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मिलिए हरियाणा के 'चाइल्‍ड स्पाइडरमैन' से, दीवार पर चढ़ जाता है तीन साल का विराट

हरियाणा के कैथल का तीन साल का विराट बेहद खास बच्‍चा है। वह ऊंची दीवारों पर सीधे चढ जाता है। उसे लोग चाइल्‍ड स्‍पाइडरमैन कहने लगे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sat, 12 Sep 2020 02:54 PM (IST)
मिलिए हरियाणा के 'चाइल्‍ड स्पाइडरमैन' से, दीवार पर चढ़ जाता है तीन साल का विराट
पूंडरी (कैथल), संजय तलवाड़। आपने स्‍पाइडरमैन के बारे में खूब सुना है और इसकी कहानी पढ़ी व फिल्‍म देखी है, लेकिन कैथल के पूंडरी क्षेत्र में 'चाइल्‍ड स्‍पाइडरमैन' अचरज में डाल देगा। तीन साल विराट कौशिक स्‍पाइडरमैन की तरह दीवारों पर चढ़ जाता है। छोटी-सी उम्र में उसके करतब देखकर लोग दांतों तले अंगुली दबा लेते हैं। विराट बिना किसी सहारे के छिपकली की तरह दीवार पर चढ़ता-उतरता है और छत तक पहुंच जाता है।

पूंडरी का गांव संगरौली भी इन दिनों इस विराट की प्रतिभा के चलते सुर्खियां बना हुआ है और विराट 'चाइल्‍ड स्पाइडरमैन' के नाम से प्रचलित हो चुका है। जो भी इस छोटे से बच्चे की कला देखता है, वो उसका कायल हो जाता है। विराट कौशिक दीवारों के कोनेे पकड़कर उन पर सरपट चढ़ जाता है।

विराट के करतब से सुर्खियों में आया कैथल के पूंडरी क्षेत्र का गांव संगरौली

लॉकडाउन में जब बच्चे घरों में कैद थे तो उसी दौरान विराट की प्रतिभा को कब 'पंख' लग गए ये किसी को पता नहीं चला। विराट की दादी सुमन देवी ने सबसे पहले उसे दीवार पर ऊपर चिपके हुए देखा और वह उक इस हालत में देखकर डर गईं। उसने तुरंत विराट को नीचे उतारा और धमकाते हुए कहा कि यदि गिर जाता तो चोट लग जाती। उसके बाद तो दीवार पर चढ़ना विराट की आदत बन गई।

विराट बच्चों की चीज छीन कर दीवार पर चढ़ जाता और चीज खाकर ही नीचे उतरता था। विराट के पिता पिनाकी शर्मा फूड सप्लाई विभाग में कार्यरत हैं और मां हुस्न शर्मा बीडीपीओ कार्यालय में डीसी रेट पर कार्यरत हैं। माता-पिता दोनों काम के सिलसिले में घर से बाहर रहते हैं तो विराट का ज्यादा समय दादा-दादी के पास ही गुजरता है।

ठीक से बोलना नहीं सीखा है अभी, न ही स्‍कूली शिक्षा शुरू हुई है

विराट के घर जाकर उसके करतब देखे तो एक बार तो यकीन करना भी मुश्किल लगा। जैसे ही विराट को उसके चाचा ने बुलाया तो विराट बिना किसी डर के दीवार पर चढ़ने लगा। जब तक उसका सिर ऊपर छत से नहीं लगा वो ऊपर चढ़ता ही गया। फिर उसके बाद में उसने दीवार पर रूककर सबको नमस्ते की और फिर पालथी लगाई। उसके बाद अपने दोनों हाथों में सिर रखकर विश्राम की मुद्रा बनाकर दिखाई। विराट के चाचा चंद्रमौली ने बताया कि अभी विराट सही ढंग से बोल भी नहीं पाता और न ही उसने स्कूल जाना शुरू किया है। वो जो भी करता है सब ईश्वर का उपहार है।

कुदरत का करिश्मा है विराट की प्रतिभा

विराट के दादा हरिकंठ शर्मा ने बताया उनके पोते विराट को किसी ने नहीं सिखाया और न ही उनके परिवार में कोई खिलाड़ी है ये तो कुदरत का ही करिश्मा है। उन्होंने बताया कि उनके तीन बेटे हैं। बड़े बेटे त्रिलोचन मेवात में जेबीटी टीचर हैं। उससे छोटे पिनाकी हैं और सबसे छोटा चंद्रमौली इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि पोते विराट का प्रतिभा उन्हें कुछ दिनों पहले ही पता चला। विराट बिना किसी सहारे और बिना किसी डर के किसी भी दीवार पर छिपकली की तरह चढ़ जाता है।

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