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तीन साल पूर्व कंडम बताई पानीपत थर्मल की यूनिट नंबर-6, अब 50 दिनों से कर रही लगातार बिजली उत्पादन

हरियाणा में में बिजली की मांग बढ़ गई थी। अदानी ने भी बिजली उत्पादन यूनिट बंद होने की बात कहते हुए बिजली देने से मना कर दिया था। बिजली किल्लत के उस दौर में पानीपत थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट छह को तीन साल बाद दोबारा से चलाया गया।

By Raj Singh PalEdited By: Naveen DalalUpdated: Wed, 26 Oct 2022 08:42 AM (IST)
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यूनिट कम आयल कंजप्शन पर अधिक बिजली उत्पादन दे रही।

थर्मल (पानीपत), सुनील मराठा। पानीपत थर्मल पावर स्टेशन की 210 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर छह को लगातार चलते हुए 50 दिन हो गए हैं। जबकि तीन साल पहले हरियाणा पावर जेनरेशन कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीजीसीएल) ने इस यूनिट को बंद करने का फैसला ले लिया था। इस यूनिट के स्टाफ की बदली भी दूसरी जगह कर दी गई थी। यह यूनिट कम आयल कंजप्शन पर अधिक बिजली उत्पादन दे रही है।

थर्मल की 250 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर-सात लगातार तीन दिन से व 250 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर आठ लगातार 25 दिन से बिजली उत्पादन कर रही हैं। एचपीजीसीएल ने पानीपत थर्मल पावर स्टेशन में बिजली उत्पादन के लिए यूनिट एक-चार जोकि 150-150 मेगावाट, यूनिट नंबर पांच-छह, जोकि 210-210 मेगावाट व यूनिट नंबर सात-आठ जोकि 250-250 मेगावाट क्षमता की लगाई थी।

इनमें से 150-150 मेगावाट क्षमता की यूनिट नंबर एक-चार को कंडम घोषित करके डिस्पोज आफ कर दिया गया था। इसके अलावा लगभग 3 वर्ष पहले 210 मेगावाट क्षमता की यूनिट न 6 को भी कंडम घोषित कर बंद कर दिया था। लेकिन इसे डिस्पोज आफ नहीं किया गया था।

संजीवनी का काम किया

प्रदेश में बिजली की मांग बढ़ गई थी। अदानी ने भी बिजली उत्पादन यूनिट बंद होने की बात कहते हुए प्रदेश को बिजली देने से मना कर दिया था। बिजली किल्लत के उस दौर में पानीपत थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट छह को तीन साल बाद दोबारा से चलाया गया तो इसने संजीवनी का काम किया। अप्रैल माह से अब तक इस यूनिट से 7006 लाख यूनिट यानी 700 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हो चुका है।

आयल कंजप्शन घटी पीएलएफ में हुई बढ़ोत्तरी

इस बंद यूनिट को दोबारा से चलाना अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन अब यह यूनिट पहले की बजाए बहुत कम आयल कंजक्शन पर अधिक प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) दे रही है।

  • वर्ष 2013-14 में एसपी आयल कंजप्शन 1.26 व बिजली का उत्पादन 40.90% था।
  • वर्ष 2014-15 में कंजप्शन 1.63 व बिजली उत्पादन 36.39 प्रतिशत।
  • वर्ष 2015-16 में कंजप्शन 3.91 व उत्पादन 8.75 प्रतिशत।
  • वर्ष 2016-17 में कंजप्शन 2.11 व उत्पादन 11.93 प्रतिशत।
  • वर्ष 2017-18 में कंजप्शन 2.88 व बिजली उत्पादन 16.27 प्रतिशत।
  • वर्ष 2018-19 में कंजक्शन 1.77 व उत्पादन 17.61 प्रतिशत।
  • वर्ष 2019-20 में कंजप्शन व उत्पादन 0 रहा।
  • वर्ष 2020-21 में कंजप्शन 5.17 व उत्पादन मात्र 4.81 प्रतिशत।
  • वर्ष 2021-22 में एसपी आयल कंजप्शन घटकर 1.0,उत्पादन बढ़कर 74 प्रतिशत।

कर्मचारियों की मेहनत का फल

थर्मल के चीफ इंजीनियर मनोज अग्रवाल ने बताया कि पानीपत थर्मल पावर प्लांट की तीनों यूनिटों से बिजली का उत्पादन हो रहा है। यूनिट नंबर छह सबसे अधिक दिन, लगातार 50 दिनों से चल रही है। अधिकारियों व कर्मचारियों की दिन रात की मेहनत से इस यूनिट में स्टाफ की कमी के बावजूद भी बेहतर उत्पादन हो रहा है।

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