Kisan Rail Roko Andolan Update: यमुनानगर में कुछ इस तरह चला आंदोलन, रेलवे ट्रैक पर सरपंची सियासत
यमुनानगर में चार घंटे तक रेल रेल रोको आंदोलन चला। रेलवे ट्रैक पर किसान डटे रहे। इस दौरान कोई ट्रेन नहीं पहुंची। 12 बजे आंदोलन शुरू हो गया था। इस दौरान ट्रैक पर बैठे किसानों के बीच पंचायत चुनाव को लेकर चर्चा होती रही।
यमुनानगर, जेएनएन। कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने यमुनानगर-जगाधरी रेलवे स्टेशन पर धरना दिया। किसान चार घंटे रेलवे ट्रैक पर डटे रहे। हालांकि इस दौरान कोई ट्रेन नहीं आई। रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठे किसानों पर सियासी रंग भी दिखाई दिया। एक किसान नेता ने मंच से बोले कि सरपंच, ब्लॉक समिति व जिला परिषद के चुनाव सिर पर हैं। हमें किसानों के बीच के उम्मीदवार को ही समर्थन करना है। कुछ ऐसे किसानों के नाम भी गिना दिए, जो सरपंच के चुनाव की दौड़ में हैं।
ट्रेन गुजरते ही किसानों ने डाला डेरा
सहारनपुर-रूड़की जाने वाली ट्रेन जैसे ही 11 बजकर 57 मिनट पर स्टेशन से रवाना हुई, तभी किसानों ने रेलवे ट्रैक पर डेरा डाल लिया। ट्रैक के दोनों ओर रस्सा बांध दिया। देखते ही देखते किसान का पहुंचना शुरू गए और दरियां बिछाकर ट्रैक पर बैठ गए। चाय-पानी व भोजन की व्यवस्था भी स्टेशन पर ही की गई। कोरोना महामारी के चलते ट्रेनें पहले से ही बंद हैं। इसलिए इस 12 से चार बजे के बीच कोई भी यात्री ट्रेन यहां से नहीं गुजरी।
तीन मिनट पहले गुजरी ट्रेन नहीं रोकी
एक ट्रेन 11 बजकर 57 मिनट पर यहां रूकी, लेकिन किसानों ने इसका विरोध नहीं किया। भाकियू के जिला प्रधान संजू गुंदियाना का कहना है कि लोगों को परेशान करना उनका मकसद नहीं है। किसानों का रेल रोको आंदोलन 12 बजे शुरू हुआ है। इसलिए उन्होंने 12 से पहले स्टेशन से गुजर रही ट्रेन को लेकर विरोध नहीं जताया। जब तक ट्रैक पर किसान रहे कोई ट्रेन भी नहीं आई।
पुलिस बल रहा तैनात
किसानों का रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्ण रहा। बावजूद इसके डीएसपी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात रहा। जगाधरी रेलवे स्टेशन के साथ-साथ अन्य स्टेशनों पर चौकसी बढ़ा दी गई थी। जबकि धरना केवल यमुनानगर-जगाधरी रेलवे स्टेशन पर ही दिया गया। हरियाणा पुलिस के साथ-साथ जीआरपी व आरपीएफ के जवान भी मुस्तैद रहे।
किसान नेता बोले -यह सांकेतिक धरना
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश संगठन सचिव हरपाल सुढल, जिला प्रधान संजू गुंदियाना, डायरेक्टर मंदीप रोडछप्पर, संयुक्त मोर्चा के जिला प्रधान सुभाष गुर्जर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि रेल रोको अभियान के तहत यह सांकेतिक धरना है। यदि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया तो संयुक्त मोर्चा की ओर से जल्दी ही अनिश्चित कालीन धरने का ऐलान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर किसान बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन सरकार की ओर से उनको बुलावा नहीं आ रहा है। यात्रियों की असुविधा पर खेद है, लेकिन आंदोलन उनकी मजबूरी है। सरकार ऐसा करने के लिए मजबूर कर रही है।