शाहाबाद की धरती से निकल रहे हाकी के सूरमा, अब जूनियर Hockey विश्वकप में खेलेंगे गुरमुख सिंह
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की धरती से एक और हाकी का सूरमा सामने आया है। अब जूनियर हाकी विश्वकप के लिए गुरमुख सिंह का चयन हुआ है। इससे पहले शाहाबाद की रानी रामपाल भारतीय हाकी टीम की कप्तानी कर रही।
By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Sat, 13 Nov 2021 08:46 AM (IST)
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की धरती से महिला हाकी के सूरमा निकल रहे हैं। शाहाबाद से निकले कई खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन कर शाहाबाद का नाम रोशन किया है। वर्तमान मे भी शाहाबाद की रानी रामपाल भारतीय टीम की कप्तानी कर रही है। इतना ही नहीं अभी टोक्यो ओलिंपिक में भी उनके साथ शाहाबाद की नवजोत कौर और नवनीत कौर ने पूरे विश्व के सामने अपनी प्रतिभा दिखाई है। इतना ही नहीं प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह भी हाकी के सूरमा रहे हैं और इसी धरती से निकले हैं। अब गुरमुख सिंह ने जूनियर हाकी विश्वकप में जगह बना ली है।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करेंहाकी में शाहाबाद का रहता है एकछत्र दबदबा
कुरुक्षेत्र के उपमंडल शाहाबाद का हाकी के क्षेत्र में एकछत्र दबदबा रहा है। इस उपमंडल ने भारतीय हाकी को कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी दिए हैं। इनमें संजीव कुमार डांग, गुरदीप सिंह भुल्लर, ड्रैग फ्लिकर एवं प्रदेश के खेल मंत्री संदीप सिंह के नाम भी शामिल हैं। इतना ही नहीं खेल मंत्री के भाई बिक्रमजीत सिंह, नरिंदर शर्मा, दयानंद मदान, बलदेव सिंह जैसे ऐसे नाम हैं जिन्होंने देश के लिए हाकी खेली है। कई बार भारतीय महिला हाकी टीम में शाहाबाद में जन्मी या यहां शाहाबाद से प्रशिक्षण लेने वाली खिलाड़ियों की संख्या 10 तक भी पहुंची है। टोक्यो ओलिंपिक में क्वार्टर फाइनल में भारतीय टीम को जीत दिलवाने वाले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कप्तान रानी रामपाल और मिडफील्डर नवजोत कौर भी शाहाबाद से हैं। इसके साथ ही टोक्यो ओलिंपिक में टीम का हिस्सा रही नवनीत कौर भी शाहाबाद से ही हैं।
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ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह बने सूरमाशाहाबाद के फ्लिकर सिंह के नाम से पहचान बनाने वाले ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह अब प्रदेश के खेल मंत्री हैं। वह भारतीय पुरुष हाकी टीम के कप्तान रहे हैं। अपनी तेज ड्रैग फ्लिक के लिए मशहूर संदीप सिंह ने जनवरी 2004 में सुल्तान अजलान शाह कप से शानदार शुरुआत की थी। इसके बाद ही एक हादसे में उनकी कमर में गोली लगने के बाद उनकी हालत गंभीर हो गई थी। उन्हें करीअर पूरी तरह खत्म होता नजर आ रहा था। लेकिन संदीप सिंह ने इस हादसे से उभरकर हाकी में एक से एक रिकार्ड बनाए। साल 2008 और 2009 के अजलान शाह कप में वह टाप स्कोरर रहे। एशियन गेम्स 2010 में 11 गोल दागकर टाप स्कोरर बने। 2010 में 145 किलोमीटर प्रति घंटे से ड्रैग फ्लिक कर रिकार्ड बनाया।
यह भी पढ़ें: प्रदूषण से आफत, पानीपत में सांसों पर खतरा, आंखें जल रहींअब गुरमुख सिंह जूनियर हाकी विश्वकप में खेलेगा
शाहाबाद के फ्लिकर बर्दर हाकी एकेडमी के खिलाड़ी गुरमुख सिंह का चयन 24 नवंबर से शुरू हो रहे जूनियर हाकी विश्पकप में हुआ है। एकेडमी कोच लेफ्टिनेंट बिक्रमजीत सिंह मोंटी ने बताया कि गुरमुख सिंह के चयन से जिला भर के हाकी खिलाड़ियों में खुशी की लहर है। उन्होंने बताया कि गुरमुख सिंह हाकी का धुरंधर खिलाड़ी है। वह चैंपियनशिप में बढ़िया खेल का प्रदर्शन करेगा। अपनी काबिलियत के दम पर ही गुरमुख सिंह एक दिन सीनियर भारतीय टीम में भी जगह बनाएगा। उन्होंने कहा कि फ्लिकर बर्दर हाकी एकेडमी में महिला व पुरुष हाकी खिलाड़ियों को शुरुआत से ही बेहतर खेल के लिए तराशा जा रहा है।
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