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न जाने कब पूरा होगा कैथल-पटियाला रेल लाइन निर्माण, रेल बजट 2022 से भी मिली निराशा, जानें वजह

कैथल के लोग कैथल-पटियाला रेल लाइन के निर्माण का लंबे समय से इंतजार कर रहे है। इसको लेकर वर्ष 2018 में सर्वे पास भी किया गया था। लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। आम बजट 2022 में भी इसे लेकर कोई घोषणा नहीं हुई।

By Rajesh KumarEdited By: Updated: Mon, 07 Feb 2022 09:47 AM (IST)
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कैथल-पटियाला रेल लाइन प्रोजेक्ट अधर में लटका।
कैथल, जागरण संवाददाता। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को आम बजट प्रस्तुत किया था। रेलवे के निर्माण कार्यों को लेकर जारी की गई पिंक बुक में हिसार से वाया अग्रोहा होते हुए फतेहाबाद और यमुनानगर से चंडीगढ़ रेलवे लाइन के निर्माण को लेकर सर्वे के लिए बजट दिया है। परंतु बजट में कैथल-पटियाला रेल लाइन के निर्माण को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। जिससे रेलयात्रियों में निराशा है।

बता दें कि जिले के लोग कैथल-पटियाला रेल लाइन के निर्माण का लंबे समय से इंतजार कर रहे है। इसको लेकर वर्ष 2018 में सर्वे पास भी किया गया था। इस सर्वे  की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिर्पोट) रेलवे बोर्ड को सौंपी गई थी। जिसके बाद रेलवे बोर्ड की स्वीकृति के बाद नई रेल लाइन के निर्माण को लेकर संभावनाएं बढ़ी थी। परंतु पिछले तीन साल तक जारी किए गए बजट में इस रेल निर्माण को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई। यदि कैथल से पटियाला तक नई रेल लाइन के निर्माण होता है तो यह रास्ता पंजाब जाने के लिए अंबाला के के रास्ते की बजाय यह काफी छोटा रूट बनेगा।

रेल लाइन निर्माण से कैथल बन सकेगा जंक्शन

यदि कैथल से पटियाला तक नई रेल लाइन बनाने के लिए स्वीकृति मिलती तो कैथल के लोगों को रेलवे स्टेशन को जंक्शन बनने की एक नई सौगात मिलेगी। रेल कल्याण समिति के चेयरमैन सतपाल गुप्ता ने कहा कि रेलवे स्टेशन को इसके निर्माण के 150 वर्ष बाद इलेक्ट्रिक ट्रेन मिली है। परंतु कैथल से लेकर पटियाला तक नई रेल लाइन की मांग जिला के लोगों की काफी वर्षों पुरानी है। बजट में लोगों को इस रेल लाइन की काफी उम्मीदें थी। परंतु इसमें कोई घोषणा न होने की स्थिति में इन उम्मीदों पर पानी फिरा है। 

राजनैतिक हस्तक्षेप हो तो बनें बात

समाजसेवी सुभाष गोयल ने कहा कि पटियाला रेल लाइन बहुत वर्षों पुरानी मांग है। इस रेल लाइन निर्माण के लिए राजनैतिक हस्तक्षेप होने से बात बन सकती है। यह जिला सबसे अधिक राजनैतिक रुप से पिछड़ा हुआ है। जिस कारण पटियाला तक रेल लाइन का निर्माण होना चाहिए। रेल लाइन के निर्माण के बाद चीका मंडी को काफी फायदा मिलेगा। इसके साथ ही इस क्षेत्र के गांव भी रेल मार्ग से जुड़ेगे।

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