अंबाला डिपो में बसों की भारी किल्लत, लटककर सफर करने को मजबूर यात्री
हरियाणा रोडवेज के अंबाला डिपो में बसों की भारी किल्लत है। मजबूरन यात्रियों को लटककर सफर करना पड़ रहा है। 8 साल में मिली 70 बसें 50 हो गई कंडम। 250 बसों के फ्लीट को आजतक नहीं छू पाया अंबाला डिपो।
अंबाला शहर, [उमेश भार्गव]। हाय ये दूरी, ये कैसे मजबूरी। अंबाला रोडवेज डिपो में बसों की कमी झेल रहे दैनिक यात्री की पीड़ा को बयां करने के लिए गीत एकदम सटीक है। हालात यह हैं कि 2017 में जनसंख्या के हिसाब से स्वीकृत फ्लीट 250 बसों का था जो आज तक अंबाला रोडवेज डिपो कभी छू भी नहीं सका। वर्तमान की बात करें तो 159 बसें ही आन रूट चल रही हैं। लिहाजा 91 बसों की कमी का दंश दैनिक यात्री रोजाना झेल रहे हैं।
अलबत्ता उन्हें जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। दैनिक यात्रियों जिनमें ज्यादातर विद्यार्थी हैं की स्थिति यह है कि वह तो बसों की छतों पर या खिड़कियों पर लटकने को मजबूर हैं क्योंकि उन्हें सुबह निर्धारित समय पर स्कूल, कालेज या अन्य शिक्षण संस्थानों में पहुंचना पड़ता है। यही स्थिति प्राइवेट और सरकारी नौकरी पेशा वर्ग की भी है। इस तरह 2017 से अब तक 5 साल में हजारों यात्री बढ़ गए लेकिन बसों की संख्या घटती गई।
अंबाला डिपो में बसों की कमी के कारण यह रूट हो चुके बंद
अंबाला से बिंजलपुर--- नाइट बंद है।
अंबाला से साल्हापुर---नाइट बंद है।
अंबाला से अलीपुर----नाइट बंद है।
अंबाला से मुलाना---नाइट बंद है।
अंबाला से रोहतक---बंद है।
अंबाला से दिल्ली पटियाला---बंद है।
अंबाला दिल्ली से लुधियाना---बंद है।
अंबाला दिल्ली अमृतसर---बंद है।
अंबाला से डेरा ब्यास---बंद है।
अंबाला से खरड़ बनूड़--- नाइट बंद है
कुरुक्षेत्र लुधियाना अंबाला---नाइट बंद
करनाल- चंडीगढ़-अंबाला----नाइट बंद
अंबाला-दिल्ली ऊना---नाइट बंद
अंबाला से बराड़ा -----बंद यह बस रोजाना छह चक्कर लगाती थी।
अंबाला से कंबासी----नाइट बंद
अंबाला से कसेरला--- नाइट बंद
अंबाला से सढौरा-----बंद।
इन रूटों पर बचाई जा रही साख
अंबाला से यमुनानगर---16 टाइम बंद हैं
अंबाला से शिमला-----3 रूट बंद हैं ।
अंबाला से हरिद्वार----सुबह का समय बंद है।
अंबाला से जयपुर---कभी-कभी बस चलती है।
अंबाला से रायपुररानी---6 टाइम बंद हैं।
बता दें कि पहले यमुनानगर के 20 टाइम थे यानी मात्र 4 टाइम ही बसें चल रही हैं। इसी तरह अंबाला से शिमला का एक ही टाइम चल रहा है। इसी तरह रायपुर रानी में 32 चक्करों के स्थान पर 20 चक्कर लगाए जा रहे हैं यानी 12 चक्कर जोकि छह टाइम बनते हैं बंद हैं।
6 घंटे कोई बस ही नहीं ....
बराड़ा से अंबाला के लिए आखिरी बस सुबह 8 बजे है उसके बाद कोई भी बस बराड़ा नहीं आती और शाम को पहली बस अंबाला से बराडा़ के लिए 4 बजे चलती है। इस तरह छह घंटे कोई बस नहीं है। लिहाजा प्राइवेट बस संचालक चांदी कूट रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी दैनिक यात्रियों व विद्यार्थियों को झेलनी पड़ती है।
अधिकतर बसें निर्धारित समय व किलोमीटर कर चुकी पूरी
दैनिक जागरण की पड़ताल में यह भी पता चला है कि अंबाला डिपो में जो 159 बसें अभी आन रूट चल रही हैं उनमें से ज्यादातर बसों की उम्र निकल चुकी है। यह निर्धारित किलोमीटर पूरा कर चुकी हैं। इसके बाद इन्हें एक्सटेंशन पर चलाया जा रहा है। पहले इनकी समय सीमा आठ साल निर्धारित की गई थी फिर दो साल बढ़ाए गए और अब 5 साल बढ़ा दिए गए हैं।
कब-कब कितनी बसें मिली
2014-- 30 बसें
2015-- 18 बसें
2016-- 02 बसें
2017-- कोई बस नहीं
2018-- 9 बसें
2020-- 9 पिंक बसें
2021 व 2022 अब तक कोई बस नहीं
किलोमीटर स्कीम की 20 बसें
जल्द ही नई बसें अंबाला डिपो में आ जाएंगी
अंबाला यमुनानगर और मुलाना रूट पर तो काफी बसें चलती हैं। हां 159 बसें ही आन रूट हैं और फ्लीट 250 का है। कमी को पूरा करने के लिए जल्द ही नई बसें अंबाला डिपो में आ जाएंगी। उम्मीद है कि अगले महीने कुछ कमी को पूरा कर दिया जाएगा।
-अश्वनी डोगरा, जीएम रोडवेज अंबाला डिपो।