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Farmers Protest: 21 फरवरी को किसान कूच को तैयार, 40 लेयर बैरिकेड्स के साथ 7000 जवान तैनात; इंटरनेट और व्यापार हुआ प्रभावित

किसान दिल्ली कूच करने के लिए 21 फरवरी को तैयारी कर चुके हैं। इसके लिए किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ने वाली मशीनें बुलाई हैं। साथ ही शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस के एक और ईएसआई की मौत हो गई। साथ ही आंसू गैस के गोलों के साथ वाटर कैनन और रबड़ की गोलियां की व्यवस्था की गई है। किसानों की कूच को रोकने के लिए अचूक सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

By vinod tyagi Edited By: Deepak Saxena Updated: Tue, 20 Feb 2024 10:37 PM (IST)
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21 फरवरी को तगड़ी तैयारी के साथ किसान कूच को तैयार।
जागरण संवाददाता, पानीपत। केंद्र सरकार का प्रस्ताव ठुकराने के बाद पंजाब के किसानों ने कूच करने की तैयारी मंगलवार को ही कर ली। किसानों ने 21 फरवरी को 11 बजे कूच करने की चेतावनी दी है। जीटी रोड पर अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत और सोनीपत में दिल्ली के सिंघु बार्डर पर लगाए गए 40 लेयर बैरिकेड्स को तोड़ने के लिए शंभू बॉर्डर पर पोकलेन, हाईड्रा और जेसीबी भी बुला ली।

जींद और कैथल के बॉर्डर पर भी मजबूत बैरिकेडिंग की गई है। साथ ही सड़कों को गहराई तक खोद दिया गया है। दूसरी ओर, सिंघु बार्डर पर दिल्ली पुलिस समेत अन्य सभी जिलों की सीमाओं में करीब पांच हजार पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवान तैनात कर दिए गए हैं। हजारों मिट्टी के कट्टे ट्रैक्टर-ट्रालियों में लादे गए हैं। इन्हें सड़क पर बिछाई कीलों की लेयर के ऊपर डालकर और घग्गर नदी डालकर आगे बढ़ने की रणनीति किसानों ने बनाई है।

किसान नेताओं पर पुलिस की नजर

किसानों के विभिन्न संगठनों से जुड़े किसान नेताओं पर पुलिस नजर रखे हुए है। पुलिस अधिकारियों ने अपील की है कि किसान शांति बनाए रखें। आमजन को होने वाली परेशानियों का ध्यान रखें। बता दें कि पांच दिन पहले भी विभिन्न जिलों में किसान नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया गया था।

अंबाला में आमना-सामना

शंभू बार्डर पर पुलिस और जवान आमने- सामने हैं। प्रशासन की ओर से 30 से ज्यादा सुरक्षा कंपनियां तैनात की गई हैं। आंसू गैस के गोलों के साथ वाटर कैनन और रबड़ की गोलियां की पर्याप्त व्यवस्था पुलिस ने की है। दो विशेष ड्रोन की व्यवस्था भी की गई है। इसी बीच शंभू बार्डर पर तैनात एक और ईएसआई की मौत हो गई। ईएसआइ कौशल यमुनानगर के रहने वाले थे। उनकी दो दिन पहले हालत बिगड़ी थी। इसके बावजूद वह ड्यूटी दे रहे थे।

करनाल में 13 लेयर बैरिकेडिंग, 700 जवान तैनात

पुलिस-प्रशासन ने कर्ण लेक के पास जीटी रोड पर बैरिकेडिंग की है। यहां लोहे, सीमेंट और बड़े-बड़े कंटेनरों की कुल 13 लेयर बैरिकेडिंग की गई है। चंडीगढ़ से दिल्ली लेन पर अधिक इंतजाम हैं। दिल्ली से चंडीगढ़ लेन पर भी कुछ बेरिकेड्स रखे गए हैं। यहां पुलिस की चार और अर्द्धसैनिक बलों की तीन टुकड़ी तैनात की गई हैं। इसके अलावा पुलिस की चार टुकड़ी को रिजर्व रखा गया है। जरूरत पड़ने पर करनाल की पूरी पुलिस कर्ण लेक पर मौजूद होगी।

