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हरियााणा के मूंदड़ी के लाल ने बनाया जादुई कृषि यंत्र, जानिए क्‍या है खास

मूंदड़ी के लवलेश ने पानी की मात्रा और मिट्टी की जांच के लिए बनाया जादुई कृषि यंत्र। कहीं से बैठ प्राप्त कर सकते हैं पानी की जानकारी। पहले भी कई अविष्कार कर चुका है लवलेश पिछले वर्ष बनाया था बोलने वाला डस्टबिन।

By Anurag ShuklaEdited By: Updated: Wed, 03 Mar 2021 04:51 PM (IST)
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गांव मूंदड़ी निवासी युवक लवलेश दत्त कृषि यंत्र के साथ।
कैथल, [कमल बहल]। हरियाणा के कैथल जिले के छोटे से गांव मूंदड़ी निवासी युवक लवलेश दत्त ने खेतों में पानी व मिट्टी की जांच के लिए एक जादुई कृषि यंत्र बनाया है। जो खेत में पानी की मात्रा, मिट्टी और हवा की नमी जांच कर सकता है। इस यंत्र में एक खास बात और यह भी है कि यदि इस यंत्र को ऑन कर रखा है तो खेत में लगे सबमर्सीबल को चला सकता है। इसके लिए सबमर्सीबल के पास एक अलग से यंत्र लगाना पड़ता है।

यह सुनने में तो काफी अचंभा लगेगा। परंतु लवलेश में यंत्र में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया है। जिसमें कृषि यंत्र में आद्रता बताने वाले सेंसर का इस्तेमाल किया है। इसी सेंसर के माध्यम से पानी की मात्रा व हवा और मिट्टी की नमी की जांच की जानकारी मिलती है। यहीं नहीं इस छात्र ने एक कृषि एप्लीकेशन भी बनाई है, जो इस यंत्र के साथ इंटरनेट के माध्यम संपर्क स्थापित करती है। इसी के माध्यम से यह सब जानकारी मिल जाती है। खेत में पानी कम हाेने पर पानी की मांग करेगा और पानी अधिक होने पर सबमर्सीबल बंद करने के लिए कहेगा। इस यंत्र पर सोलर पैनल भी लगाया गया है, जो यंत्र को धूप में चार्ज करने का कार्य करता है।  

बता दें कि वैसे तो लवलेश दत्त बिजनेस संकाय का छात्र है, परंतु इसके बावजूद भी तकनीकी क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल कर रहा हैं। लवलेश चंडीगढ़ के पास खरड़ स्थित चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में बीबीए द्वितीय वर्ष का छात्र है। लवलेश को रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी को जानने का काफी शौक है। इसके चलते वह यू-ट्यूब और इंटरनेट के अन्य माध्यमों से नए-नए प्रयोग करता है। वह कक्षा नौंवी से ही इस कार्य में जुट गया था।

बना चुका है सबसे हल्का सैटेलाइट

लवलेश ने पिछले वर्ष ही एक डस्टबिन बनाया था, जो सेंसर टेक्नोलॉजी पर कार्य करता है। डस्टबिन में इको सेंसर लगाया गया है। इसके तहत यदि इसके आगे से कोई व्यक्ति गुजरेगा तो यह उसे बोलकर कूड़ा डालने के लिए कहेगा। इसमें कोडिंग सिस्टम के तहत आवाज रिकार्ड करके डाली गई है। यह डस्टबिन भी धूप से चार्ज होता है। वह अपने प्रयोग के बलबूते दो बार इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड, एक बार एशिया बुक ऑफ रिकार्ड और एक बार वर्ल्‍ड बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुका है। वर्ल्‍ड बुक ऑफ रिकार्ड में स्मार्ट डस्टबिन बनाने पर नाम दर्ज हुआ है।

सबसे हल्का सेटेलाइट डिवाइस भी बनाया

लवलेश दत्त ने स्मार्ट डस्टबिन के साथ ही दुनिया का सबसे हल्का सेटेलाइट डिवाइस डटसेट ए भी बनाया है। जो तापमान, धूप की किरणों की गति, एबसलयूट और रिलेटिव प्रेशर सहित अन्य जानकारी देता है। इसके साथ ही नारी शक्ति सेल्फ डिटेक्टर प्रोटेक्टर बनाया है। जो चार लाख वोल्ट बिजली का झटका देता है। यह लॉन लिटेल है। इसकी खासियत यह है कि यह तीन मिनट में चार्ज होता है और 45 दिन का बैटरी बैकअप निकालता है। इसकी लागत दो हजार रुपये की है।

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