसान महापंचायत में हिस्सा लेने का आह्वान किया। महापंचायत के लिए खाने-पीने, चाय-पानी आदि सभी इंतजाम कंडेला सर्वजातीय खाप द्वारा किया गया।
महापंचायत में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कई अहम प्रस्ताव पास किए गए। खटकड़ टोल पर 50 गांवों से लोग पहुंचे। साल 2000 में किसान आंदोलन का केंद्र रहे कंडेला गांव में बुधवार को हुई खापों की महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने तीन कृषि कानूनों पर सरकार को ललकारा।
महापंचायत में पुरुषों के अलावा महिलाओं की भी काफी संख्या में भागीदारी थी। हजारों की संख्या में युवा, बुजुर्ग, महिलाएं उनको सुनने के लिए पहुंचे।
टिकैत ने कहा कि राजा जब डरता है, तो किलेबंदी करता है। दिल्ली बॉर्डर पर किसानों से डर कर सरकार किलेबंदी कर रही है। बॉर्डर पर तारबंदी की जा रही है और कीलें गाड़ी गई। लेकिन इससे किसान पीछे नहीं हटेंगे। किसानों की मांग कृषि कानूनों के वापसी की है। खाप महापंचायत में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के विभिन्न खापों के प्रतिनिधियों के साथ हजारों लोग पहुंचे। खापों की तरफ से राकेश टिकैत का स्वागत किया गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
ये भी पढ़ें: जींद की कंडेला महापंचायत में मंच टूटा, भाकियू नेता राकेश टिकैत भी थे मौजूद, बाल-बाल बचे
ये भी पढ़ें: यंगिस्तान की कहानियां पढि़ए, कोविड संक्रमण अवसर बन गया, पहले ही प्रयास में यूं बन गए चार्टर्ड एकाउंटेंट
ये भी पढ़ें: सेफ हाउस से बाहर आया खौफनाक सच, प्रेमी जोड़ों ने हाईकोर्ट के जस्टिस के नाम लिखी चिट्ठी में दर्दनाक खुलासा