Panipat News: ट्रक मालिक से अवैध संबंध के चलते पत्नी ने की पति की हत्या, बेटे के सामने कबूला अपराध
एक महिला ने ट्रक मालिक से प्रेम संबंध के चलते अपने पति मेघनाथ की गला घोंटकर हत्या कर दी। वो उसके शव को उत्तरप्रदेश के बदायूं स्थित अपने पैतृक गांव मुगर्रा जरासी में ले गई। बेटे ने मौत का कारण पूछा तो मां ने हत्या की वारदात स्वीकारी। उत्तरप्रदेश पुलिस ने मंगलवार दोपहर मेघनाथ के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गला घोंटकर हत्या की पुष्टि हुई है।
जागरण संवाददाता, पानीपत। पुराना औद्योगिक थाना क्षेत्र के कुलदीप नगर में एक महिला ने ट्रक मालिक से प्रेम संबंध के चलते अपने पति मेघनाथ की गला घोंटकर हत्या कर दी। वो उसके शव को उत्तरप्रदेश के बदायूं स्थित अपने पैतृक गांव मुगर्रा जरासी में ले गई। जहां पर बेटे ने मौत का कारण पूछा तो मां ने हत्या की वारदात स्वीकारी।
फिर क्या था, बेटे ने वहां की स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया। बदायूं पुलिस अब जीरो एफआइआर कर पानीपत पुलिस को भेजेगी।
पिता की कमरे में ही गला घोंटकर हत्या कर दी
उत्तरप्रदेश के बदायूं जिला के गांव मुगर्रा जरासी निवासी अभिषेक ने बताया कि वह गांव में ही अपने ताऊ के पास रहकर पढाई कर रहा है। जबकि उसके पिता मेघनाथ पानीपत के कुलदीप नगर में 12 साल से रहते थे। पिता एक ट्रक पर पल्लेदारी का काम करते थे। पड़ोस में रहने वाले ट्रक मालिक से मां के प्रेम संबंध हो गए। मां ने आठ जुलाई की रात पिता की कमरे में ही गला घोंटकर हत्या कर दी।सूचना पर अन्य रिश्तेदार व जीजा सोनू पहुंचे। उन्होंने शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही, लेकिन उसकी मां ने पोस्टमार्टम नहीं कराने दिया। उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। जिस वजह वे शांत हो गए।
अंतिम संस्कार के बहाने पैतृक गांव ले गई
बेटे ने बताया कि पानीपत में पोस्टमार्टम न हो इसलिए वह अंतिम संस्कार करने के बहाने शव को गांव ले गई। ट्रक मालिक ने भी उसका साथ दिया। उसने एंबुलेंस बुलाकर शव को गांव भिजवा दिया। उसने जब अपनी मां से पूछा तो उसने खुद हत्या करने की बात कबूली। जिससे उसके परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी।चार बच्चों का पिता था मेहताब
मेहताब के चार बच्चे है। बड़ा बेटा अभिषेक गांव में रहता था। जबकि उससे छोटा बेटा विवेक (13), उससे छोटी बेटी शालू (12) और सबसे छोटा बेटा शिवा (9) पानीपत के कुलदीप नगर में रहते थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।