कुरुक्षेत्र में मारकंडा पुल पर दोनों ओर अवरोधक

शाहाबाद में मारकंडा नदी के पुलों पर दोनों साइडों को बंद कर मजबूत बैरिकेडिंग कर दी है। दोनों लेनों पर 16 लेयर बेरिकेड्स लगाए गए हैं। रात के लिए भी पेड़ों पर एलईडी लाइटें लटकाई गई हैं और सड़कों पर लोहे की कील की चादर बिछाई गई है। नाइट विजन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। उधर, ट्यूकर में पटियाला बार्डर पर भी बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं।

कैथल में बॉर्डर पर नहीं पहुंचे किसान, जवान तैनात

टटियाना व संगतपुरा बार्डर पर पुलिस व बलों के जवान तैनात हैं। हालांकि अभी तक दोनों जगह ज्यादा किसान नहीं पहुंचे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। मंगलवार को किसान संगठनों के नेताओं ने गांव-गांव जाकर संपर्क किया। इसके चलते हरियाणा-पंजाब की सीमा पर टटियाना नाके पर चौकसी बढ़ा दी गई है।

जींद में किसान कम, रोकने को व्यापक प्रबंध

दातासिंहवाला बार्डर पर मंगलवार को किसानों की संख्या कम रही। प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए हैं। बार्डर पर करीब साढ़े पांच फुट ऊंचे सीमेंट के ब्लॉक लगाए गए हैं। इनके बीच में करीब पांच फुट चौड़ी कंक्रीट की दीवार बना कर इसके ऊपर से तार लगाए गए हैं। इसके अलावा बॉर्डर पर 700 से अधिक पुलिस व अर्द्धसैनिक बल के जवान तैनात हैं। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा बुधवार को प्रदेश भर में भाजपा कार्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा।

जायजा लेने सिंघु बॉर्डर पहुंचे किसान

दोपहर को शंभू बॉर्डर से दो किसान सिंघु बार्डर पहुंचे और पुलिस की तैयारियां देखी। कुछ देर रुकने के बाद दोनों किसान लौट गए। गुरदास साहब नाम के किसान ने बताया कि पुलिस प्रशासन की तैयारियों का फीडबैक लेकिर शंभू बॉर्डर तक पहुंचाया जाएगा। कंटीली बाड़ और बैरिकेड्स को हटाना बड़ी बात नहीं, कंक्रीट की कितनी भी दीवार बना लें, सब छोटी पड़ जाएंगी।

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इंटरनेट बंद होने से 3000 सीएससी बंद होने के कगार पर, अटकी किसान सम्मान निधि

इंटरनेट और एसएमएस सेवा के बंद होने के कारण करीब तीन हजार कॉमन सर्विस सेंटर बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं। फैक्ट्रियों में काम करने वालों के रोजगार पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं। सीएससी के जरिए 500 से ज्यादा सेवाएं आमजन को मिल रही हैं। इनमें से 200 से ज्यादा सेवाएं ओटीपी आधारित हैं, लेकिन ओटीपी नहीं आने से इन सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा। केवाईसी नहीं होने से किसान सम्मान निधि खातों में नहीं पहुंची है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बोले कि सीमाओं पर बैठे लोग किसान नहीं हैं, कांग्रेस गुमराह कर रही है।

कहां कितने बैरिकेड्स और जवान तैनात

जिला           बैरिकेड्स           जवान

अंबाला          8 लेयर               700

कुरुक्षेत्र          8 लेयर              500

करनाल          13 लेयर            700

पानीपत          4 लेयर               950

सोनीपत          7 लेयर              4100

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सैनी ने भाजपा के जिला कार्यालय में कहा कि दिल्ली कूच के लिए हरियाणा-पंजाब की सीमा पर बैठे लोग किसान नहीं हैं। कोई किसान वहां नहीं खड़ा है। कांग्रेस को देश का विकास और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता हजम नहीं हो रही है। इसलिए वह किसानों को गुमराह कर रही है। कांग्रेस के शासन में कृषि बजट 25 हजार करोड़ रुपये रहा, लेकिन आज यह एक लाख 25 हजार करोड़ रुपये है।

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